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3 min read | अपडेटेड March 25, 2025, 07:01 IST
सारांश
सेविंग्स अकाउंट के नियम भी कुछ हद तक बदले जाएंगे। चलिए नजर डालते हैं कि 1 अप्रैल से बैकिंग नियमों में क्या बड़े बदलाव देखने को मिलने वाले हैं।
1 अप्रैल से बैंकिंग के कई नियमों में होगा बदलाव
भारत में 1 अप्रैल यानी कि 2025-26 फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत होते ही नए बैंकिंग नियम लागू हो जाएंगे। नए बैंकिंग नियमों में क्या कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे, क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल से लेकर एटीएम कार्ड तक के इस्तेमाल को लेकर नियम में बदलाव देखने को मिलने वाला है। सेविंग्स अकाउंट के नियम भी कुछ हद तक बदले जाएंगे। चलिए नजर डालते हैं कि 1 अप्रैल से बैकिंग नियमों में क्या बड़े बदलाव देखने को मिलने वाले हैं।
कई बैंकों ने अपनी एटीएम विदड्रॉल पॉलिसीज में बदलाव किया है। हर महीने फ्री एटीएम विदड्रॉल की संख्या कम की जा रही है, खास तौर पर दूसरे बैंकों के एटीएम से लेन-देन के लिए। अब ग्राहकों को दूसरे बैंक के एटीएम से हर महीने सिर्फ तीन बार फ्री विदड्रॉल की परमिशन होगी, इस लिमिट से ज्यादा विदड्रॉल पर प्रति लेनदेन ₹20 से ₹25 तक का एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नैशनल बैंक, केनरा बैंक और कुछ अन्य बैंक्स अपने मिनिमम बैलेंस के नियमों को अपडेट करने जा रहे हैं। अब मिनिमम बैलेंस इस बात पर निर्भर करेगा कि अकाउंट शहरी (अर्बन), अर्ध-शहरी (सेमी-अर्बन) या ग्रामीण एरिया में है। निर्धारित बैलेंस न रखने पर जुर्माना लग सकता है।
कई बैंक पॉजिटिव पे सिस्टम (PPS) शुरू कर रहे हैं। इस सिस्टम में ₹5,000 से ज्यादा के चेक भुगतान के लिए वेरिफिकेशन की जरूरत होती है। ग्राहकों को चेक नंबर, तारीख, भुगतानकर्ता का नाम और प्रोसेसिंग से पहले बैलेंस जैसी जानकारी की पुष्टि करनी होगी, जिससे धोखाधड़ी और गलतियों में कमी आएगी।
डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए, बैंक कस्टमर्स की सहायता के लिए बेहतर ऑनलाइन सुविधाएं और AI-संचालित चैटबॉट लॉन्च कर रहे हैं। डिजिटल लेनदेन की सुरक्षा के लिए दो-फैक्टर अथॉन्टिकेशन और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन जैसे बेहतर सुरक्षा उपायों को भी मजबूत किया जाएगा।
कई बैंक सेविंग्स अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में संशोधन कर रहे हैं। सेविंग्स अकाउंट पर ब्याज अब खाते में बचे हुए अमाउंट पर निर्भर करेगा, जिसका मतलब है कि ज्यादा बचे पैसों पर बेहतर ब्याज मिल सकता है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक सहित प्रमुख बैंक अपने को-ब्रांडेड विस्तारा क्रेडिट कार्ड में बदलाव कर रहे हैं। टिकट वाउचर, रिन्यूअल पर्क्स (भत्ते) और माइलस्टोन रिवॉर्ड जैसे बेनिफिट्स बंद कर दिए जाएंगे। एक्सिस बैंक 18 अप्रैल से इसी तरह के बदलाव लागू करेगा, जिसका असर उसके विस्तारा क्रेडिट कार्डहोल्डर्स पर पड़ेगा।
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