पर्सनल फाइनेंस
3 min read | अपडेटेड March 21, 2025, 09:00 IST
सारांश
EPFO Members: इस साल जनवरी में EPFO के साथ नेट 17.89 लाख सदस्य जुड़े हैं। यह दिसंबर, 2024 की तुलना में 11.48% ज्यादा है। इस दौरान जोड़े गए कुल नए सदस्यों में 18-25 आयु वर्ग के 4.70 लाख सदस्य के साथ इस श्रेणी की हिस्सेदारी 57.07% रही। ईपीएफओ का कहना है कि ये आंकड़े देश में बढ़ते रोजगार के अवसरों और बेनिफिट्स के बारे में कर्मचारियों की बढ़ती जागरूकता को दिखाता है।
युवाओं और महिलाओं की संख्या में इजाफा वर्कफोर्स में टैलेंट और समानता की ओर रुख को दिखाता है।
प्रविजनल पेरोल डेटा के मुताबिक जनवरी 2025 में जनवरी 2024 की तुलना में 11.67% ज्यादा नेट सदस्य जोड़े गए। वहीं, इस महीने में करीब 8.23 लाख नए सदस्य नामांकित हुए।
EPFO का कहना है कि सदस्यों में हुई बढ़त से देश में रोजगार के अवसरों की मौजूदगी और कर्मचारियों के बीच बेनिफिट्स को लेकर बढ़ती जागरूकता नजर आती है। इसे ईपीएफओ के अभियानों की सफलता के तौर पर भी देखा जा रहा है।
जनवरी 2025 में 8.23 लाख नए सब्सक्राइबर्स जोड़े गए हैं जो पिछले साल जनवरी 2024 की तुलना में 1.87% ज्यादा है।
वहीं, इस दौरान जोड़े गए कुल नए सदस्यों में 18-25 आयु वर्ग के 4.70 लाख सदस्य के साथ इस श्रेणी की हिस्सेदारी 57.07 प्रतिशत रही। पिछले साल की तुलना में इस साल जोड़े गए 18-25 आयु वर्ग के नए सब्सक्राइबर्स की संख्या में 3.07% का इजाफा हुआ है।
जनवरी 2025 में 18-25 उम्र के 7.27 लाख सदस्यों को जोड़ा गया जो दिसंबर 2024 की तुलना में 6.19% और जनवरी 2024 की तुलना में 8.15% है।
इससे पता चलता है कि देश के संगठित क्षेत्र के कार्यबल में शामिल होने वाले अधिकतर सदस्य युवा हैं।
आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी में ईपीएफओ की योजनाओं से बाहर चले गए लगभग 15.03 लाख सदस्य वापस आ गए। जनवरी 2024 की तुलना में यह 23.55% ज्यादा है। ये ऐसे सदस्य हैं जिन्होंने अपनी नौकरी बदली और दोबारा संगठन के साथ जुड़े।
इन सदस्यों ने अपनी राशि का फाइनल सेटलमेंट करने की जगह ट्रांसफर किया जिससे वित्तीय सेहत को मजबूत किया जा सकेगा और सामाजिक सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया जा सकेगा।
बयान के मुताबिक, जोड़े गए लाख सदस्यों में से करीब 3.44 लाख महिला सदस्य हैं। यह दिसंबर, 2024 की तुलना में 13.48 प्रतिशत की वृद्धि है जबकि जनवरी 2024 की तुलना में 13.58% ज्यादा है।
वहीं, नए सब्सक्राइबर्स की बात करें तो इस महीने 2.17 लाख नई महिला सब्सक्राइबर्स को ईपीएफओ के साथ जोड़ा गया जो जनवरी 2024 की तुलना में 6.01% ज्यादा है। महिलाओं की संख्या में वृद्धि वर्कफोर्स के समावेशी और विविध होने का संकेत है।
राज्यों पर नजर डालें तो नए सदस्यों में इस महीने महाराष्ट्र की 22.77 प्रतिशत हिस्सेदारी रही। वहीं, कर्नाटक, तमिल नाडु, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना ने 5-5% से ज्यादा नए सदस्य जोड़े हैं। सबसे ज्यादा 39.86% सदस्य एक्सपर्ट सर्विसेज सेक्टर में जोड़े गए।
ईपीएफओ अप्रैल, 2018 से सितंबर, 2017 से बाद की अवधि को कवर करते हुए पेरोल आंकड़े जारी कर रहा है।
संबंधित समाचार
लेखकों के बारे में
अगला लेख