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2 min read | अपडेटेड March 18, 2025, 08:52 IST
सारांश
KYC डॉक्यूमेंट्स के लिए क्या आप भी बैंकों के बार-बार फोन करने से परेशान हो जाते हैं, अगर हां, तो जल्द ही इसका निवारण हो सकता है। आरबीआई गवर्नर ने इसको लेकर एक बयान दिया है, जो काफी कस्टमर्स को पसंद आएगा।
केवाईसी डॉक्यूमेंट्स को लेकर बैंक बार-बार करते हैं कस्टमर्स को फोन (Photo: Shutterstock)
बैंकों में केवाईसी (Know your customer) डॉक्यूमेंट्स जमा करने के लिए बार-बार आने वाले फोन कॉल्स से अगर आप भी परेशान रहते हैं, तो हो सकता है आने वाले समय में ऐसा कम हो। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) यानी कि Reserve Bank of India के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने सोमवार को बैंकों से कहा कि वे अपने कस्टमर्स को केवाईसी डॉक्यूमेंट्स के लिए बार-बार फोन करने से बचें। आरबीआई लोकपालों के वार्षिक सम्मेलन में मल्होत्रा ने साफ किया कि किसी भी वित्तीय नियामक की देखरेख वाली इकाई को डॉक्यूमेंट्स जमा करने से अन्य लोगों के लिए एक सामान्य डेटाबेस से उन तक पहुंचना संभव हो जाता है, और बार-बार अनुरोध करने को टालने योग्य असुविधा बताया।
आरबीआई गवर्नर ने कहा, ‘हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि एक बार कस्टमर द्वारा वित्तीय संस्थान को डॉक्यूमेंट्स देने के बाद, हम उन्हीं डॉक्यूमेंट्स को फिर से हासिल करने के पर जोर ना दें।’ उन्होंने इस बात पर निराशा जताई कि ज्यादातर बैंकों और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) यानी कि नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी ने अपनी ब्रांच या ऑफिस को केंद्रीय डेटाबेस से जानकारी प्राप्त करने की सुविधा नहीं दी है, जिसके कारण कस्टमर्स को असुविधा का सामना करना पड़ता है।
मल्होत्रा ने कहा, ‘इसे जल्द ही आसान बनाया जा सकता है। यह सभी के हित में होगा।’ आरबीआई गवर्नर की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब बैंकिंग कस्टमर्स बार-बार केवाईसी फिर से पेश करने के अनुरोध के कारण, विशेष रूप से सोशल मीडिया स्टेज पर असुविधा की शिकायत कर रहे हैं। केवाईसी अपडेट ना कराने पर बैंक आपके ट्रांजैक्शन रोक सकता है, उसे अस्थायी तौर पर निलंबित कर सकता है, यहां तक कि आपका अकाउंट बंद भी कर सकता है, हालांकि ऐसा कोई भी कदम उठाने से पहले बैंक आपको इसकी जानकारी जरूर देगा।
(भाषा इनपुट के साथ)
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