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2 min read | अपडेटेड March 12, 2025, 14:59 IST
सारांश
AMFI February Data: फरवरी के महीने में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश जनवरी के मुकाबले कम हो गया है। वहीं, सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) में निवेश भी तीन महीने में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। AMFI के डेटा में दिखता है कि निवेशक एक बार फिर ज्यादा जोखिम वाले रिटर्न्स को लेकर सतर्कता दिखा रहे हैं।
AMFI के फरवरी 2025 के डेटा में निवेश के बदलते हुए ट्रेंड्स देखने को मिले हैं।
शेयर बाजार में पिछले कुछ वक्त से जारी उतार-चढ़ाव का असर म्यूचुअल फंड्स में निवेश पर भी देखने को मिला है। इस साल फरवरी के महीने में भारत में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में नेट इनफ्लो जनवरी की तुलना में 26% नीचे आ गिरा। असोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (Association of Mutual Funds of India, AMFI) के ताजा डेटा में यह जानकारी सामने आई है।
फरवरी में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स का नेट इन्फ्लो ₹29,303.34 करोड़ रहा जबकि जनवरी में यह ₹39,687.78 करोड़ था। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan, SIP) में निवेश भी 3 महीने में सबसे निचले स्तर पर रहा।
वहीं, मिड-कैप और स्मॉल-कैप फंड्स में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। मिड-कैप फंड्स जनवरी में ₹5,147.87 करोड़ से गिरकर फरवरी में ₹3,406.95 करोड़ पर और स्मॉल-कैप फंड्स जनवरी में ₹5,720.87 करोड़ से गिरकर फरवरी में ₹3,722.46 करोड़ पर आ गए।
इसके पहले अक्टूबर से लेकर जनवरी तक के ट्रेंड्स में देखा गया था कि निवेशक स्मॉल-कैप और मिड-कैप फंड्स की ओर रुख कर रहे हैं। इन पर कम जोखिम वाले लार्ज-कैप फंड्स की तुलना में ज्यादा निवेश दर्ज किया जा रहा था।
हालांकि, बाजार में गिरावट के दौर के बीच निवेशकों ने एक बार फिर सतर्कता बरतते हुए जोखिम से बचने की कोशिश की है। इसका असर स्मॉल, मिड-कैप फंड्स में देखा गया है। स्मॉल-कैप फंड्स में जहां 34.9% गिरावट दर्ज की गई, वहीं मिड-कैप फंड्स में 33.8% की कमी रही। इससे उलट लार्ज कैप फंड्स में महज 6.4% की गिरावट रही जो ₹2,866 करोड़ रहे।
AMFI डेटा के मुताबिक फरवरी में कुल ऐसेट अंडर मैनेजमेंट (assets under management, AUM) 4.04% लुढ़ककर ₹64.5 लाख करोड़ पर आ गिरे जबकि जनवरी में ये ₹67.3 लाख करोड़ पर थे। वहीं, सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स जनवरी में ₹9,016.60 करोड़ से गिरकर ₹5,711.58 करोड़ पर पहुंच गए।
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