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  1. बजट 2025 में इनकम टैक्स पर खुशखबरी, तो क्यों नहीं खिला शेयर बाजार? SENSEX, NIFTY50 में दिखी सुस्ती

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बजट 2025 में इनकम टैक्स पर खुशखबरी, तो क्यों नहीं खिला शेयर बाजार? SENSEX, NIFTY50 में दिखी सुस्ती

Upstox

3 min read | अपडेटेड February 01, 2025, 18:41 IST

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सारांश

Stock Market on Budget Day: दिन का कारोबार खत्म होते वक्त S&P BSE SENSEX 5.39 अंकों की बढ़त के साथ 77,505.96 के स्तर पर जबकि NSE का NIFTY50 सूचकांक 26.25 अंक नीचे 23,482.15 के स्तर पर ट्रेड कर रहे थे।

उम्मीद की जा रही थी स्टॉक मार्केट बजट के बाद तेजी से ऊपर उठेगा।

उम्मीद की जा रही थी स्टॉक मार्केट बजट के बाद तेजी से ऊपर उठेगा।

केंद्रीय बजट 2025 से उम्मीद की जा रही थी कि टैक्स का बोझ कम करके आम लोगों के पास ज्यादा खर्च करने को राशि रखने का रास्ता निकालेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने सालाना ₹12 लाख से कम आमदनी वालों को आयकर (Income Tax slab) से आजाद कर इस उम्मीद को पूरा भी कर दिया।

नई कर व्यवस्था (New Tax Regime) को चुनने वालों को अब छूट का फायदा मिल सकेगा। मध्यमवर्गीय वेतनप्राप्त कर्मचारी राहत की सांस लेंगे जिनके लिए ₹75,000 अतिरिक्त स्टैंडर्ड डिडक्शन होने से ₹12.75 लाख तक की आमदनी पर कोई टैक्स नहीं पड़ेगा।

वित्त मंत्री ने अपने भाषण में कहा कि नए ढांचे की मदद से मिडिल क्लास के ऊपर से टैक्स का बोझ कम होगा और उनके पास खर्च करने को ज्यादा पैसे होंगे। इससे घरेलू उपभोग भी बढ़ेगा, साथ ही साथ बचत और निवेश में भी तेजी आएगी।

ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि सरकार के इतने बड़े फैसले के बाद स्टॉक मार्केट रेकॉर्ड ऊचाइयों को छू सकता है। हालांकि, इससे उलट शनिवार को कारोबार में संवेदनशीलता देखी गई और हेडलाइन सूचकांक बजट सत्र के बाद तेजी से चढ़ते-उतरते रहे।

क्यों नहीं दिखा पॉजिटिव असर?

माना जा रहा है कि स्टॉक्स की इस फीकी परफॉर्मेंस का कारण सरकार का ध्यान कैपिटल खर्चों से हटकर उपभोग को बढ़ावा देने की ओर जाना है। ऐसी उम्मीदें की जा रही थीं कि सरकार कैपिटल खर्चों को एक बड़ा हिस्सा देगी। सरकार बुनियादी ढांचे, निर्माणक्षेत्र पर जोर देते हुए और उन्हें आर्थिक वृद्धि के लिए अहम फैक्टर मानते हुए उनपर फोकस करेगी।

हालांकि, सरकार ने कैपिटल खर्चों पर वित्त वर्ष 2025-26 के लिए लक्ष्य उम्मीद से कम ₹11.2 लाख करोड़ तय किया है। इसके चलते कैपिटल गुड्स, इंजिनियरिंग (डिफेंस, रेलवे) और इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में गिरावट दर्ज की गई है। इससे उलट उपभोग पर आधारित स्टॉक्स तेजी से ऊपर की ओर बढ़ते हुए दिखे।

दिन का कारोबार खत्म होते वक्त S&P BSE SENSEX 5.39 अंकों की बढ़त के साथ 77,505.96 के स्तर पर जबकि NSE का NIFTY50 सूचकांक 26.25 अंक नीचे 23,482.15 के स्तर पर ट्रेड कर रहे थे।

किसको फायदा?

सेक्टर्स की बात करें तो FMCG स्टॉक्स को बंपर मुनाफा होता दिखाई दिया। BSE FMCG सूचकांक 597.49 अंक ऊपर 21,152.76 के स्तर पर पहुंच गया। इसमें सबसे ज्यादा फायदा ITC, HUL, Varun Beverages, और Godrej Consumer Products को हुआ।

वहीं, ऑटो स्टॉक्स भी ऊपर की ओर बढ़ते रहे। BSE AUTO सूचकांक 901.30 अंक ऊपर 52,428.15 के स्तर पर पहुंच गया जहां सबसे ज्यादा फायदा M&M, Maruti, Bajaj Auto, और Eicher Motors को हुई।

कौन फिसला?

उधर, सबसे ज्यादा घाटे में कैपिटल गुड्स स्टॉक रहे। BSE CAPITAL GOODS सूचकांक 1948.04 अंक नीचे 62,581.73, के स्तर पर आ गिरा। यहां सबसे ज्यादा नुकसान L&T, BEL, Siemens India, HAL को हुआ। इनके अलावा रेलवे स्टॉक्स समेत इंडस्ट्रियल स्टॉक्स को भी नुकसान झेलना पड़ा।

रेलवे के कैपिटल खर्चों में कोई इजाफा नहीं किया गया है जिससे निवेशकों में हताशा रही। बजट दस्तावेजों के मुताबिक रेलवे सेक्टर को मिला आवंटन पिछले वित्त वर्ष की तरह ही ₹2.55 लाख करोड़ पर कायम रखा गया है। यहां Texmaco Rail 9%, IRCON 8.7% और RVNL 8% की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे थे।

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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