मार्केट न्यूज़
3 min read | अपडेटेड January 06, 2025, 14:16 IST
सारांश
HMPV Virus: अभी तक चीन में तेजी पकड़ रहे HMPV वायरस के भारत में पाए जाने के बाद चिंताएं बढ़ गई हैं। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बारे में बयान जारी करते हुए लोगों से चिंता ना करने की अपील की है।
कर्नाटक में दो मामले सामने आने के बाद चिंता
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research, ICMR) ने कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस या HMPV (Human Metapneumovirus) के दो मामलों का पता लगाया है। वहीं, भारतीय शेयर बाजार में भी आज गिरावट का दौर रहा। SENSEX और NIFTY50, दोनों आज नुकसान के साथ ट्रेड कर रहे हैं।
अभी तक चीन में तेजी पकड़ रहे वायरस के भारत में पाए जाने के बाद चिंताएं बढ़ गई हैं। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बारे में बयान जारी करते हुए लोगों से चिंता ना करने की अपील की है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि ICMR ने सांस से जुड़ी बीमारियों पर नजर रखते हुए रूटीन सर्वेलंस के दौरान इन मामलों का पता लगाया है। मंत्रालय का कहना है कि यह वायरस पहले से ही दुनियाभर में फैला हुआ है और इससे जुड़ी बीमारियों के मामले भी कई देशों में पाए जा चुके हैं।
मंत्रालय का कहना है कि ICMR और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (Integrated Disease Surveillance Programme) के डेटा के मुताबिक देश में इन्फ्लुएंजा जैसी या सांस से जुड़ी गंभीर बीमारी के मामलों में चिंताजनक वृद्धि नहीं देखी गई है।
मंत्रालय ने बताया है कि जिन दो बच्चों में यह वायरस पाया गया था उनमें से एक को अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई है और दूसरे की तबीयत में भी सुधार है। बयान में कहा गया है कि मंत्रालय खुद भी हालात पर नजर रखे है और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से चीन की स्थिति के बारे में अपडेट ले रहा है ताकि खुद को तैयार रखा जा सके।
HMPV नया वायरस नहीं है। सर्दियां आने पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है, उन्हें हो जाता है। डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज, डॉ. अशोक गोयल ने बताया है कि इसमें सामान्य इन्फ्लुएंजा की तरह खांसी, बुखार, खराश जैसे लक्षण होते हैं। कुछ मामलों में यह निमोनिया में तब्दील हो जाता है।
डॉ. गोयल का कहना है कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने सलाह दी है कि लोग सामान्य सफाई रखने पर ध्यान दें और सर्दियों के मौसम में बचाव के जो तरीके अपनाते हैं, उन पर कायम रहें। उन्होंने दावा किया है कि भारत में अस्पताल इस वायरस से निपटने के लिए तैयार हैं।
सोमवार को शेयर बाजार में गिरावट का दौर रहा। दोपहर को 12:54 पर NSE का NIFTY50 सूचकांक 1.12% या 267.95 अंकों की गिरावट के साथ 23,736.80 पर पहुंच गया था जबकि BSE SENSEX 1.10% या 870.39 अंकों की गिरावट के साथ 78,352.72 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था।
हेल्थकेयर सेक्टर के स्टॉक्स में Max Healthcare, Fortis Healthcare और Indraprastha Medical Corp गिरावट में चल रहे थे जबकि Apollo Hospitals, Artemis Med Services और Aster DM Healthcare बढ़त के साथ ट्रेड कर रहे थे।
हालांकि, बाजार गिरने के पीछे घरेलू कंपनियों के ट्रेंड, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बने हालात, विदेशी संस्थागत निवेशकों का रवैया और कच्चे तेल की कीमतों में हो रहे बदलाव एक बड़ा कारण रहे।
लेखकों के बारे में
अगला लेख