मार्केट न्यूज़
3 min read | अपडेटेड January 13, 2025, 12:40 IST
सारांश
Laxmi Dental IPO: सोमवार को खुलने के बाद इस आईपीओ पर बुकिंग बुधवार, 15 जनवरी को बंद हो जाएगी। इससे पहले ऐंकर इन्वेस्टर राउंड में कंपनी ने ₹314.12 करोड़ जुटा लिए थे।
भारत में डेंटल सर्विसेज को लेकर बढ़ती जागरूकता और ट्रेंड के चलते ऐसी कंपनियों को हो रहा है फायदा
डेंटल प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज देने वाली कंपनी Laxmi Dental का आईपीओ (Initial Public Offering) सोमवार, 13 जनवरी को पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलते ही पूरा बुक हो गया। इस पर सुबह 12:30 बजे तक 2.07 गुना सब्सक्रिप्शन आ चुका था। ₹698 करोड़ के इस इशू में 89.70 लाख शेयर्स ऑफर पर हैं जबकि 1.85 करोड़ की मांग पर बोली लग चुकी थी। इससे पहले ऐंकर इन्वेस्टर राउंड में कंपनी ने ₹314.12 करोड़ जुटा लिए थे।
इसमें सबसे आगे रहे खुदरा निवेशक जिन्होंने अपने कोटा पर 6.44 गुना बोली लगाई। यहां 16.30 लाख शेयर्स ऑफर पर थे जबकि बोली 1.05 करोड़ शेयर्स के लिए लगी। इसके बाद गैर-संस्थागत निवेशक निवेशकों ने 3.30 गुना बोली लगाई। यहां 24.46 लाख शेयर्स ऑफर पर थे जबकि बोली 80.69 लाख शेयर्स पर लगी। योग्य-संस्थागत निवेशकों (Qualified Institutional Buyers) का खाता अभी नहीं खुला था।
Laxmi Dental IPO के लिए प्राइस बैंड ₹407-₹428 प्रति शेयर का तय किया गया है। खुदरा निवेशकों के लिए निवेश की न्यूनतम सीमा 33 शेयर्स का एक लॉट है जिसकी कुल कीमत ₹13,431 है। इसमें ₹138 करोड़ के नए शेयर्स और ₹560 करोड़ के शेयर्स ऑफर-फॉर-सेल पर हैं। इससे आने वाला कैपिटल कंपनी को नहीं, बल्कि प्रमोटर्स को जाएगा।
सोमवार को खुलने के बाद इस आईपीओ पर बुकिंग बुधवार, 15 जनवरी को बंद हो जाएगी। इसके शेयर्स का अलॉटमेंट अगले दिन 16 जनवरी को फाइनल हो जाएगा और 17 जनवरी को रीफंड और डीमैट अकाउंट में शेयर्स का ट्रांसफर कर दिया जाएगा। इसके बाद 20 जनवरी को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर इसके शेयर्स उतर सकते हैं।
कंपनी इस आईपीओ से आने वाले कैपिटल में से ₹22.98 करोड़ बकाये चुकाने के लिए करेगी। ₹4.60 करोड़ का निवेश सब्सिडियरी के बकाये चुकाने के लिए किया जाएगा। इसके अलावा ₹68.51 करोड़ अपने और अपनी सब्सिडियरी Bizdent Devices Pvt Ltd. के लिए नई मशीनरी खरीदने में इस्तेमाल किया जाएगा। बची हुई राशि को सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
Laxmi Dental साल 2004 में बनी थी। यह अलाइनर्स से लेकर क्राउन और ब्रिज तक कई तरह के डेंटल प्रॉडक्ट्स उपलब्ध कराती है।कंपनी डिजिटल डेंटिस्ट्री सलूशन्स भी देती है। इसके तीन बिजनेस सेगमेंट हैं- लैब, अलाइनर सलूशन और पीडियाट्रिक डेंटल प्रॉडक्ट्स।
Laxmi Dental भारत के साथ-साथ अमेरिकी और ब्रिटेन जैसे देशों में भी डेंटल सर्विसेज देती है। भारत में सितंबर 2024 तक इसकी 6 मैन्युफैक्चरिंग फसिलटीज थीं जिनमें से 5 मुंबई में और एक कोच्चि, केरल में।
भारत में बढ़ती जागरूकता, खर्च करने की क्षमता और पारंपरिक ब्रेसेज की जगह क्लियर अलाइनर के बढ़ते ट्रेंड के चलते डेंटल मार्केट के तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। डेंटल लैब मार्केट के साल 2030 तक 11.8% CAGR पर $3.1 अरब तक पहुंचने का अनुमान है। क्लियर अलाइनर मार्केट के भी 23% CAGR पर $56.9 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। ऐसे में Laxmi Dental का प्लान इन मौकों का भरपूर फायदा उठाने का है।
विवरण | FY23 | FY24 | H1FY25 |
---|---|---|---|
राजस्व (₹ करोड़) | 161.6 | 193.5 | 116.7 |
शुद्ध लाभ/हानि (₹ करोड़) | -4.1 | 25.2 | 22.7 |
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