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3 min read | अपडेटेड April 11, 2025, 11:50 IST
सारांश
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी कहा कि भारत में लॉजिस्टिक्स का खर्च 14 से 16% है, जबकि चीन में यह 8% और अमेरिका और यूरोप के देशों में 12 % के लेवल पर है।
अमेरिका के टैरिफ से किस तरह भारत को मिल सकता है फायदा?
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका की टैरिफ के कारण भारत के सामने दुनिया भर में अपना निर्यात बढ़ाने के अवसर पैदा हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार देश के आधारभूत ढांचे को मजबूत करते हुए लॉजिस्टिक्स (माल के परिवहन और आपूर्ति का काम) खर्च घटाने की कोशिश कर रही है ताकि इंपोर्ट मार्केट में चीन जैसे देशों को टक्कर दी जा सके। गडकरी ने इंदौर से करीब 30 किलोमीटर दूर पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में करीब 1,200 करोड़ रुपये के मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क प्रोजेक्ट के जारी निर्माण कार्य का निरीक्षण किया।
इसके बाद उन्होंने कहा, ‘आपको पता है कि आज दुनिया में किस तरह की बातें हो रही हैं। अब अमेरिका ने जिस तरह के टैरिफ लगाए हैं, उसके कारण हमारे सामने कई अवसर भी हैं कि हम आने वाले समय में दुनिया भर के देशों में अपना इंपोर्ट बढ़ा सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि भारत में लॉजिस्टिक्स का खर्च 14 से 16% है, जबकि चीन में यह 8% और अमेरिका और यूरोप के देशों में 12 % के लेवल पर है। गडकरी ने कहा, ‘चीन के मुकाबले भारत का लॉजिस्टिक्स खर्च करीब 8% ज्यादा होने से हम इंपोर्ट के मोर्चे पर प्रतिस्पर्धी नहीं बन पाते हैं।’ उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक्स खर्च घटाने के लिए देश भर में लॉजिस्टिक्स पार्क, मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क और अन्य सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। गडकरी ने कहा कि पीथमपुर में 255 एकड़ में फैले मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क के पहले राउंड का निर्माण कार्य डेढ़ से दो साल में काम पूरा होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि इस पार्क से पश्चिमी मध्यप्रदेश के मालवा-निमाड़ अंचल में एक्सपोर्ट-इंपोर्ट को बल मिलेगा, लॉजिस्टिक्स खर्च घटेगा और आर्थिक तरक्की होगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश का 40% जैविक उत्पादन मध्यप्रदेश में होता है और राज्य के कुल जैविक उत्पादन में 75% हिस्सेदारी अकेले मालवा-निमाड़ अंचल की है। गडकरी ने पीथमपुर के मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क में ‘रेलवे साइडिंग’ के काम की नींव भी रखी। इसके तहत इस पार्क को रेलवे लाइन के जरिए करीब सात किलोमीटर दूर स्थित सागौर रेलवे स्टेशन से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस रेल लाइन के जरिए मालवा-निमाड़ अंचल के किसानों की उपज मुंबई के जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह और गुजरात के कांडला और मुंद्रा के बंदरगाहों तक कम खर्च और समय में पहुंच सकेगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार से जरूरी अनुमतियां लेकर ऐसी व्यवस्था भी की जाएगी कि पीथमपुर के मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क में ही कंटेनरों की पूरी जांच हो जाए और इन्हें रेलवे लाइन के जरिए सीधे बंदरगाहों तक पहुंचा कर जहाजों में लादा जा सके। गडकरी ने कहा, ‘यह एक तरह से ऐसी बात है कि मुंबई का समुद्र पीथमपुर आ जाएगा।’ उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में नर्मदा और अन्य बड़ी नदियों पर जल मार्ग बनाकर माल का परिवहन किए जाने की संभावनाएं हैं, जिससे सूबे में आर्थिक रफ्तार को बल मिलेगा।
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