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2 min read | अपडेटेड April 09, 2025, 03:09 IST
सारांश
Aadhar Mobile App: अभी टेस्टिंग फेज में चल रहे मोबाइल ऐप के जरिए आधार के फिजिकल कार्ड की जरूरत नहीं पड़ेगी। ना ही इसकी फोटोकॉपी कहीं देनी होगी। सिर्फ ऐप पर QR कोड स्कैन करके जरूरी जानकारी शेयर की जा सकेगी। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि इसके जरिए आधार को और सुरक्षित बनाया जा सकेगा।
आधार मोबाइल ऐप के जरिए फेस ऑथेंटिकेशन भी डिजिटली किया जा सकेगा।
Aadhaar Card की फिजिकल कॉपी या फोटोकॉपी की जरूरत जल्द ही खत्म होने वाली है। इसकी जगह लेगा एक मोबाइल ऐप जिसका इस्तेमाल कभी भी, कहीं भी किया जा सकेगा और यह डेटा की सुरक्षा को भी सुनिश्चित कर सकेगा।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस नई पहल के बारे में X (पहले ट्विटर) पर विस्तार से जानकारी दी है। वैष्णव ने बताया है कि नए आधार ऐप पर काम चल रहा है और यह अभी बीटा टेस्टिंग के चरण में है।
इस ऐप के आने से फेस आईडी ऑथेंटिकेशन मोबाइल ऐप के जरिए ही किया जा सकेगा और अब फिजिकल आधार कार्ड या इसकी फोटोकॉपी लेकर घूमने की जरूरत नहीं होगी।
यूजर्स अब QR कोड को स्कैन कर अपनी जरूरी जानकारी शेयर कर सकेंगे। जहां पर भी आधार से जुड़ी जानकारी की जरूरत होगी, ऐप के जरिए ही इसे रिक्वेस्ट किया जाएगा और सिर्फ उतनी ही जानकारी ऐप पर कोड स्कैन करके या रिक्वेस्ट ऐक्सेप्ट करके शेयर की जा सकेगी।
आधार डीटेल्स को डिजिटली वेरिफाई किया जा सकेगा और जानकारी शेयर करते हुए भी डेटा की सुरक्षा को बरकरार रखा जा सकेगा। इस ऐप के आने से होटेल या ट्रैवल के दौरान आधार की फोटोकॉपी की जरूरत खत्म हो जाएगी।
इससे सबसे बड़ा फायदा इसका होगा कि कार्ड के जरिए किसी के हाथ आधार की जानकारी लगने का खतरा कम हो सकेगा। वहीं, ज्याता डेटा प्राइवेसी भी हासिल की जा सकेगी।
वैष्णव का कहना है कि इससे आधार डेटा लीक या गलत इस्तेमाल को भी रोका जा सकेगा। इसके अलावा आधार को फोटोशॉप करके गलत इस्तेमाल या फर्जी कार्ड बनाने जैसी हरकतों पर भी नकेल कसी जा सकेगी।
केंद्रीय मंत्री ने राजधानी नई दिल्ली में आधार संवाद कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए आधार ऐप के बारे में ये जानकारियां दीं। उन्होंने ‘आधार’ को दूसरे कई कार्यक्रमों का आधार बताया और कहा कि इसके जरिए डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा सकेगा।
इस मौके पर उन्होंने हितधारकों से DPIs के साथ आर्टिफिशल इंटेलिजेंस को जोड़ने के लिए आइडिया भी मांगे। उन्होंने UIDAI को लोगों की भलाई के लिए काम करके ले लिए प्रोत्साहित भी किया।
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