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3 min read | अपडेटेड February 19, 2025, 14:55 IST
सारांश
Sunita Williams: इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर ऐस्ट्रोनॉट्स अलग-अलग एक्सपेरिमेंट करते हैं। सुनीता और बुच ने भी पेड़ों को पानी देने, अल्ट्रासाउंड-असिस्टेड वेन स्कैन के जरिए शरीर पर माइक्रोग्रैविटी के असर को समझने के लिए एक्सपेरिमेंट किए हैं।
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर का कहना है कि वे अंतरिक्ष में फंसे नहीं हैं।
पिछले साल जून, 2024 में NASA ऐस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और बुच विलमोर अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (International Space Station, ISS) के लिए 8 दिन के मिशन पर निकले थे।
बोईंग का स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट दोनों को धरती का चक्कर काट रहे ISS पर लेकर गया था। उनकी वापसी 14 जून को होनी थी लेकिन 8 महीने से ज्यादा हो गए हैं और अभी धरती पर लौटने का उनका इंतजार खत्म नहीं हुआ है।
CNN को दिए एक इंटरव्यू में सुनीता के साथ मिशन पर गए बुच विलमोर ने कहा कि उन्हें अंतरिक्ष में फंसा हुआ महसूस नहीं हो रहा है क्योंकि वे तैयारी के साथ गए थे। वहीं, सुनीता का कहना है कि वह ISS पर अपने एक्सपीडिशन को पूरा एंजॉय कर रही हैं। भले ही उनके रुकने का समय बढ़ गया है लेकिन इसके लिए ट्रेनिंग पहले से दी जाती है। उन्होंने बताया कि स्पेस स्टेशन पर खाना भी है, और अच्छे साथी भी। इसलिए समय आसानी से बीत रहा है।
विलियम्स ने बताया कि धरती पर उतरने के बाद पुराने तरीकों और अनुभवों में लौटना मुश्किल होने वाला है। उन्होंने बताया कि पहले दो बार वह लंबे वक्त के लिए स्पेस स्टेशन पर रही हैं और मांसपेशियों में मूवमेंट धीरे-धीरे ही सामान्य होता है। हालांकि, उन्हें स्पेस छोड़ने का दुख ज्यादा होगा।
वहीं, विलमोर ने बताया कि वापस जाने के बाद सबसे बड़ी चुनौती ग्रैविटी से मिलने वाली है क्योंकि वही सबसे कठिन होती है। स्पेस में ग्रैविटी का असर नहीं होता। शरीर के फ्लूइड्स ऊपर की ओर जाने से चेहरा फूला रहता है, वह निचले हिस्से में लौटेगा। यहां तक कि एक सामान्य सी पेंसिल उठाने पर भी उसका वजन महसूस होगा।
विलमोर ने बताया कि फिलहाल जो प्लान है, उसके मुताबिक 12 मार्च को Crew10 लॉन्च होगा और 19 मार्च को उनकी वापसी होगी। सुनीता और बुच को लेकर जो स्पेसक्राफ्ट गया था उसमें हीलियम लीक और थ्रस्टर फेलियर के चलते खराबी आ गई थी। इससे उसे ISS से खाली वापस लौटा दिया गया था।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) और SpaceX के मालिक इलॉन मस्क (Elon Musk) ने आरोप लगाया है कि दोनों अंतरिक्षयात्रियों को राजनीतिक कारणों से स्पेस में छोड़ दिया गया था। अब SpaceX का ही स्पेसक्राफ्ट दोनों को वापस लेने मार्च में जाएगा।
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर ऐस्ट्रोनॉट्स अलग-अलग एक्सपेरिमेंट करते हैं। माइक्रोग्रैविटी के असर को स्टडी किया जाता है। सुनीता और बुच ने भी पेड़ों को पानी देने, अल्ट्रासाउंड-असिस्टेड वेन स्कैन के जरिए शरीर पर माइक्रोग्रैविटी के असर को समझने के लिए एक्सपेरिमेंट किए हैं।
इस दौरान विलियम्स ने किसी महिला द्वारा स्पेसवॉक पर सबसे लंबा समय बिताने का रेकॉर्ड भी तोड़ डाला है। यह रेकॉर्ड पहले पेगी विटसन के नाम था। सुनीता कुल 62 घंटे 6 मिनट स्पेसवॉक पूरी करके पेगी से आगे निकल गई हैं।
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