पर्सनल फाइनेंस
2 min read | अपडेटेड December 05, 2024, 09:46 IST
सारांश
UPI Lite ऑफलाइन ट्रांजैक्शन की सुविधा देता है यानी बिना इंटरनेट के ये काम करता है। इसमें अलर्ट रियल टाइम में नहीं दिए जाते हैं और ना वेरिफिकेशन के लिए PIN की जरूरत होती है।
इसे लेकर अक्टूबर में किया गया था ऐलान
UPI Lite ऑफलाइन ट्रांजैक्शन की सुविधा देता है यानी बिना इंटरनेट के ये काम करता है। इसमें अलर्ट रियल टाइम में नहीं दिए जाते हैं और ना वेरिफिकेशन के लिए PIN की जरूरत होती है।
अभी पेमेंट ट्रांजैक्शन करने के पहले UPI और IMPS (Immediate Payment Service) पर रिसीवर का नाम वेरिफाई करना होता है।
अक्टूबर में RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि ऐसा ही सिस्टम RTGS (Real Time Gross 4 Settlement System) और NEFT (National Electronic Funds Transfer) में लाना प्रस्तावित है। इससे गलत क्रेडिट या फ्रॉड टाला जा सकेगा।
इसके पहले ऑफलाइन पेमेंट में ट्रांजैक्शन लिमिट ₹500 थी जबकि वॉलेट लिमिट ₹2000 थी। रिजर्व बैंक ने ऑफलाइन ट्रांजैक्शन में कम वैल्यू के डिजिटल पेमेंट को आसान बनाने के लिए जनवरी, 2022 में बदलाव किया था। अक्टूबर में पेमेंट लिमिट बढ़ाने का ऐलान किया गया था।
बैंक एक रिजर्व बैंक क्लाइमेट रिस्क इन्फर्नेसन सिस्टम भी बनाएगा। क्लाइमेट चेंज फाइनेंशियल सिस्टम के लिए एक बड़े खतरे के तौर पर उभर रहा है।
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