return to news
  1. SEBI ने बदले Mutual Fund नियम, लाया MF Lite फ्रेमवर्क, नए ऐसेट क्लास

पर्सनल फाइनेंस

SEBI ने बदले Mutual Fund नियम, लाया MF Lite फ्रेमवर्क, नए ऐसेट क्लास

Upstox

3 min read | अपडेटेड December 18, 2024, 08:29 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

SEBI ने Mutual Fund नियमों में बदलाव करते हुए निवेशकों के लिए नए और आसान प्रॉडक्ट्स लाने के साथ रिस्क और नुकसान को कम करने की कोशिश की है।

पैसिव फंड्स के लिए लाया गया है MF Lite फ्रेमवर्क

पैसिव फंड्स के लिए लाया गया है MF Lite फ्रेमवर्क

कैपिटल मार्केट रेग्युलेटर सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने म्यूचुअल फंड नियमों में कुछ बदलाव किए हैं। इनके जरिए इन्वेस्टमेंट से जुड़े नए प्रॉडक्ट्स लाए गए हैं। इसके तहत ऐसे निवेशक जो ज्यादा रिस्क ले सकते हैं, उनके लिए Specialized Investment Fund के साथ-साथ इंडेक्स और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड से जुड़ी योजनाओं के तहत लिबरलाइज किया गया ‘म्यूचुअल फंड लाइट’ फ्रेमवर्क पेश किया गया है।

Specialized Investment Funds (SIF) म्यूचुअल फंड को निवेश की अडवांस्ड स्ट्रैटजी शुरू करने की छूट देते हैं। यह ओपन एंडेड स्कीम, क्लोज एंडेड स्कीम वगैरह के लिए होंगे। उम्मीद की जा रही है कि इससे देश में निवेश के क्षेत्र को व्यापक और विविध बनाया जा सकेगा।

SEBI ने सोमवार को बताया कि संबंधित संपत्ति प्रबंधन कंपनी (Asset Management Company, AMC) में नए प्रॉडक्ट्स की सभी निवेश स्ट्रैटजी में प्रति निवेशक कम से कम ₹10 लाख का निवेश किया जा सकता है। इसमें मान्यता प्राप्त निवेशक (accredited investors) शामिल नहीं हैं।

इस तरीके से रिस्क कंट्रोल किया जा सकता है। सेबी ने इन फंड्स के लिए अलग ब्रांडिंग, पारदर्शिता और निवेशक सुरक्षा पर जोर दिया है। नए प्रॉडक्ट का लक्ष्य म्यूचुअल फंड और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज के बीच अंतर को पाटना है।

इसके अलावा, इसका उद्देश्य गैर-पंजीकृत और अनधिकृत इन्वेस्टमेंट स्कीम्स पर लगाम लगाना है। ऐसी योजनाएं अकसर हाई रिटर्न का वादा करती हैं जो असल में मुमकिन नहीं होता। ये बेहतर रिटर्न का सपना दिखाकर निवेशकों की उम्मीदों का फायदा उठाते हैं। इससे बड़ा फाइनेंशियल रिस्क पैदा होता है।

इसके अलावा, SEBI ने MF की सूचकांक और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड से जुड़ी योजनाओं (Passively managed Funds) के अंतर्गत लिबरलाइज्ड म्यूचुअल फंड लाइट (MF Lite) फ्रेमवर्क पेश किया है।

इस फ्रेमवर्क का लक्ष्य है- एंट्री में आसानी को बढ़ावा देना, नई यूनिट्स का हौसला बढ़ाना, कंप्लायंस की जरूरतों को कम करना, पकड़ मजबूत करना, बाजार में नकदी बढ़ाना, इन्वेस्टमेंट डायवर्सिफिकेशन करना और इनोवेशन को बढ़ाना।

SEBI ने कहा है कि MF Lite AMC के पास ऐसेट्स में निवेश के लिए कम से कम ₹35 करोड़ का नेटवर्थ होना जरूरी है। अगर लगातार 5 साल तक मुनाफा होता है तो इसे घटाकर ₹25 करोड़ किया जा सकता है।

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

अगला लेख