पर्सनल फाइनेंस
3 min read | अपडेटेड December 17, 2024, 15:12 IST
सारांश
फिलहाल फसल के बाद कर्ज ₹21 लाख करोड़ के कुल कृषि ऋण में से केवल ₹40,000 करोड़ रुपये है। वहीं, e-NWR के तहत ऋण केवल ₹4,000 करोड़ है।
लोन गारंटी के जरिए बैंकों का सपॉर्ट पाने का लक्ष्य
भारत सरकार ने किसानों को राहत देने वाला एक बड़ा फैसला किया है। केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने फसल-कटाई के बाद कर्ज देने से जुड़ी एक नई योजना का ऐलान किया है। इलेक्ट्रॉनिक वेयरहाउस रसीदों (e-NWRs) का फायदा उठाकर किसानों को फसल कटाई के बाद कर्ज मिल सके, इसके लिए 1,000 करोड़ रुपये की ऋण गारंटी योजना शुरू की गई है।
इस योजना का लक्ष्य है कि भंडारगृह विकास और नियामक प्राधिकरण (WDRA) रजिस्टर्ड रिपॉजिटरी की ओर से जारी की गईं इलेक्ट्रॉनिक नेगोशिएबल वेयरहाउस रसीदों (e-NWRs) के बदले कर्ज देने में बैंकों की अरुचि को कम किया जा सके।
फूड सेक्रटरी संजीव चोपड़ा ने बताया कि फिलहाल फसल के बाद कर्ज ₹21 लाख करोड़ के कुल कृषि ऋण में से केवल ₹40,000 करोड़ रुपये है। वहीं, e-NWR के तहत ऋण केवल ₹4,000 करोड़ है। चोपड़ा ने उम्मीद जताई है कि अगले 10 साल में फसल के बाद के कामकाज के लिए कर्ज बढ़कर ₹5.5 लाख करोड़ हो जाएगा।
उनका कहना है कि अगर बैंकिंग और वेयरहाउसिंग क्षेत्र मिलकर कोशिश करें तो इस लक्ष्य को हासिल करने में सफलता मिल सकती है।
चोपड़ा ने इस बात पर भी जोर दिया कि ई-किसान उपज निधि ऑनलाइन मंच को बेहतर करने, किसानों के बीच गारंटीशुदा वित्तपोषण के बारे में जागरूकता पैदा करने, डिपॉजिटरी शुल्क की समीक्षा करने और मौजूदा 5,800 से आगे वेयरहाउस पंजीकरण बढ़ाने की आवश्यकता भी है।
कृषि संबंधी जरूरतों के लिए ₹75 लाख तक और गैर-कृषि संबंधी जरूरतों के लिए ₹200 लाख तक।
सभी शेड्यूल्ड और कोऑपरेटिव बैंकों से इस योजना के तहत लोन लिया जा सकेगा।
छोटे और सीमांत किसान (SMF)/ महिलाएं/SC/ST/PwD किसान, दूसरे किसान, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग, ट्रेडर, FPOs, किसान कोऑपरेटिव।
क्रेडिट और वेयरहाउस रिस्क इसके अंदर कवर किए जाएंगे।
₹3 लाख तक के लोन 85% तक, SMF/ महिलाओं/SC/ST/PwD किसानों को ₹3-75 लाख तक और दूसरे कर्जदारों को 75% तक।
₹75 लाख तक लोन के लिए क्लेम करने पर पहली किस्त में डिफॉल्ट राशि का 75% और दूसरी किस्त में 25%, और ₹75 लाख से ₹2 करोड़ के बीच कर्ज होने पर पहली किस्त में 60% और दूसरी किस्त में 40% मिलेंगे।
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