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  1. बजट बनाने में भूलकर भी ना करें ये 5 गलतियां, बजट और बचत में है बड़ा फर्क

पर्सनल फाइनेंस

बजट बनाने में भूलकर भी ना करें ये 5 गलतियां, बजट और बचत में है बड़ा फर्क

Upstox

6 min read | अपडेटेड November 27, 2024, 09:14 IST

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सारांश

अपनी खून-पसीने की कमाई का सही से इस्तेमाल किस तरह किया जाना चाहिए, यह समझना बहुत जरूरी है। इसके लिए जरूरी है कि आप अपने लाइफस्टाइल और पर्सनैलिटी के हिसाब से एक बजट बनाएं और उसको पूरी शिद्दत के साथ फॉलो करें। इस आर्टिकल में चलिए आपको बताते हैं कि बजट बनाने में किन गलतियों से बचना बेहद जरूरी है।

बजट बनाने से बचत करना हो जाता है आसान

बजट बनाने से बचत करना हो जाता है आसान

बजट बनाने का बेसिक बहुत सिंपल है, लेकिन हम इसको अपनाना नहीं चाहते हैं। इसके लिए कुछ आदतों में थोड़ा सा सुधार करके आप अपनी कमाई से अपनी जरूरत के हिसाब से बचत कर सकते हैं। बजट बनाते समय गलतियों से बचने के लिए, कुछ महीनों के लिए फिक्स्ड खर्चों और लाइफस्टाइल से जुड़े बाकी खर्चों पर नजर रखना बहुत जरूरी है।

यह क्रेडिट कार्ड या बैंक अकाउंट स्टेटमेंट को अगर अच्छी तरह से एनालाइज करें, तो हमें आसानी से समझ आ सकता है। अपनी लाइफ में फाइनेंशियल स्टेबिलिटी के लिए बजट का रोल बहुत अहम है।

आप अगर पर्सनल बजट बनाते हैं, तो यह एक लिखित फाइनेंशियल प्लान की तरह काम करता है, जो लोगों को यह समझाने में मदद करते हैं कि अपने फाइनेंशियल गोल को पूरा करने के लिए कितना पैसा खर्च करना जरूरी है और हर महीने की सैलरी से आप किस खर्च के लिए क्या बजट रख सकते हैं।

अगर अपनी सैलरी से आप हर खर्च के लिए एक फिक्स्ड अमाउंट तय करते हुए बजट बनाते हैं, तो यह लॉन्ग टर्म में आपको फायदा दे सकता है। ज्यादातर लोग बजट बनाते भी हैं, लेकिन इस दौरान कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिसका असर उनकी फाइनेंशियल स्थिति पर पड़ता है और उनका फंड मैनेजमेंट पूरी तरह से पटरी से उतर जाता है। बजट बनाने में किन गलतियों से एकदम बचना चाहिए, चलिए हम आपको बताते हैं।

1- पता हो कि पॉकेट में आता क्या है

आप अपनी कमाई का क्या एस्टीमेट लगाकर बैठे हैं, यह समझना बहुत जरूरी है। चलिए आपको यहां उदाहरण से समझाते हैं, जैसे आपकी महीने में अगर 70,000 रुपये कमाते हैं, तो एस्टीमेट ऐसे ही मत लगाइये, इसमें टैक्स कितना कटना है, इसमें से प्रोविडेंट फंड में कितना जाना है, पेंशन फंड में कितना जाना है इंश्योरेंस के कितने जाने हैं… इस तरह के तमाम खर्चों का आपको पता होना चाहिए और इन्हें इनकम एस्टीमेट में शामिल करना चाहिए।

यहां गलती सबसे बड़ी जो ज्यादातर लोग करते हैं, वह यही करते हैं कि वह इनकम एस्टीमेट पूरे 70,000 का बनाकर बैठ जाते हैं और इससे आप सही से अपना बजट एलोकेट नहीं कर पाते हैं। अपनी इनकम का एकदम सटीक अनुमान लगाएं और आपकी काफी सारी दिक्कतें यहीं से कम हो सकती हैं।

सैलरी के अलावा भी अगर किसी सोर्स से आप कमाई करते हों, तो वह भी अपनी एस्टीमेट इनकम में जोड़ें और फिर जो फिक्स्ड डिडक्शन हैं, उनको करें तो बचा हुआ पैसा होगा, बजट आपको उसके हिसाब से बनाना चाहिए।

2- मंथली लागत का एकदम सटीक आकलन

बजट बनाने में बिगनर्स को जो सबसे बड़ी दिक्कत होती है, वह यही है कि उन्हें अपने मंथली खर्चों का सही आंकड़ा खुद ही नहीं पता होता है और अगर यह आपको पता नहीं होता, तो आपका बजट क्या खाक बढ़िया बनेगा।

जैसे पेट्रोल या डीजल का बिल हो, या राशन का खर्चा हो इसको लेकर बस अनुमान पर चलने से आपकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं, आपको पता होना चाहिए कि इन चीजों पर आप कितना खर्च करते हैं।

ऐसे में आप बैंक या क्रेडिट कार्ड अकाउंट डिटेल्स की मदद ले सकते हैं, जहां से आपको इसका एकदम सही आकलन करने में मदद मिल सकती है। एक बार जब आप अपने मंथली एक्सपेंस का सही आकलन कर लेते हैं, तो आप इसके हिसाब से अपने बजट का प्लान बना सकते हैं।

3- 'सारा पैसा आखिर जाता कहां है!' ऐसी बातों से बनाएं दूरी

हम में से ज्यादातर लोगों को इस बात का सबसे ज्यादा सिरदर्द रहता है कि कुछ खास तो किया नहीं फिर पैसा सारा आखिर चला कहां गया? बजट बनाने में यह लाइन आपके लिए जितनी मुश्किल खड़ी कर सकती है, उतनी शायद ही और कोई बात कर पाए। आपको पता होना चाहिए कि आपके खर्चों में लीक कहां से है।

बजट बनाने की कई बुरी आदतों में से एक यह भी है कि सिर्फ खराब याददाश्त के कारण कुछ खर्चों को हम बस ऐसे ही छोड़ देते हैं। लोगों को इस गलती का अहसास तब होता है जब वे प्लान से कहीं ज्यादा खर्च कर देते हैं। अपने खर्चों को रिव्यू करते रहें और पता लगाएं कि क्या आपको एक नई बजट कैटेगरी बनाने या किसी खास तरह के एक्सपेंस के लिए फिक्स्ड अमाउंट को असाइन करने की जरूरत तो नहीं है।

4- इमरजेंसी फंड नहीं बनाना क्यों पड़ सकता है भारी

ज्यादातर, लोग अनियमित खर्चों के लिए कैश अलग न रखने की गलती भी करते हैं, यह इमरजेंसी जरूरी नहीं है कि हर महीने पड़े, लेकिन साल में कभी भी पड़ सकती है। इनमें घर की मरम्मत एनुअल सब्सक्रिप्शन, मेंबरशिप, एनुअल मेडिकल चेक-अप और कार मेंटिनेंस जैसे कई अलग-अलग खर्चे शामिल हो सकते हैं।

ऐसे खर्चों के लिए कुछ प्लान नहीं बनाकर रखना आपके मंथली बजट को जड़ से हिला सकता है। क्योंकि अगर यह खर्चे आप पर एकदम से आते हैं और आपने इसके लिए कोई अलग कैटगरी नहीं बनाई है, या कुछ कैश अलग हर महीने नहीं किया है, तो ऐसे में आपको या तो कर्जा लेना पड़ जाता है, या फिर किसी जरूरी चीज के बजट में कटौती करनी पड़ जाती है।

इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि अपने बजट का एक हिस्सा एक इमरजेंसी फंड बनाने के लिए एलोकेट करें जो ऐसे खर्चों या किसी अन्य अप्रत्याशित खर्च को कवर कर सके जो साल के दौरान कभी भी सामने आ सकते हैं।

5- बजट वैसा जैसे आप

पर्सनल फाइनेंस की सबसे बड़ी गलतियों में से एक इस सलाह का पालन करना है और यह सोचना है कि बजट बनाने का मतलब पैसा बचाना है। यह समझना जरूरी है कि जहां कुछ लोग सेविंग्स से आराम पाते हैं क्योंकि उनके पास फ्यूचर के लिए बड़े प्लान होते हैं, वहीं अन्य लोग वर्तमान में जीना चाहते हैं।

आपके पर्सनल बजट को जीवन में आपकी इच्छाओं को प्रॉयरिटी देनी चाहिए। इससे न केवल आपको अपने लाइफ गोल्स को पूरा करने में मदद मिलेगी बल्कि आपके लिए बजट के प्लान पालन करना भी आसान हो जाएगा।

100 बातों की एक बात

आप तभी सही तरह से अपना पैसा मैनेज कर सकते हैं, जब आप रियलिस्टिक बजट बनाएंगे। यह बजट आपकी लाइफस्टाइल और आपकी पर्सनैलिटी को दर्शाने वाला होना चाहिए।

लेखकों के बारे में

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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