पर्सनल फाइनेंस
3 min read | अपडेटेड March 27, 2025, 08:03 IST
सारांश
EPFO जल्द ही अकाउंट ऐक्सेस और क्लेम ऐप्लिकेशन UPI के जरिए करने की सेवा लाने वाला है। इसके जरिए सदस्य तेजी से अपने क्लेम जमा कर सकेंगे और सभी मानक पूरे होने पर अप्रूवल भी आसानी से मिल जाया करेगा। संगठन ने पिछले कुछ वक्त में सेवाओं को ऑटोमेटेड करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
EPF अकाउंट से UPI इंटिग्रेट होने पर सदस्यों को अकाउंट की सेवाएं ऐक्सेस करना आसान हो जाएगा।
जल्द ही कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees’ Provident Fund Organisation, EPFO) के सदस्य UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) के जरिए अपने क्लेम जमा कर सकेंगे। इससे संगठन के 7.5 करोड़ ऐक्टिव सदस्यों को फायदा मिलेगा जो तेजी और पारदर्शिता के साथ अपने प्रोसेस पूरे कर सकेंगे।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की सचिव सुमित डावरा ने बताया है कि 7.5 करोड़ ऐक्टिव सदस्य अपने प्रॉवडेंट फंड अकाउंट्स मेंटेन करते हैं और पेंशन के लिए योगदान देते हैं। इस दिशा में उनके लिए सेवाएं आसान बनाने को कदम उठाए जा रहे हैं।
डावरा ने बताया कि ₹1 लाख तक के क्लेम्स को अब ऑटोमेटेड कर दिया गया है। इसके अलावा प्रोफाइल को अपडेट करने के लिए भी सेल्फ-करेक्शन मकैनिज्म लागू कर दिया गया है। प्रक्रिया को ऑटोमेटेड और सरल बनाकर गैर-जरूरी प्रक्रियाएं खत्म कर दी गई हैं।
डावरा का कहना है कि डेटाबेस को इंटिग्रेट करके क्लेम के प्रोसेसिंग समय को तीन दिन तक सीमित कर दिया गया है और अब अगला कदम UPI इंटिग्रेशन का है।
इसके लिए नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की ओर से EPFO को सुझाव दिए गए हैं और प्रस्ताव भी भेजा है। जरूरी टेस्टिंग के बाद EPFO क्लेम्स UPI के जरिए करने की सुविधा मई के आखिर तक आ सकती है।
इससे संगठन के करोड़ों सदस्यों को फायदा होगा जो अपने EPFO अकाउंट्स सीधे UPI इंटरफेस के जरिए देख सकेंगे और ऑटो-क्लेम कर सकेंगे। अगर सदस्य पात्र हुआ तो अप्रूवल तुरंत पूरा भी हो जाएगा।
डावरा ने बताया कि सेंट्रलाइज्ड डेटाबेस को स्थिर करने में दो से तीन हफ्ते का वक्त लग सकता है जिसके बाद फ्रंट एंड पर UPI इंटिग्रेशन तैयार होगा।
EPFO अपनी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराके सदस्यों के लिए सुविधाएं आसान बना रहा है। इसी कड़ी में EPFO ने इस वित्त वर्ष में 6 मार्च तक रेकॉर्डतोड़ 2.16 करोड़ क्लेम ऑटोनॉमस प्रक्रिया के जरिए सेटल कर दिए थे। पिछले वित्त वर्ष में EPFO ने 89.52 लाख क्लेम सेटल किए थे।
सरकार की ओर से संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक 6 मार्च 2025 तक 7.14 करोड़ क्लेम ऑनलाइन मोड तक फाइल कर दिए गए थे। अभी 96% अपडेट्स बिना EPF ऑफिस के हो रहे हैं और 99% क्लेम ऑनलाइन मोड से प्रोसेस हो रहे हैं।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री शोभा करांदलजे ने लोकसभा को बताया है कि अब कम से कम 60% अडवांस (विदड्रॉअल) क्लेम ऑटो मोड से प्रोसेस हो रहे हैं। मंत्री ने बताया कि ऑटो मोड में प्रोसेसिंग तीन दिन के अंदर हो जाती है।
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