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3 min read | अपडेटेड February 01, 2025, 09:38 IST
सारांश
Budget 2025 Expectations: देश के अलग-अलग शहरों में लोगों ने बताया है कि बजट 2025 से उन्हें क्या उम्मीदें हैं। ज्यादातर वेतनप्राप्त लोगों को टैक्स में राहत और महंगाई में कमी सबसे जरूरी लगती है।
अलग-अलग शहरों में लोगों ने बताया है कि उन्हें बजट 2025 से क्या उम्मीद है।
Union Budget Expectations: केंद्रीय बजट 2025 पेश होने में कुछ ही वक्त बाकी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना आठवां और मोदी सरकार 3.0 का पहला पूरा बजट पेश करने जा रही हैं। बजट की प्रतियां संसद पहुंच चुकी हैं। इस सबके बीच आम जनता अपने लिए इस बजट में रोटी-कपड़ा-मकान जैसी मूलभूत जरूरतों के लिए वित्त मंत्री की ओर देख रही है।
दिल्ली से लेकर मुंबई, प्रयागराज से लेकर अयोध्या तक लोगों ने आगामी बजट से अपनी उम्मीदें साझा की हैं। न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में नई दिल्ली में स्कूल टीचर संगीता सिंह कहती हैं कि महंगाई बहुत बढ़ गई है और घर के बजट की जरूरी चीजें, जैसे तेल, फल, सब्जियों के दाम कम होने चाहिए। इसके अलावा ट्रैवल को आसान और सस्ता बनाने पर काम करना चाहिए। सिंह का कहना है कि एक मध्यमवर्गीय परिवार की महिला के लिए आमदनी के स्रोत, चाहे ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, बढ़ाना भी जरूरी है।
मुंबई में भी लोगों ने यही उम्मीद जताई है किमहंगाई इतनी कम होनी चाहिए कि आम आदमी बेहतर जिंदगी गुजार सके और निचले स्तर के लोगों के जीवन में विकास हो सके। शहर के ही निवासी टीजी प्रधान का कहना है कि ट्रेन की फसिलटी को बेहतर करने की जरूरत है। जैसे लोकल ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी बढ़नी चाहिए।
प्रधान ने यह भी उम्मीद जताई है कि टैक्स रिबेट बेहतर की जाए तो आम लोगों को फायदा पहुंचेगा। बजट को लेकर एक बड़ी मांग वेतनरप्राप्त कर्मचारियों के लिए टैक्स स्लैब्स में बदलाव की है। मुंबई की एक बैंकर ने भी इसे लेकर उम्मीद जताई है कि सैलरीड क्लास के लिए टैक्स स्लैब में राहत दी जाएगी। इसी तरह प्रयागराज में दीपक ने नई कर व्यवस्था के तहत टैक्स लिमिट में ढील की उम्मीद जताई है ताकि वेतनप्राप्त मध्यमवर्गीय और निचले स्तर के करदाताओं पर से बोझ कम होगा।
अयोध्या के धर्मेंद्र वर्मा का कहना है कि मौजूदा चुनौतीपूर्ण हालात को सरकार भी समझती है और आशा है कि वह आम आदमी को राहत देने के लिए कदम उठाएगी। अयोध्या के ही एक अन्य निवासी ने उम्मीद जताई है कि युवाओं को नौकरी मिले, महंगाई कम हो, महिलाओं को सुरक्षा मिले और आम आदमी की जरूरत की चीजों पर टैक्स ना बढ़े। उनका कहना है कि छोटे कर्मचारियों के लिए सोने पर एक्साइज ड्यूटी और जीएसटी में राहत देनी चाहिए।
केंद्रीय बजट से छात्रों और युवाओं को बेहतर गुणवत्ता की शिक्षा और रोजगार के अवसरों की भी आस है। प्रयागराज के राहुल का कहना है कि सरकार को युवाओं को नौकरियां उपलब्ध करानी चाहिए। इसके अलावा स्टूडेंट लोन लेने को भी आसान करना चाहिए।
अयोध्या के सूरयप्रकाश का कहना है कि युवा बजट को लेकर उत्साहित हैं और उम्मीद हैं कि उनके लिए योजनाएं लाई जाएंगी। उनके अलावा किसानों के लिए भी सरकार को सकारात्मक कदम उठाने चाहिए।
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