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3 min read | अपडेटेड January 01, 2025, 14:34 IST
सारांश
Senior Citizen Savings Scheme Interest Rate: बाकी छोटी बचत योजनाओं की तुलना में SCSS में ज्यादा ब्याज मिलता है। यहां जानते हैं इससे जुड़ी खास जानकारियां-
सरकार ने कायम रखी है पहली की ही ब्याज दर
सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों की बचत योजना (Senior Citizen Savings Scheme, SCSS) की ब्याज दर वित्तीय वर्ष 2024-25 की आखिरी तिमाही के लिए घोषित कर दी है। वित्त मंत्रालय ने फैसला किया है कि बाकी सभी छोटी बचत योजनाओं की तरह इसके लिए भी मौजूदा ब्याज दर 8.2% को जारी रखा जाएगा। यह 1 जनवरी, 2025 से लेकर 31 मार्च, 2025 तक लागू रहेगी।
सरकार हर तिमाही पर छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में फेरबदल करती है। इसे पिछली बार वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में 8% से बढ़ाकर 8.2% कर दिया गया था। बाकी छोटी बचत योजनाओं की तुलना में SCSS के अकाउंट्स पर ज्यादा ब्याज मिलता है।
फिलहाल, पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) पर 7.1%, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) पर 7.7% और किसान विकास पत्र (KVP) पर 7.5% ब्याज मिल रहा है। सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) पर SCSS के बराबर ही ब्याज दर मिल रहा है।
रिटायर हो चुके लोगों के लिए SCSS छोटी बचत योजनाओं में से सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। SBI रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक वरिष्ठ नागरिकों का SCSS में निवेश वित्त वर्ष 2013-14 में ₹22,492 करोड़ से 89% बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में ₹1.62 लाख करोड़ हो गया है।
60 साल से ऊपर की उम्र के वरिष्ठ नागरिक SCSS अकाउंट खोल सकते हैं। रिटायर्ड सिविलियन कर्मचारी 55-60 साल की उम्र के बीच और रिटायर्ड डिफेंस कर्मचारी 50-60 साल की उम्र के बीच भी SCSS अकाउंट खोल सकते हैं, अगर उन्होंने अपने रिटायरमेंट बेनिफिट मिलने के एक ही महीने के अंदर निवेश शुरू कर दिया हो।
एक शख्स को कई SCSS खोलने की इजाजत मिली हुई है। हालांकि, सारे खाते मिलाकर ₹30 लाख की अधिकतम सीमा पार नहीं होनी चाहिए। वहीं, अकाउंट खोलने के लिए न्यूनतम सीमा ₹1,000 है।
SCSS अकाउंट 5 साल बाद मच्योर होता है लेकिन इसे मच्योरिटी के बाद 3 साल के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है।
हर साल ₹1.5 लाख तक के डिपॉजिट पर आयकर कानून, 1961 के सेक्शन 80सी के तहत डिडक्शन मिलता है। एक वित्त वर्ष के अंदर ₹50,000 तक का ब्याज भी टैक्स से बाहर रखा गया है।
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