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2 min read | अपडेटेड December 10, 2024, 15:32 IST
सारांश
Bima Sakhi Yojana का लक्ष्य है महिलाओं की वित्तीय आजादी के साथ-साथ बीमा जागरूकता को बढ़ाना। इसके तहत 18-70 साल की उम्र की कम से कम 10वीं पास महिलाओं को ट्रेनिंग, स्टाइपेंड, कमीशन मिलेगा।
पीएम ने कहा, देश के विकास में भूमिका निभाएंगे बीमा सखियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की महिलाओं के लिए 'बीमा सखी योजना' शुरू की है। इस योजना के तहत अगले तीन साल में करीब 2 लाख महिलाओं को बीमा एजेंट बनाया जाएगा। इसके जरिए वित्तीय आजादी के साथ-साथ बीमा जागरूकता को बढ़ाया जा सकेगा।
इस प्रोग्राम से जुड़ने वाली 10वीं पास 18-70 साल की उम्र की महिलाओं को 'बीमा सखी' कहा जाएगा। इसके तहत उन्हें खास ट्रेनिंग, तीन साल के लिए स्टाइपेंड और कमीशन बेनिफिट्स मिलेंगे।
इसके लिए LIC ₹840 करोड़ स्टाइपेंड में खर्च करेगी और आकलन के मुताबिक पहले साल में बीमा सखी ₹4,000 करोड़ को बिजनेस लेकर आएंगी।
बीमा सखी योजना के तहत 2016 तक 2 लाख महिलाओं को एनरोल किया जाएगा। पहले साल में नियुक्त की जाएंगी एक लाख महिलाएं।
पहले साल में बीमा सखियों को मिलेंगे ₹7,000, दूसरे साल में ₹6,000 और तीसरे साल में ₹5,000। इसके अलावा पहले साल में बोनस से साथ ₹48,000 तक कमीशन।
सदस्यों को ट्रेनिंग दी जाएगी जिसके बाद वे LIC एजेंट बन सकेंगी। ग्रैजुएट सदस्यों के पास मौका LIC में डिवेलपमेंट ऑफिसर बनने का।
इसमें 18-70 साल की महिलाएं हिस्सा ले सकती हैं जिन्होंने 10वीं पास की हो। मौजूदा LIC एजेंट्स या कर्मचारियों के परिजनों को इससे बाहर रखा गया है- जैसे पत्नियां, बच्चे, माता-पिता वगैरह।
ऐप्लिकेशन फॉर्म के साथ आयु प्रमाणपत्र, अड्रेस प्रूफ, पढ़ाई का क्वॉलिफिकेशन सर्टिफिकेट और हालिया पासपोर्ट साइज फोटो को सेल्फ अटेस्ट करके लगाना होगा।
जैसा पीएम मोदी ने कहा है, इसके जरिए बीमा सखी सिर्फ पैसे नहीं कमाएंगी। सभी तक बीमा का फायदा पहुंचाकर वे देश के विकास में योगदान देंगी। ये सामाजिक सुरक्षा और गरीबी को जड़ से मिटाने के लिए अहम है। आगे चलकर हर ग्राम पंचायत में एक बीमा सखी को लगाया जाएगा।
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