मार्केट न्यूज़
2 min read | अपडेटेड February 18, 2025, 13:31 IST
सारांश
Stock Market: अगर ग्लोबल लेवल पर कोई बड़ी नेगेटिव खबर नहीं आती है, तो भारतीय इक्विटी में खरीदारी फायदेमंद साबित होगी। भारतीय बाजार आने वाले महीनों में इमर्जिंग मार्केट्स के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
भारतीय शेयर बाजार में पिछले कुछ महीनों से बिकवाली का दबाव है।
ब्रोकरेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जब करेक्शन का दौर समाप्त हो जाएगा, तो भारतीय बाजार आने वाले महीनों में इमर्जिंग मार्केट्स के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
ब्रोकरेज ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था स्थिर है, क्योंकि यहां ट्रेड की शर्तों में सुधार हो रहा है, प्राइमरी डेफिसिट में कमी आ रही है और इसके साथ ही इनफ्लेशन में उतार-चढ़ाव भी घट रहा है।
अगले तीन से पांच वर्षों में भारत की कंपनियों की कमाई 15 फीसदी के आसपास बढ़ने की संभावना है। यह ग्रोथ प्राइवेट सेक्टर के कैपिटल एक्सपेंडिचर और कंपनियों के वित्तीय सुधारों से होगी।
इसके अलावा, लोगों में खर्च करने की आदत फिर से बढ़ने की उम्मीद है, खासकर उन चीजों पर जो जरूरी नहीं होतीं लेकिन लोग पसंद से खरीदते हैं। 2024 में एक ब्रोकरेज ने बताया था कि भारत में लोगों की आय बढ़ रही है, जिससे उपभोक्ता खर्च में तेजी आ सकती है। भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी $2000 को पार कर गई है, जो यह संकेत देता है कि लोग अब अधिक खर्च कर सकते हैं।
पिछले महीने, मॉर्गन स्टेनली ने अपने कहा था कि ग्रोथ में मंदी ने निवेशकों को बेचैन कर दिया है, लेकिन उनका मानना है कि आगे सुधार की उम्मीद है। हाल ही में कीमतों में गिरावट ट्रेडिंग वॉल्यूम में गिरावट के कारण हुई है, जो अग्रेसिव सेलिंग के बजाय खरीदारों की कमी को दिखाता है।
इस माहौल में प्राइवेट फाइनेंशियल कंपनियां सबसे अच्छा रिस्क-रिवॉर्ड बैलेंस प्रदान कर रही हैं। ब्रोकरेज ने कहा, "हमारा खुद का सेंटीमेंट इंडिकेटर 2022 के मध्य के बाद पहली बार Buy Territory में एंट्री कर गया है। हालांकि यह आगे भी गिर सकता है, जैसा कि मार्च 2020 में देखा गया था।" ब्रोकरेज का मानना है कि आर्थिक हालात इससे ज्यादा खराब नहीं होंगे।"
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