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3 min read | अपडेटेड December 27, 2024, 11:34 IST
सारांश
Sanathan Textiles IPO: लिस्ट होने के साथ ही 27.35 लाख से ज्यादा शेयर्स एक्सचेंज पर ट्रेड हो गए और इस दौरान ₹115.49 करोड़ का व्यापार हुआ। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 3,565 करोड़ पर पहुंच गया।
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कॉटन और पॉलीएस्टर यार्न सप्लाई करती है कंपनी
कॉटन यार्न बनाने वाली कंपनी Sanathan Textiles ने स्टॉक एक्सचेंज पर अच्छी शुरुआत की है। कंपनी के शेयर्स शुक्रवार, 27 दिसंबर को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर 31.56% के प्रीमियम के साथ लिस्ट हुए। ये ₹321 के इशू प्राइस के मुकाबले ₹422.3 की कीमत पर लिस्ट हुए।
लिस्ट होने के साथ ही 27.35 लाख से ज्यादा शेयर्स एक्सचेंज पर ट्रेड हो गए और इस दौरान ₹115.49 करोड़ का व्यापार हुआ। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 3,565 करोड़ पर पहुंच गया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर स्टॉक 30.56% प्रीमियम के साथ लिस्ट हुए और इनकी कीमत ₹419.1/शेयर पर पहुंच गई।
कंपनी ने अपने IPO में ₹550 करोड़ कैपिटल जुटाया था जिसमें ₹400 की कीमत के 1.25 करोड़ नए शेयर्स और ₹150 करोड़ के 47 लाख शेयर्स ऑफर-फॉर-सेल पर थे। ये बुक बिल्डिंग इशू 19 दिसंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और 23 दिसंबर को बंद हो गया था। कंपनी के शेयर्स का फाइनल अलॉटमेंट 24 दिसंबर को हुआ था।
इसके लिए प्राइस बैंड ₹305-₹321 का तय किया गया है। खुदरा निवेशकों के लिए न्यूनतम निवेश 46 शेयर्स का एक लॉट तय किया गया है। सब्सक्रिप्शन के दौरान इशू को 35 गुना बुक किया गया था। इशू में 1.26 करोड़ शेयर्स पब्लिक इन्वेस्टर्स के लिए थे जबकि मांग 44.32 करोड़ शेयर्स की रही।
इस मामले में सबसे आगे रहे Qualified institutional buyers (QIBs) जिन्होंने 36.06 लाख शेयर्स के अपने कोटा के बदले 27.27 करोड़ शेयर्स की बोली लगाई और अपना कोटा 75.62 गुना बुक किया। वहीं, गैर संस्थागत निवेशकों का कोटा 42.21 गुना बुक किया गया। उनके लिए ऑफर पर 27.04 लाख शेयर्स थे जबकि बोली 11.4 करोड़ शेयर्स के लिए लगी।
खुदरा निवेशकों ने 8.93 गुना बोली लगाई और ऑफर किए गए 63.11 लाख शेयर्स के बदले 5.58 करोड़ शेयर्स के लिए बोली लगाई। इसके पहले ऐकंर इन्वेस्टर राउंड में ₹165 करोड़ कैपिटल जुटाया गया था। कंपनी ने 20 फंड स्कीम्स को ₹321/शेयर की कीमत पर 51,40,186 शेयर अलॉट किए।
Sanathan Textiles Ltd पॉलीएस्टर और कॉटन यार्न बनाती और दुनियाभर में सप्लाई करती है। इसके प्रॉडक्ट टेक्निकल टेक्सटाइल के साथ-साथ इंडस्ट्रियल जरूरतों को पूरा करते हैं। इसकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट सिलवासा में है।
कंपनी का प्लान IPO से आने वाले कैपिटल का इस्तेमाल मौजूदा बकायों को चुकाने के लिए करने का है। इसके अलावा कंपनी अपनी सब्सिडियरी Sanathan Polycot Private Ltd. में भी निवेश करेगी और उसके बकाये भी चुकाएगी।
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