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  1. IRFC के शेयर्स में 3% का उछाल, झारखंड के प्रॉजेक्ट में सबसे कम बोली लगाने के बाद टिकी हैं बाजार की नजरें

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IRFC के शेयर्स में 3% का उछाल, झारखंड के प्रॉजेक्ट में सबसे कम बोली लगाने के बाद टिकी हैं बाजार की नजरें

Upstox

3 min read | अपडेटेड January 15, 2025, 14:59 IST

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सारांश

IRFC: भारतीय रेलवे के लिए कैपिटल जुटाने वाली कंपनी IRFC ने झारखंड के शेयर्स में सबसे कम बोली लगाई है। इसके बाद कंपनी के शेयर्स 3% से ज्यादा उछल गए।

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भारत सरकार का IRFC में मेजॉरिटी हिस्सा है जबकि रेल मंत्रालय के पास प्रशासनिक कंट्रोल है।

भारत सरकार का IRFC में मेजॉरिटी हिस्सा है जबकि रेल मंत्रालय के पास प्रशासनिक कंट्रोल है।

IRFC share price: भारतीय रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IRFC) के शेयर्स बुधवार, 15 जनवरी को 3% से ज्यादा उछल गए। कंपनी ने झारखंड की खदानों से जुड़े एक प्रॉजेक्ट के लिए सबसे कम दाम की बोली लगाई थी। यह प्रॉजेक्ट झारखंड के लातेहर जिले के बन्हार्दी कोल ब्लॉक से जुड़ा है।

IRFC ने बताया है कि ₹3,167 करोड़ के इस प्रॉजेक्ट को पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लि. हैंडल कर रहा है। PVUNL NTPC लि. और झारखंड बिजली वितरण निगम लि.का जॉइंट वेंचर है। NTPC का इसमें 74% हिस्सा है जबकि JBVNL का 26% हिस्सा है।

सबसे कम बोली लगाकर IRFC ने सबसे कम दाम पर प्रॉजेक्ट को निपटाने का दावा किया है। रिपोर्ट के सामने आने के बाद कंपनी के शेयर्स ऊपर की ओर बढ़ रहे हैं। करीब 4% तक की छलांग के बाद दोपहर 14:30 बजे कंपनी के शेयर्स 0.19% बढ़त के साथ ₹135.81 पर ट्रेड कर रहे थे। IRFC के शेयर्स पिछले 12 महीने में करीब 5% ऊपर जा चुके हैं।

इसके पहले रेलवे एनर्जी मैनेजमेंट कंपनी (Railway Energy Management Company, REMC) के साथ अक्षय ऊर्जा प्रॉजेक्ट फाइनेंस करने के लिए एक डील करने के बाद भी कंपनी के शेयर्स में तेज इजाफा देखा गया था। REM भी एक पब्लिक सेक्टर यूनिट है और रेल मंत्रालय और RITES (रेल इंडिया टेक्निकल ऐंड इकनॉमिक सर्विसेज) का एक जॉइंट वेंचर है। यह भारतीय रेलवे के लिए ऊर्जा खरीदने का काम करती है। दोनों मिलकर भारतीय रेलवे को नेट-जीरो बनाने के लक्ष्य की ओर मिलकर काम करेंगी।

कैसी रही है माली हालत?

कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में नेट प्रॉफिट में 4% इजाफा रिपोर्ट किया था। यह सितंबर में खत्म हुई इस तिमाही में ₹1,613 करोड़ रहा था। इसके पहले साल में इसको ₹1,545 करोड़ का नेट प्रॉफिट हुआ था। कंपनी की कुल आमदनी भी ₹6,762 करोड़ से बढ़कर ₹6,900 करोड़ पर पहुंच गई थी। Q2FY25 में कंपनी का कुल खर्च ₹5,288 करोड़ हो गया था जो पहले ₹5,218 करोड़ था।

क्या करती है कंपनी?

IRFC एक पब्लिक सेक्टर इकाई है जो कैपिटल मार्केट और दूसरे स्रोतों से वित्तीय संसाधन जुटाती है। वित्त वर्ष 2021-22 में इसने रेलवे सेक्टर के लिए ₹5 लाख करोड़ से ज्यादा फंड जुटा लिया था। यह 13764 लोकोमोटिव, 76735 पैसेंजर कोच और 265815 वैगन के लिए फंडिंग जुटा चुकी है। साल 1986 में बनी कंपनी शेड्यूल ए नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी है। भारत सरकार का इसमें मेजॉरिटी हिस्सा है जबकि रेल मंत्रालय के पास प्रशासनिक कंट्रोल आता है।

लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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