मार्केट न्यूज़
3 min read | अपडेटेड January 16, 2025, 13:46 IST
सारांश
Stallion India Fluorochemicals IPO: कंपनी ने QIBs के लिए इशू का 50% हिस्सा रिजर्व किया है। खुदरा कैटिगिरी में 35% और गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए 15% हिस्सा रिजर्व किया गया है।
Stallion India Fluorochemicals is involved in the sale of refrigerants and industrial gases.
रेफ्रिजरेंट और इंडस्ट्रियल गैस जैसे प्रॉडक्ट बनाने वाली Stallion India Fluorochemicals का IPO (Initial Public Offering) पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए लॉन्च हो गया है। बुधवार 16 जनवरी को खुलने वाली बुकिंग सोमवार, 20 जनवरी को बंद होने वाली है। लॉन्च होने के बाद दोपहर को 1:12 बजे 3.49 गुना सब्सक्रिप्शन आ गया था।
बुकिंग के मामले में खुदरा निवेशक सबसे आगे रहे। उन्होंने अपने लिए बुक किए कोटा का 5.26 गुना बुकिंग कर ली थी। उन्होंने अपने लिए रिजर्व किए 77,56,489 शेयर्स के बदले 4,08,26,445 शेयर्स पर बोली लगाई। वहीं, गैर-संस्थागत निवेशकों ने अपने 4 गुना बुकिंग की।
यहां रिजर्व किए गए 33,24,210 शेयर्स के बदले 1,33,13,025 शेयर्स पर बोली लगाई। योग्य-संस्थागतन खरीददारों (Qualified Institutional Buyers, QIBs) ने अब तक 0.01 गुना बुकिंग की। यहां 44,32,279 शेयर्स रिजर्व किए गए हैं जबकि बुकिंग 35,970 शेयर्स के लिए हुई।
₹199 करोड़ के इशू के लिए प्राइस बैंड ₹85-90 प्रति शेयर तय किया गया है। खुदरा निवेशकों के लिए निवेश की न्यूनतम सीमा 165 शेयर्स का एक लॉट रखा गया है जिसकी कुल कीमत ₹14,025 है। कंपनी ने QIBs के लिए इशू का 50% हिस्सा रिजर्व किया है।
खुदरा कैटिगिरी में 35% और गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए 15% हिस्सा रिजर्व किया गया है। इस बुक बिल्डिंग इशू में नए शेयर्स की सेल और ऑफर-फॉर-सेल, दोनों हिस्से हैं। करीब ₹160 करोड़ के नए शेयर और ₹38.72 करोड़ के शेयर ऑफर-फॉर-सेल पर हैं।
सोमवार, 20 जनवरी को नीलामी बंद होने के बाद 21 जनवरी को शेयर्स का अलॉटमेंट फाइनल होगा। डीमैट अकाउंट में शेयर्स का ट्रांसफर और रीफंड 22 जनवरी को जारी होंगी जबकि अगले दिन 23 जनवरी को कंपनी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर लिस्ट होगी।
Stallion India Fluorochemicals रेफ्रिजरेंट और इंडस्ट्रियल गैस जैसे उत्पाद बनाती है। पहले से भरे हुए कैन, छोटे सिलिंडर और कंटेनर भी बेचती है। इसकी महाराष्ट्र, राजस्थान और हरियाणा में चार फसिलटी हैं। सभी में तमाम सुरक्षा मानकों के मुताबिक गैस स्टोर करने के इंतजाम हैं।
कंपनी फ्लोरोकेमिकल गैसों से डील करती है जिनका इस्तेमाल रेफ्रिजरेंट के तौर पर होता है। एयर कंडीशनिंग और रेफ्रिजरेटर्स, फायर सेफ्टी, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग, फार्मा और मेडिकल, एयरोसॉल, स्प्रे में इनका इस्तेमाल होता है।
कंपनी का प्लान इस आईपीओ से आने वाले कैपिटल में से ₹95 करोड़ वर्किंग कैपिटल पर खर्च करने का है। ₹50 करोड़ का इस्तेमाल महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में उत्पादन इकाई के लिए और बची हुई राशि में से कुछ हिस्सा सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
विवरण | FY22 | FY23 | FY24 | H1FY25 |
---|---|---|---|---|
राजस्व (₹ करोड़) | 185.88 | 225.50 | 233.24 | 140.73 |
शुद्ध लाभ (₹ करोड़) | 21.11 | 9.75 | 14.79 | 16.57 |
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