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2 min read | अपडेटेड November 21, 2024, 15:43 IST
सारांश
भारतीय संविधान के आर्टिकल 148 के तहत कैग के ऊपर केंद्र और राज्य सरकारों के अकाउंट ऑडिट करने की जिम्मेदारी होती है। कैग पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइज से लेकर स्वायत्त संस्थानों तक का ऑडिट करते हैं।
1989 बैच के IAS ऑफिसर हैं संजय
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को के संजय मूर्ति को देश के कॉम्पट्रोलर और ऑडिटर जनरल के पद की शपथ दिलाई। मूर्ति 1989 बैच के हिमाचल प्रदेश काडर के IAS ऑफिसर हैं। उन्होंने गिरीश चंद्र मुर्मू की जगह ली है जिनका कार्यकाल बुधवार को पूरा हो गया था।
शपथग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन के गणतंत्र मंडप में आयोजित की गई। इस दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनकर, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूल गोयल मौजूद रहे।
मकैनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद 1989 में सिविल सेवाओं की परीक्षा पास करने वाले मूर्ति कई अहम प्रशासनिक पदों पर रह चुके हैं।
साल 2021 में अक्टूर से नवंबर 2024 तक वह उच्च शिक्ष सचिव के पद पर थे। इस दौरान उन्होंने कई नीतियों को बनाने में योगदान दिया। कैग के तौर पर वह देश के ऑडिट सिस्टम की बागडोर संभालेंगे और पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनश्चित करेंगे।
भारतीय संविधान के आर्टिकल 148 के तहत कैग के ऊपर केंद्र और राज्य सरकारों के अकाउंट ऑडिट करने की जिम्मेदारी होती है। कैग पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइज से लेकर स्वायत्त संस्थानों तक का ऑडिट करते हैं।
कैग को यह देखना होता है कि पब्लिक फंड का सही से इस्तेमाल हो रहा है या नहीं, कहीं फिजूलखर्च या कानून के उल्लंघन में तो फंड का इस्तेमाल नहीं हुआ। कैग की रिपोर्ट राष्ट्रपति या राज्यपाल को दी जाती है जो उसे संसद या राज्य की विधानसभा में पेश करते हैं। इन पर सदन में बहस होती है और सरकार से उसके कार्यों पर सवाल- जवाब किया जाता है।
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