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3 min read | अपडेटेड February 11, 2025, 13:08 IST
सारांश
India Energy Week 2025: पीएम नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में आयोजित इंडिया एनर्जी वीक का उद्घाटन करते हुए कहा कि भारत का ऊर्जाक्षेत्र देश के विकास में अहम योगदान निभाता है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली किया इंडिया एनर्जी वीक का उद्घाटन। (तस्वीर: PTI)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा है कि दुनिया का हर एक्सपर्ट इस बात को मानता है कि 21वीं सदी भारत के नाम है। भारत न सिर्फ अपनी, बल्कि पूरी दुनिया की वृद्धि को रफ्तार दे रहा है और इसमें हमारे ऊर्जाक्षेत्र का इसमें बहुत बड़ा योगदान है। पीएम मोदी ने ये बातें इंडिया एनर्जी वीक (India Energy Week 2025) का उद्घाटन करते हुए कहीं।
इंडिया एनर्जी वीक 2025 11 से 14 फरवरी तक राजधानी नई दिल्ली में आयोजित हो रहा है। पीएम मोदी इस वक्त फ्रांस और अमेरिका के दौरे पर हैं। उन्होंने इस इवेंट का वर्चुअल उद्घाटन करते हुए कहा कि भारत की ग्रोथ में ऊर्जाक्षेत्र बेहद अहम है। उन्होंने देश की अक्षय ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने के प्लान को भी सामने रखा।
पीएम मोदी ने इस दौरान भारत में ऊर्जाक्षेत्र से जुड़े लक्ष्यों को भी 5 स्तंभों में बांटा। ये संसाधनों का इस्तेमाल, इनोवेशन को प्रोत्साहन, राजनीतिक स्थिरता के साथ आर्थिक शक्ति, सामरिक भूगोल और अंतरराष्ट्रीय सतत विकास हैं। उन्होंने कहा कि अगले दो दशक विकसित भारत के लिए बेहद अहम हैं और अगले पांच साल में भारत कई पड़ावों को पार करेगा।
इस दौरान पीएम ने साल 2030 तक भारतीय रेलवे के नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य और 500 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा क्षमता को जोड़ने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारे लक्ष्य अतिमहत्वाकांक्षी लग सकते हैं लेकिन भारत ने पिछले 10 साल में जो हासिल किया है, उससे हमें विश्वास मिलता है कि हम आने वाले लक्ष्यों को भी हासिल कर लेंगे।
इंडिया एनर्जी वीक में दुनियाभर से व्यापारी, इनोवेटर्स, नीति-निर्माता और एक्सपर्ट्स जुड़ते हैं। इस दौरान ऊर्जाक्षेत्र की क्षमता को बढ़ाने और सतत विकास के लिए ग्रीन टेक्नॉलजी डिवेलप करने जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाती है।
विचारों के आदान-प्रदान के साथ व्यापार समझौते भी होते हैं। बदलते वक्त और उभरती हुई जरूरतों को देखते हुए एनर्जी सिक्यॉरिटी, सतत विकास और कम-कार्बन उत्सर्जन जैसे मुद्दों पर सलूशन्स ढूंढे जाते हैं।
पीएम मोदी तीन दिन के फ्रांस दौरे के बाद अमेरिका के दो दिन के दौरे पर रहेंगे। फ्रांस में वह AI Action Summit की सह-अध्यक्षता करेंगे। उन्होंने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया था कि वह राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर फ्रांस जा रहे हैं।
इसमें समावेशी, सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से इनोवेशन और व्यापक सार्वजनिक कल्याण के लिए आर्टिफिशल इंटेलिजेंस टेक्नॉलजी पर चर्चा करेंगे।
वहीं, अमेरिका में टेक्नॉलजी, व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और सप्लाई चेन में लचीलेपन के क्षेत्रों सहित अमेरिका के साथ भारत की साझेदारी को और अधिक बढ़ाने और गहरा करने के लिए अजेंडा विकसित करने पर चर्च होगी।
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