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4 min read | अपडेटेड February 14, 2025, 09:04 IST
सारांश
Modi-Trump Talks: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद, रक्षा, न्यूक्लियर एनर्जी से लेकर व्यापार समेत कई समझौते किए हैं।
पीएम मोदी ने याद किया 'हाउडी मोदी' और 'नमस्ते ट्रंप'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ‘अपने मित्र’ अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) से वॉशिंगटन डीसी में गर्मजोशी के साथ मुलाकात की जिसके बाद अगले 5 साल में भारत और अमेरिका के बीच व्यापार को $500 अरब तक पहुंचाने का ऐलान किया गया।
दोनों नेताओं ने भारत में F-35 फाइटर जेट्स से लेकर तेल और गैस की सप्लाई पर डील की है। बैठक में एक बड़ा ऐलान मुंबई हमलों के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा के भारत को प्रत्यर्पण का किया गया।
दोनों शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत के दौरान द्विपक्षीय व्यापार समेत कई अहम मुद्दों पर गहन चर्चा हुई जिसमें रक्षा, एनर्जी सिक्यॉरिटी, क्रिटिकल टेक्नॉलजी, कनेक्टिविटी जैसे कई क्षेत्रों पर भी ऐलान किए गए।
ट्रंप ने पीएम से मुलाकात के पहले नए व्यापार शुल्कों (Trade tariff) का ऐलान किया था। ट्रेड पार्टनर्स पर लगाए जा रहे इन टैरिफ के मुद्दे पर भी सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन व्यापार के लिए एक समान स्तर स्थापित करना चाहता है।
'MAGA, MIGA और MEGA' पीएम मोदी ने अहमदाबाद में ‘नमस्ते ट्रंप’और ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी’ के इवेंट्स को याद करते हुए उम्मीद जताई कि दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र अमेरिका और सबसे विशाल लोकतंत्र भारत आने वाले 4 साल में दोगुनी रफ्तार के साथ मिलकर काम करेंगे।
पीएम मोदी ने बाद में ट्वीट किया कि अमेरिका में ट्रंप MAGA की बात करते हैं- मेक अमेरिका ग्रेट अगेन। भारत सरकार का लक्ष्य विकसित भारत का है, जिसका मतलब भी MIGA- मेक इंडिया ग्रेट अगेन होता है। दोनों देश मिलकर संपन्नता के लिए MEGA (मेगा) पार्टनरशिप बनाएंगे।
बैठक के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि दोनों नेताओं ने मिलकर मिशन-500 लॉन्च किया है जिसका लक्ष्य साल 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना कर $500 अरब तक पहुंचाने का है। इसके अलावा बहुक्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते के ऐलान पर भी काम किया जाएगा।
ट्रंप ने वार्ता के बाद ऐलान किया कि इस साल से अमेरिका भारत में करोड़ों डॉलर की मिलिटरी सेल करेगा। इसके तहत F-35 स्टेल्थ फाइटर्स सप्लाई करने पर काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अगले दशक के लिए एक रक्षा सहयोग फ्रेमवर्क तैयार किया जाएगा।
पीएम मोदी के साथ बातचीत के दौरान अमेरिका को भारत के लिए तेल और गैस का लीडिंग सप्लायर बनाने पर समझौता हुआ है।
ट्रंप ने कहा कि दोनों देश दुनियाभर में फैले उग्र इस्लामिक आतंकवाद का मिलकर मुकाबला करेंगे। उन्होंने ऐलान किया कि उनके प्रशासन ने ‘दुनिया के सबसे बुरे लोगों में से एक’ के भारत को प्रत्यर्पण पर रजामंदी दे दी है। ट्रंप मुंबई में हुए 26/11 हमलों के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा की बात कर रहे थे।
दोनों देशों ने मिलकर इतिहास के सबसे बड़े ट्रेड रूट- भारत-मध्यपूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (India-Middle East-Europe Economic Corridor) पर मिलकर काम करने का फैसला किया है।
ट्रंप ने बताया कि अपने बाजार में अमेरिका के स्वागत के लिए भारत देश के कानूनों में बदलाव पर काम कर रहा है।
दोनों देशों ने 21वीं सदी की जरूरतों को समझते हुए क्रिटिकल और उभरती टेक्नॉलजी के लिए TRUST इनिशिएटिव की नींव रखी गई है। इसके तहत आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, सेमिकंडक्टर, क्वॉन्टम कंप्यूटिंग, बायोटेक्नॉलजी पर काम किया जाएगा।
अमेरिका में भारतीय छात्रों की भूमिका और उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए सहयोग पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने अमेरिकी संस्थानों को भारत में आमंत्रित भी किया।
पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध पर विराम लगाने की राष्ट्रपति ट्रंप की कोशिशों को समर्थन देते हुए कहा कि भारत इस पर तटस्थ नहीं है और शांति की ओर है।
अमेरिका में भारतीय नागरिकों के अवैध प्रवासी पाए जाने पर उन्हें वापस बुलाने पर सहमति जताई है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बैठक के बाद कहा कि चर्चा के दौरान अवैध प्रवासियों से जुड़े रैकेट पर चर्चा की गई जिस पर दोनों देशों को मिलकर काम करना है।
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