बिजनेस न्यूज़
2 min read | अपडेटेड February 24, 2025, 14:32 IST
सारांश
Nasscom के अध्यक्ष राजेश नांबियार ने वित्त वर्ष 2025 में कंपनियों की आमदनी और नफे-नुकसान की रिपोर्ट्स पर कहा कि हमारे आसपास जो कुछ भी हो रहा है, उसे देखते हुए यह एक अच्छा नतीजा है।
इस साल की तुलना में 6% बढ़ेगी आमदनी।
इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी संगठन Nasscom का कहना है कि भारत के इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी क्षेत्र की आमदनी वित्त वर्ष 2024-25 में 5.1% बढ़कर 282.6 अरब डॉलर होने का अनुमान है। वहीं, अगले वित्त वर्ष 2025-26 में इंडस्ट्री की आमदनी 300 अरब अमेरिकी डॉलर के पार पहुंच सकती है।
IT ऑर्गनाइजेशन Nasscom के ‘टेक्नोलॉजी लीडरशिप फोरम’ के दौरान इसके अध्यक्ष राजेश नांबियार ने बताया कि अगले वित्त वर्ष में FY25 की तुलना में 6% ज्यादा आमदनी होने की उम्मीद है।
नांबियार ने वित्त वर्ष 2025 में कंपनियों की आमदनी और नफे-नुकसान की रिपोर्ट्स पर कहा कि हमारे आसपास जो कुछ भी हो रहा है, उसे देखते हुए यह एक अच्छा नतीजा है।
Nasscom के अनुमानों के अनुसार, इस साल प्रौद्योगिकी क्षेत्र में कार्यरत लोगों की संख्या 1.26 लाख बढ़कर 58 लाख हो गई। वहीं, पारंपरिक आईटी सेवा कंपनियों की वित्त वर्ष 2024-25 की आमदनी 4.3% बढ़कर 137.1 अरब अमरीकी डॉलर हो जाएगा, जबकि ‘बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग’ का राजस्व 4.7% बढ़कर 54.6 अरब डॉलर रहेगा।
इंजिनियरिंग रिसर्च ऐंड डिवेलपमेंट कंपनियों की आमदनी में बढ़ोतरी सबसे ज्यादा 7% की दर से बढ़ने और इसके 55.6 अरब डॉलर रहने की संभावना है।
वहीं, कंपनियों की घरेलू आमदनी भी 7% बढ़कर 58.2 अरब अमेरिकी डॉलर हो जाएगी, जो निर्यात आमदनी में 4.6% की बढ़त से ज्यादा है। इसके 224.4 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान है।
नांबियार ने कहा कि राजस्व विभाजन के नजरिये से निर्यात राजस्व वैश्विक बहुराष्ट्रीय कंपनियों और भारत स्थित कंपनियों के बीच समान रूप से विभाजित होता है।
लेखकों के बारे में
अगला लेख