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3 min read | अपडेटेड February 14, 2025, 17:50 IST
सारांश
India-US Trade Talks: आम तौर पर मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement, FTA) में ट्रेड पार्टनर्स इंपोर्ट-एक्सपोर्ट की जाने वाली चीजों की कस्टम ड्यूटी को या तो खत्म कर देते हैं या काफी कम कर देते हैं।
भारत-अमेरिका के बीच 2030 तक $500 अरब व्यापार का लक्ष्य।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से मुलाकात के दौरान दोनों देशों ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुने से अधिक बढ़ाकर $500 अरब पहुंचाने का वादा किया है। इस और कदम उठाने के लिए जरूरी समझौते पर बातचीत भी शुरू हो गई है। इसके तहत टैरिफ घटाने और एक-दूसरे के मार्केट में जगह देने के लिए काम किया जाएगा।
पीएम मोदी और ट्रंप की मुलाकात के बाद जारी बयान में बताया गया कि दोनों पक्ष इन वार्ताओं को आगे बढ़ाने के लिए वरिष्ठ प्रतिनिधियों को नामित करेंगे। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि व्यापार संबंध ‘कॉम्पैक्ट’- डिफेंस कोऑपरेशन, क्विक कॉमर्स और टेक्नॉलजी के क्षेत्र में मौके पैदा करने की ओर बढ़ें।
आम तौर पर मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement, FTA) में ट्रेड पार्टनर्स इंपोर्ट-एक्सपोर्ट की जाने वाली चीजों की कस्टम ड्यूटी को या तो खत्म कर देते हैं या काफी कम कर देते हैं। इसके अलावा, सर्विसेज में ट्रेड और निवेश को बढ़ावा देने के लिए स्टैंडर्ड में ढील देते हैं। माना जा रहा है कि अमेरिका और भारत के बीच समझौता होने से ये फायदे हो सकते हैं।
दोनों देशों ने भारत को टेक्नॉलजिकल गुड्स के अमेरिकी निर्यात और अमेरिका को लेबर इंटेंसिव मैन्युफैक्चर्ड प्रॉडक्ट्स के भारतीय निर्यात को बढ़ाकर द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए सहयोग करने का संकल्प किया। इसके साथ ही खेती से जुड़ी चीजों के व्यापार को बढ़ाने के लिए भी काम करने का वादा किया गया।
दोनों देशों की कंपनियों के लिए उच्च मूल्य वाली इंडस्ट्ररीज के नए प्रॉजेक्ट्स में निवेश करने के अवसर बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। दोनों नेताओं ने भारतीय कंपनियों के करीब 7.35 अरब डॉलर मूल्य के जारी निवेश का स्वागत किया।
विवरण | मूल्य (अरब अमेरिकी डॉलर में) |
---|---|
कुल द्विपक्षीय व्यापार | 190.08 |
वस्तु व्यापार | 123.89 |
सेवा व्यापार | 66.19 |
US को भारत का माल निर्यात | 83.77 |
US से भारत का माल आयात | 40.12 |
US का व्यापार घाटा | 43.65 |
US को भारत का सेवा निर्यात | 36.33 |
US से भारत का सेवा आयात | 29.86 |
US का सेवा व्यापार घाटा | 6.47 |
पीएम मोदी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने ऐलान किया कि दोनों नेता एक समझौते पर सहमत हुए हैं, जिससे भारत को अमेरिका से अधिक तेल और गैस आयात करने में सुविधा होगी। इससे भारत के साथ अमेरिका का व्यापार घाटा कम होगा।
पीएम मोदी से मुलाकात के कुछ घंटों पहले ही नई टैरिफ पॉलिसी की घोषणा करते हुए ट्रंप ने कहा था कि टैरिफ के मामले में भारत ‘सबसे आगे है।’ ट्रंप ने कुछ अमेरिकी उत्पादों पर भारत की लगाई इंपोर्ट ड्यूटी को ‘बहुत अनुचित’ और ‘कड़ा’ बताया।
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