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  1. BEL को रक्षा मंत्रालय से मिला ₹1220.12 Cr का कॉन्ट्रैक्ट, कोस्ट गार्ड को देगा हाई-टेक रेडियो

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BEL को रक्षा मंत्रालय से मिला ₹1220.12 Cr का कॉन्ट्रैक्ट, कोस्ट गार्ड को देगा हाई-टेक रेडियो

Upstox

3 min read | अपडेटेड February 20, 2025, 15:13 IST

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सारांश

Bharat Electronics Limited: इस प्रॉजेक्ट के जरिए कोस्ट गार्ड की ऑपरेशनल क्षमता को तो बढ़ाया ही जाएगा, साथ ही साथ समुद्री सुरक्षा को सुनिश्चित करके केंद्र सरकार के ब्लू इकॉनमी से जुड़े लक्ष्यों को भी तेजी मिलेगी।

डिफेंस की क्षमता के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत और ब्लू इकॉनमी को रफ्तार देने की ओर कदम।

डिफेंस की क्षमता के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत और ब्लू इकॉनमी को रफ्तार देने की ओर कदम।

भारत सरकार ने आत्मनिर्भर भारत, समुद्री सुरक्षा और ब्लू इकॉनमी पर फोकस रखने के अपने लक्ष्य की ओर एक कदम और बढ़ाया है। केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (Bharat Electronics Limited, BEL) के साथ गुरुवार को एक अहम कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है। ₹1220.12 करोड़ का यह समझौता भारतीय कोस्ट गार्ड (Indian Coast Guard) के लिए 149 सॉफ्टवेयर डिफाइन्ड रेडियो हासिल करने के लिए किया गया है।

और अडवांस होगा कोस्ट गार्ड

मंत्रालय ने जानकारी दी है कि इन स्टेट-ऑफ-दि-आर्ट रेडियो के जरिए इन्फर्मेशन शेयरिंग ज्यादा सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से हो सकेगी। इनमें हाई-स्पीड डेटा और वॉइस कम्यूनिकेशन के इस्तेमाल के लिए सुरक्षित होने से किसी भी स्थिति में संपर्क आसानी और सटीकता से साधा जा सकेगा।

ये अडवांस्ड रेडियो सिस्टम अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में भारतीय कोस्टगार्ड की मदद करेंगे। कोस्टगार्ड को समुद्र से जुड़े कानूनों को लागू करना होता है, किसी के आपातकालीन स्थित में फंसने पर तलाशी और बचाव अभियान चलाना होता है।

इसके अलावा समुद्री जीवों और पर्यावरण की सुरक्षा का जिम्मा भी कोस्टगार्ड के ऊपर आता है। मंत्रालय का कहना है कि ये रेडियो भारतीय नौसेना के साथ मिलकर काम करने के लिए भी कोस्ट गार्ड की मदद करेंगे।

कई लक्ष्यों की ओर कदम

इस प्रॉजेक्ट के जरिए कोस्ट गार्ड की ऑपरेशनल क्षमता को तो बढ़ाया ही जाएगा, साथ ही साथ मैरीटाइम सिक्यॉरिटी को सुनिश्चित करके केंद्र सरकार के ब्लू इकॉनमी से जुड़े लक्ष्यों को भी तेजी मिलेगी।

यही नहीं, भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड के साथ यह समझौता करके आत्मनिर्भर भारत की पहल को भी बल मिलेगा। इसके तहत निर्माणक्षेण की क्षमता को मजबूत किया जा सकेगा। इससे सैन्य स्तर पर कम्यूनिकेशन सिस्टम्स को और अडवांस बनाने पर जोर दिया जाएगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और विशेष उपकरणों के डिवेलपमेंट को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

BEL को मिले हैं कई कॉन्ट्रैक्ट

इसी महीने 8 फरवरी को रक्षा मंत्रालय ने BEL के साथ ₹642.17 करोड़ का एक और कॉन्ट्रैक्ट किया था। यह भारतीय नौसेना के 11 न्यू जेनरेशन ऑफशोर पट्रोल वेसेल्स और 3 कैडेट ट्रेनिंग शिप्स के लिए 28 EON-51 सिस्टम्स के लिए किया गया था।

EON (इलेक्ट्रो ऑप्टिकल फायर कंट्रोल सिस्टम) इलेक्ट्रो ऑप्टिकल और थर्मल इमेजर डिवाइस के जरिए टारगेट खोजने, डिटेक्ट और क्लासिफाई करने के काम आता है। इसके अलावा SHAKTI सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करने के लिए भी BEL के साथ कॉन्ट्रैक्ट 6 फरवरी को किया गया था।

BEL ने भारतीय सेना के साथ मिलकर बैटलफील्ड सर्वेलांस सिस्टम SANJAY भी डिवेलप किया है। इसे जनवरी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हरी झंडी दिखाई थी। SANJAY एक ऑटोमेटेड सिस्टम है जो जमीन और हवाई युद्धक्षेत्र में सेंसर्स से इनपुट लेता है और प्रोसेस कर आर्मी डेटा नेटवर्क ऐंड सैटलाइट कम्यूनिकेशन नेटवर्क को भेजता है।

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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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