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3 min read | अपडेटेड December 04, 2025, 07:58 IST
सारांश
Gold Rate 04 Dec: अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। बुधवार को सोने के दाम में भारी उछाल आया और यह रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब पहुंच गया। अमेरिका में ब्याज दरें कम होने की अटकलों और दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की जमकर खरीदारी करने से कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।

सोने की कीमतों में लौटी चमक
Gold Rate 04 Dec: सोने की कीमतों में चल रही सुस्ती अब खत्म होती दिख रही है और पीली धातु ने एक बार फिर अपनी रफ्तार पकड़ ली है। बुधवार को सोने के भाव में जबरदस्त तेजी देखने को मिली जिसने निवेशकों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है। MCX पर फरवरी का वायदा भाव 1.3% की तेजी के साथ आगे बढ़ा और दिन के कारोबार के दौरान यह 1,641 रुपये बढ़कर 1,31,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के हाई लेवल को छू गया। यह पिछले 6 हफ्तों का सबसे ऊंचा स्तर है, जो बताता है कि बाजार में खरीदारी का माहौल फिर से बन गया है।
कारोबार की शुरुआत से ही सोने में मजबूती दिखाई दे रही थी। MCX पर बाजार खुलते ही भाव 0.6% ऊपर 1,30,550 रुपये पर खुला, जबकि पिछला बंद भाव 1,29,759 रुपये था। शाम 8:30 बजे तक सोने में 854 रुपये या 0.70% की तेजी देखी गई और यह 1,30,650 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। सिर्फ भारतीय बाजार ही नहीं, बल्कि विदेशी बाजारों में भी सोने की चमक बढ़ी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड की कीमतों में करीब 1% की तेजी आई और यह 4,241 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंच गया। इससे पहले वाले दिन सोने में 0.6% की गिरावट आई थी, लेकिन बुधवार को उसने शानदार वापसी की।
सोने की इस तेजी के पीछे सबसे बड़ा कारण अमेरिका से मिल रहे आर्थिक संकेत हैं। बाजार को पूरी उम्मीद है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक यानी फेडरल रिजर्व 9-10 दिसंबर को होने वाली बैठक में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। अमेरिका के आर्थिक आंकड़े थोड़े कमजोर आए हैं, जिसके बाद यह माना जा रहा है कि अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए ब्याज दरें कम करना जरूरी हो गया है। जानकारों का मानना है कि जब ब्याज दरें कम होती हैं, तो सोने जैसी सुरक्षित संपत्तियों में निवेश बढ़ता है और यही कारण है कि सोने के दाम ऊपर जा रहे हैं।
फेडवाच टूल के आंकड़ों पर नजर डालें तो व्यापारी अब यह मानकर चल रहे हैं कि दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की 87% संभावना है। यह एक बहुत बड़ा आंकड़ा है जो बाजार की दिशा तय कर रहा है। इसके अलावा, व्हाइट हाउस के आर्थिक सलाहकार केविन हैसेट को लेकर भी चर्चा तेज है कि वह जेरोम पॉवेल की जगह ले सकते हैं। इस खबर ने भी बाजार में सकारात्मक माहौल बनाया है, क्योंकि इससे नीतियों में बदलाव की उम्मीद जगी है। 10 साल की यूएस ट्रेजरी यील्ड में भी थोड़ी गिरावट आई है।
सोने की कीमतों को सिर्फ ब्याज दरों की खबरों से ही नहीं, बल्कि असली मांग से भी सहारा मिल रहा है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट बताती है कि दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने सोने की खरीदारी बढ़ा दी है। अक्टूबर महीने में केंद्रीय बैंकों ने करीब 53 टन सोना खरीदा है। यह पिछले महीने के मुकाबले 36% ज्यादा है। साल 2025 की शुरुआत के बाद से यह किसी भी महीने में की गई सबसे बड़ी खरीदारी है। जब बड़े देश और उनके बैंक सोना खरीदते हैं, तो इससे बाजार में भरोसा बढ़ता है और कीमतों को मजबूती मिलती है।
अब निवेशकों की नजर अमेरिका के रोजगार आंकड़ों और PCE इंडेक्स पर टिकी है। शुक्रवार को आने वाले ये आंकड़े बताएंगे कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था किस दिशा में जा रही है। अगर ये आंकड़े उम्मीद के मुताबिक रहते हैं, तो सोने में यह तेजी आगे भी जारी रह सकती है। फिलहाल बाजार का मूड सकारात्मक बना हुआ है।
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