पर्सनल फाइनेंस
2 min read | अपडेटेड October 28, 2024, 16:09 IST
सारांश
हर साल दिवाली की शाम को स्टॉक एक्सचेंज पर खास मुहूर्त ट्रेडिंग होती है। इस एक घंटे के सेशन में गुड- लक के लिए शेयर्स की खरीद- फरोख्त की जाती है। तीन साल के ट्रेंड पर नजर डालें तो पता चलता है कि इस दौरान ट्रेड किए गए इक्विटी या सोने में से किस पर एक साल बाद बेहतर रिटर्न मिलता है।
सोना या इक्विटी- मुहूर्त ट्रेडिंग के बाद किस पर बेहतर रिटर्न?
दिवाली के त्योहार पर यूं तो स्टॉक मार्केट बंद होता है लेकिन लक्ष्मी पूजन के लिए एक घंटे को स्पेशल सेशन रखा जाता है। शाम के वक्त होने वाली इस मुहूर्त ट्रेडिंग का इंतजार ट्रेडर्स को रहता है क्योंकि माना जाता है कि इसके अगले दिन हिंदू कैलेंडर का नया साल शुरू होता है।
नए साल में धनलक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए लोग स्टॉक्स की खरीद- फरोख्त तो करते ही हैं, सोने की भी काफी डिमांड रहती है। पिछले तीन साल की मुहूर्त ट्रेडिंग के ट्रेंड्स पर नजर डालें और समझने की कोशिश करें कि गुड-लक के लिए खरीदे गए इक्विटी और गोल्ड का एक साल बाद क्या हाल रहा तो दिलचस्प पैटर्न देखने को मिलता है।
साल 2021 में खरीदे गए Gold BeES ETF 4.67% के रिटर्न के साथ 2.3% रिटर्न देने वाले NIFTY BeES ETF से आगे निकल गए। साल 2022 भी Gold BeES ETF आगे रहे और रिटर्न भी ज्यादा दिया। Gold पर जहां 18.24% का रिटर्न आया वहीं, NIFTY पर महज 9.45% का। इसी तरह साल 2023 में Gold BeES ETF 28.39% के रिटर्न के साथ आगे रहे। हालांकि, इस बार NIFTY BeES ETF पर 26.47% का रिटर्न आया।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रहे तनाव के चलते सोने जैसी कीमती चीज पर लोगों का भरोसा ज्यादा रहता है। इजरायल हमास युद्ध के बीच हिजबुल्ला के भी कूदने से तनाव बढ़ा हुआ है।
वहीं, अमेरिकी इकॉनमी को लेकर अस्थिरता की अटकलें लगती रहती हैं। रेट कम किए जाने की चर्चा के बीच सोने की मांग बढ़ गई है।
इस साल भी 1 नवंबर की शाम को नैशनल और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर मुहूर्त ट्रेडिंग होगी। एक घंटे के इस सेशन को छोटे- छोटे स्लॉट्स में बांट दिया जाएगा और इन स्लॉट्स के दौरान अलग-अलग चीजों की खरीद- फरोख्त की जाएगी।
लेखकों के बारे में
अगला लेख