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  1. Personal Loan लेने का बना रहे हैं मन? भूलकर भी न करें ये 6 गलतियां, वरना बढ़ जाएगा कर्ज का बोझ

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Personal Loan लेने का बना रहे हैं मन? भूलकर भी न करें ये 6 गलतियां, वरना बढ़ जाएगा कर्ज का बोझ

Upstox

3 min read | अपडेटेड December 11, 2025, 17:47 IST

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सारांश

Personal Loan: बहुत से लोग EMI देखकर फैसला कर लेते हैं। कम EMI का मतलब अक्सर लंबा टेन्योर होता है, यानी आपको ज्यादा महीनों तक ब्याज चुकाना पड़ता है। इससे आपका ब्याज भी काफी बढ़ जाता है। अगर आप थोड़ा ज्यादा EMI दें और छोटा टेन्योर चुनें तो आपका लंबी अवधि में काफी ब्याज बच सकता है। ऐसे में कोई भी फैसला सोच समझकर ही किया जाना चाहिए।

Personal Loan

Personal Loan: जल्दबाजी में लिए गए छोटे फैसले आपको कई सालों तक ज्यादा ब्याज चुकाने पर मजबूर कर सकते हैं।

Personal Loan: पर्सनल लोन लेना आज बहुत आसान लगने लगा है। बैंक ऐप पर प्री-अप्रूव्ड ऑफर आता है, आप कुछ बटन दबाते हैं, डॉक्युमेंट अपलोड करते हैं और पैसा खाते में आ जाता है। यह सब इतना आसान है कि कई लोग इसे लेने से पहले ज्यादा सोचते भी नहीं। लेकिन असलियत यह है कि पर्सनल लोन सबसे महंगे क्रेडिट में से एक होते हैं। जल्दबाजी में लिए गए छोटे फैसले आपको कई सालों तक ज्यादा ब्याज चुकाने पर मजबूर कर सकते हैं।
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लोग मुश्किल में इसलिए नहीं फंसते कि उन्होंने लोन लिया, बल्कि इसलिए फंसते हैं क्योंकि उन्होंने बिना सोचे-समझे लिया। अगर आप पर्सनल लोन लेने का मन बना रहे हैं तो उसके पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

कम EMI का जाल

बहुत से लोग EMI देखकर फैसला कर लेते हैं। कम EMI का मतलब अक्सर लंबा टेन्योर होता है, यानी आपको ज्यादा महीनों तक ब्याज चुकाना पड़ता है। इससे आपका ब्याज भी काफी बढ़ जाता है। अगर आप थोड़ा ज्यादा EMI दें और छोटा टेन्योर चुनें तो आपका लंबी अवधि में काफी ब्याज बच सकता है। ऐसे में कोई भी फैसला सोच समझकर ही किया जाना चाहिए।

ऐसे ऑफर, जो कई बार अच्छे लगते हैं पर होते नहीं

आपके मोबाइल पर कई बार अक्सर लोन से जुड़े ऑफर आते होंगे। कई बाल लोग बैंक का ऑफर देखकर वही लोन ले लेते हैं। यह लोन जल्दी मिल तो जाता है लेकिन इनकी ब्याज दर अधिक हो सकती है। ऑफर के चक्कर में लोग ब्याज दरों की तुलना करना भूल जाते हैं। पर्सनल लोन की ब्याज दरों में अलग-अलग लेंडर्स में काफी फर्क हो सकती हैं। तुलना करके आपको बेहतर सौदा मिल सकता है।

प्रोसेसिंग फीस जैसे छोटे खर्चों पर दें ध्यान

कई लोग प्रोसेसिंग फीस, डॉक्युमेंटेशन चार्ज, बीमा जैसे खर्चों को छोटा समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन यही छोटे-छोटे खर्च लोन को महंगा बना देते हैं। कुछ लेंडर्स यह फीस आपके लोन अमाउंट में से काटकर पैसा भेजते हैं, जिससे आपके हाथ में कम राशि पहुंचती है। इसलिए फीस को समझना बेहद जरूरी है।

EMI कम रखना पड़ सकता है महंगा

कई लोग EMI कम रखने के लिए लंबा टेन्योर चुन लेते हैं ताकि आज की टेंशन कम लगे। लेकिन लंबा टेन्योर आपको अधिक ब्याज देने पर मजबूर करता है। इससे आपके लॉन्ग टर्म गोल जैसे घर बनाना, बच्चे की पढ़ाई प्रभावित हो सकते हैं। अगर आप थोड़ा ज्यादा EMI आराम से मैनेज कर सकते हैं, तो छोटा टेन्योर लेना हमेशा बेहतर होता है। इससे ब्याज कम लगता है और आपकी इनकम जल्दी फ्री हो जाती है।

लोन लेने से पहले ही बना लें चुकाने की योजना

लोग लोन मिलने के बाद ही सोचते हैं कि EMI कैसे भरनी है। जब पैसा खाते में आता है तो लोग सोचते हैं कि EMI बाद में संभाल लेंगे। लेकिन पर्सनल लोन की EMI हर महीने तय तारीख पर जानी ही होती है। सबसे अच्छा तरीका है कि पैसा खर्च करने से पहले ही री-पेमेंट प्लान बना लें। ऑटो-डेबिट सेट करें, पहली EMI के लिए थोड़ा बैलेंस अलग रखें और मौका मिले तो प्री-पेमेंट की योजना भी बना लें।

पर्सनल लोन लेना गलत नहीं, लेकिन सावधानी जरूरी

पर्सनल लोन लेना गलत नहीं है। सही समय पर लिया गया लोन बहुत काम आता है। इमरजेंसी में मदद करता है और बचत को टूटने से बचाता है। समस्या तब होती है जब हम लापरवाही करते हैं। कुछ मिनट निकालकर ब्याज दर, फीस, टेन्योर, री-पेमेंट प्लान और कुल लागत चेक कर लेने से महीनों की टेंशन से बचा जा सकता है।

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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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