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2 min read | अपडेटेड March 11, 2025, 14:14 IST
सारांश
Inflation Impact: फरवरी 2025 में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह की थाली की कीमतें मासिक आधार पर करीब 5% कम हो गईं। इसकी वजह थी प्याज, आलू और टमाटर जैसे जरूरी सामान की कीमतों में गिरावट, साथ ही ब्रॉयलर चिकन की कीमतों में भी कमी।
Inflation Impact: टमाटर की कीमतों में 28% की गिरावट आई है, जो ₹32/किग्रा से घटकर ₹23/किग्रा हो गई।
इस बदलाव के पीछे मुख्य वजह टमाटर और एलपीजी की कीमतों में गिरावट है, जिससे शाकाहारी थाली सस्ती हुई। वहीं, नॉन-वेज थाली की महंगाई बढ़ने का कारण मांस-मछली की ऊंची कीमतें हैं। टमाटर की कीमतों में 28% की गिरावट आई है, जो ₹32/किग्रा से घटकर ₹23/किग्रा हो गई। इसके चलते शाकाहारी थाली की कीमत में कमी आई है।
इसके अलावा, एलपीजी की कीमतों में 11% की गिरावट आई। इसकी कीमत ₹903 प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर से घटकर ₹803 हो गई। हालांकि, दूसरी ओर प्याज (11%), आलू (16%) और वेजिटेबल ऑयल (18%) की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
फरवरी महीने में ब्रॉयलर चिकन की कीमतों में 15 फीसदी की बढ़ोतरी का असर नॉन-वेज थाली पर दिख रहा है। यह वृद्धि काफी हद तक पिछले साल के लो बेस के कारण हुई, जब अधिक सप्लाई के कारण कीमतें कम थीं। इसके अलावा, पोल्ट्री फीड में इस्तेमाल होने वाले मक्के की कीमत में 6% की बढ़ोतरी हुई, जिससे लागत और बढ़ गई।
फरवरी 2025 में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह की थाली की कीमतें मासिक आधार पर करीब 5% कम हो गईं। इसकी वजह थी प्याज, आलू और टमाटर जैसे जरूरी सामान की कीमतों में गिरावट, साथ ही ब्रॉयलर चिकन की कीमतों में भी कमी।
ब्रॉयलर की कीमतें इसलिए घटीं क्योंकि दक्षिण भारत में बर्ड फ्लू की खबरों के कारण इसकी मांग कम हो गई थी। हालांकि, सालाना आधार पर शाकाहारी थाली की कीमत थोड़ी घटी, लेकिन मांसाहारी थाली की कीमतें पोल्ट्री लागत बढ़ने के कारण बढ़ गईं।
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