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  1. अगले हर 10 साल में कितनी कम होती जाएगी 1 करोड़ की वैल्यू, समझें 2050 तक का कैलकुलेशन

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अगले हर 10 साल में कितनी कम होती जाएगी 1 करोड़ की वैल्यू, समझें 2050 तक का कैलकुलेशन

Upstox

3 min read | अपडेटेड December 17, 2025, 11:53 IST

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सारांश

रिटायरमेंट के लिए अगर आप एक करोड़ रुपये को काफी मान रहे हैं, तो सावधान हो जाइए। महंगाई आपके पैसों की कीमत को तेजी से कम कर रही है। आने वाले समय में एक करोड़ की वैल्यू गिरकर कुछ लाख रुपये रह जाएगी। इसलिए सिर्फ बचत नहीं, सही निवेश करना बहुत जरूरी है।

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बढ़ती महंगाई के कारण भविष्य में एक करोड़ रुपये की खरीदने की क्षमता में भारी गिरावट आएगी।

रिटायरमेंट की प्लानिंग करते समय हम अक्सर एक जादुई आंकड़े के पीछे भागते हैं। वह आंकड़ा है एक करोड़ रुपये। हमें लगता है कि अगर हमने अपने कामकाजी जीवन में एक करोड़ रुपये जमा कर लिए, तो हमारा बुढ़ापा आराम से कट जाएगा। लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। आज जो एक करोड़ रुपये आपको बहुत बड़ी रकम लग रही है, आने वाले दशकों में उसकी ताकत उतनी नहीं रहेगी। महंगाई चुपके से आपकी बचत की वैल्यू को कम करती रहती है और यही कारण है कि केवल बैंक में पैसे जमा करके भविष्य को सुरक्षित नहीं किया जा सकता है।

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आने वाले समय में कितनी होगी आपके पैसे की कीमत

महंगाई आपके पैसे की असली कीमत को किस तरह गिरा देती है, इसे समझना बेहद आवश्यक है। अगर हम औसत महंगाई दर को 6 फीसदी मानकर चलें, तो भविष्य का गणित पूरी तरह बदल जाता है। आज का 1 करोड़ रुपये 10 साल बाद यानी 2035 में घटकर लगभग 55 लाख 83 हजार रुपये की वैल्यू का रह जाएगा। इसका मतलब है कि जो सामान आज आप 55 लाख में खरीद सकते हैं, उसके लिए तब आपको 1 करोड़ देने होंगे। समय बीतने के साथ यह गिरावट और तेज होती जाएगी। बीस साल बाद यानी 2045 में यह कीमत गिरकर सिर्फ 31 लाख 18 हजार रुपये के बराबर रह जाएगी।

लंबी अवधि में भारी नुकसान

अगर हम और आगे का सोचें तो तस्वीर और भी डरावनी नजर आती है। 30 साल बाद यानी 20255 में एक करोड़ की असली वैल्यू मात्र 17 लाख 41 हजार रुपये बचेगी। चालीस साल बाद 2065 में एक करोड़ का मूल्य गिरकर केवल 9 लाख 72 हजार रुपये रह जाएगा। सबसे चौंकाने वाला आंकड़ा 50 साल बाद का है। 2075 में यह रकम सिकुड़कर सिर्फ 5 लाख 42 हजार रुपये की ताकत जैसी रह जाएगी। कहने को आपके पास एक करोड़ रुपये होंगे, लेकिन उसकी खरीदने की शक्ति 90 फीसदी से भी ज्यादा खत्म हो चुकी होगी।

केवल बचत से नहीं चलेगा काम

यही वजह है कि महंगाई को नजरअंदाज करके बनाई गई कोई भी रिटायरमेंट प्लानिंग असफल हो सकती है। सवाल यह है कि क्या सिर्फ पैसे बचाना काफी है? जवाब है नहीं। बचत खाते या नकद राशि में पैसा रखने से उसकी वैल्यू धीरे-धीरे खत्म होती रहती है। यह एक साइलेंट किलर की तरह है, जो आपकी मेहनत की कमाई को साल-दर-साल कमजोर बना देता है। अगर आप अपने पैसे को काम पर नहीं लगाएंगे, तो वह समय के साथ अपनी चमक खो देगा।

निवेश है सही रास्ता?

अगर आप चाहते हैं कि भविष्य में भी आपका पैसा आज जितनी ताकत रखे, तो उसे ऐसी जगहों पर लगाना होगा जो महंगाई को मात दे सकें। आपको फाइनेंशियल फ्रीडम पाने के लिए शेयर बाजार, एसआईपी, रियल एस्टेट, बिजनेस या स्टार्टअप्स जैसे विकल्पों पर विचार करना चाहिए। इन एसेट्स की ग्रोथ महंगाई दर से ज्यादा तेज होती है। इसलिए लंबी अवधि में आपकी संपत्ति घटती नहीं बल्कि बढ़ती है। सही निवेश ही आपको महंगाई की मार से बचा सकता है।

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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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