पर्सनल फाइनेंस
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4 min read | अपडेटेड December 26, 2025, 15:05 IST
सारांश
साल खत्म होने को है और अगर आप अपनी जमा पूंजी को सही जगह निवेश कर अच्छा रिटर्न पाना चाहते हैं तो यह सही समय हो सकता है। सरकारी योजनाओं से लेकर पोस्ट ऑफिस और एनपीएस जैसे विकल्पों में निवेश कर आप न केवल अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं बल्कि टैक्स की बचत भी कर सकते हैं।

सुरक्षित भविष्य के लिए सही निवेश विकल्पों का चयन करना है जरूरी।
साल 2025 अब अपने आखिरी पड़ाव पर है। ऐसे में हर कोई चाहता है कि वह अपनी मेहनत की कमाई को ऐसी जगह लगाए जहां पैसा सुरक्षित भी रहे और उस पर अच्छा मुनाफा भी मिले। अक्सर लोग साल के अंत में टैक्स बचाने और निवेश करने की जल्दी में गलत फैसले ले लेते हैं। लेकिन अगर आप थोड़ी सावधानी और सही जानकारी के साथ निवेश करें तो आप अपने भविष्य को आर्थिक रूप से मजबूत बना सकते हैं। भारत में निवेश के कई ऐसे विकल्प मौजूद हैं जो सरकारी सुरक्षा के साथ आते हैं और जिनमें जोखिम बहुत कम होता है। आइए जानते हैं उन पांच बड़े विकल्पों के बारे में जो आपको आने वाले समय में मोटा रिटर्न दे सकते हैं।
डाकघर यानी पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाएं हमेशा से ही मध्यम वर्ग की पहली पसंद रही हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि यहां आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है और भारत सरकार इसकी गारंटी देती है। पोस्ट ऑफिस में टाइम डिपॉजिट, मंथली इनकम स्कीम और नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट जैसे कई विकल्प मौजूद हैं। इन योजनाओं में ब्याज दरें काफी आकर्षक होती हैं और निवेश की प्रक्रिया भी बहुत आसान है। अगर आप बिना किसी जोखिम के अपने पैसे को बढ़ता हुआ देखना चाहते हैं तो डाकघर की योजनाओं में निवेश करना एक बेहतरीन फैसला हो सकता है। यह योजनाएं खास तौर पर उन लोगों के लिए हैं जो शेयर बाजार के उतार चढाव से दूर रहकर निश्चित आय चाहते हैं।
पीपीएफ यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड निवेश का एक ऐसा जरिया है जो लंबे समय में आपको बड़ा फंड बनाने में मदद करता है। इसमें निवेश करने पर आपको इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत छूट मिलती है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी की रकम पूरी तरह टैक्स फ्री होती है। पीपीएफ में आप एक साल में कम से कम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। यह योजना 15 साल के लिए होती है जिसे आगे पांच पांच साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। रिटायरमेंट की प्लानिंग करने वालों के लिए यह आज भी सबसे भरोसेमंद विकल्प माना जाता है क्योंकि इसमें चक्रवृद्धि ब्याज का फायदा मिलता है।
एनपीएस एक ऐसी योजना है जो आपको रिटायरमेंट के बाद हर महीने पेंशन की सुविधा देती है। इसमें निवेश करने पर आपको पीपीएफ के अलावा 50 हजार रुपये की अतिरिक्त टैक्स छूट भी मिलती है। एनपीएस का पैसा बाजार में निवेश किया जाता है जिससे इसमें लंबे समय में पीपीएफ के मुकाबले ज्यादा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है। इसमें आप अपनी सुविधा के अनुसार इक्विटी और डेट का हिस्सा चुन सकते हैं। सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों के कर्मचारी इसमें निवेश कर सकते हैं। यह उन लोगों के लिए शानदार है जो अपने बुढ़ापे को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना चाहते हैं और एक मुश्त रकम के साथ पेंशन भी चाहते हैं।
सरकार द्वारा चलाई जा रही अन्य बचत योजनाएं जैसे सुकन्या समृद्धि योजना भी निवेश का एक बहुत अच्छा विकल्प है। अगर आपके घर में छोटी बेटी है तो आप उसके नाम पर यह खाता खोल सकते हैं। इसमें मिलने वाली ब्याज दर अन्य योजनाओं के मुकाबले काफी अधिक होती है और यह बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने की एक बड़ी पहल है। इसके अलावा सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम भी बुजुर्गों के लिए एक वरदान की तरह है जहां उन्हें नियमित आय के साथ साथ सुरक्षा भी मिलती है। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य समाज के हर वर्ग को बचत के लिए प्रोत्साहित करना और उन्हें आर्थिक मजबूती प्रदान करना है ताकि वे महंगाई का सामना कर सकें।
यूलिप यानी यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान उन लोगों के लिए है जो निवेश के साथ साथ जीवन बीमा का कवर भी चाहते हैं। इसमें आपके प्रीमियम का एक हिस्सा बीमा के लिए जाता है और दूसरा हिस्सा बाजार में निवेश किया जाता है। यूलिप में आपको पांच साल का लॉक इन पीरियड मिलता है जिसके बाद आप पैसा निकाल सकते हैं। यह लंबी अवधि में धन जुटाने का एक पारदर्शी तरीका है। हालांकि इसमें बाजार का जोखिम शामिल होता है लेकिन सही फंड के चुनाव से इसमें काफी मोटा रिटर्न कमाया जा सकता है। साल के अंत में टैक्स बचाने और संपत्ति बनाने के लिए यह एक लोकप्रिय विकल्प बनकर उभरा है। निवेश से पहले अपनी जरूरतों को समझना बहुत जरूरी है।
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