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Wipro Q1 Results: कब आएंगे जून तिमाही के नतीजे? डिविडेंड को लेकर क्या है अपडेट? पूरी डीटेल्स

Upstox

3 min read | अपडेटेड July 10, 2025, 13:59 IST

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सारांश

Wipro Q1 Results: एक्सपर्ट्स का कहना है कि टॉप भारतीय आईटी कंपनियों के लिए वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही कमजोर रहने की उम्मीद है। इस पर कंज्यूमर और मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट जैसे कई सेक्टर्स में सुस्त डिमांड का असर दिख सकता है। हालांकि, मिड-टियर कंपनियों का प्रदर्शन बेहतर रहने की संभावना है।

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Wipro ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि उसके बोर्ड की बैठक 16-17 जुलाई 2025 को होने वाली है।

Wipro Q1 Results: दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो जल्द ही FY26 की पहली तिमाही के नतीजे जारी करेगी। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि उसके बोर्ड की बैठक 16-17 जुलाई 2025 को होने वाली है। इसमें अप्रैल-जून तिमाही के नतीजों को मंजूरी दी जाएगी। इसके साथ ही कंपनी अंतरिम डिविडेंड का ऐलान भी कर सकती है।
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बोर्ड द्वारा वित्तीय नतीजों को 17 जुलाई 2025 की शाम को मंजूरी दी जाएगी। नतीजों से पहले विप्रो के शेयरों में आज दबाव है। कंपनी के शेयर 1.53 फीसदी की गिरावट के साथ 263.70 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहे हैं।

Q1FY26 में IT सेक्टर को लेकर ये है अनुमान

एक्सपर्ट्स का कहना है कि टॉप भारतीय आईटी कंपनियों के लिए वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही कमजोर रहने की उम्मीद है। इस पर कंज्यूमर और मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट जैसे कई सेक्टर्स में सुस्त डिमांड का असर दिख सकता है। हालांकि, मिड-टियर कंपनियों का प्रदर्शन बेहतर रहने की संभावना है।

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस तिमाही में क्रॉस-करेंसी के क्षेत्र में भारी अनुकूल माहौल के चलते रेवेन्यू के मामले में अमेरिकी डॉलर में क्रमिक रूप से मजबूत बढ़ोतरी होगी। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के बीच कंपनियों से वित्त वर्ष 26 के लिए अपने पूरे वर्ष के अनुमान को बनाए रखने की भी उम्मीद है।

एक्सपर्ट्स के अनुसार, अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ और बड़े स्तर की आर्थिक चुनौतियों के कारण लोगों के खर्च करने की क्षमता पर असर पड़ सकता है। फिर भी, तिमाही की शुरुआत में जितनी गिरावट की उम्मीद थी, उतनी मांग में कमी नहीं आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आईटी कंपनियों के पास नए सौदों (डील्स) की अच्छी संख्या बनी हुई है, खासकर लागत में कमी, इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़े क्षेत्रों में।

आईटी कंपनियों के नतीजों की तारीखें

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) 10 जुलाई, एचसीएल टेक 14 जुलाई को और टेक महिंद्रा और एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज के नतीजे 16 जुलाई को आएंगे। इसके अलावा, एलटीआई माइंडट्री 17 जुलाई को और इंफोसिस 23 जुलाई को जून तिमाही के नतीजे जारी करेगी।

FY26 का आउटलुक

क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ICRA ने भारतीय आईटी सेक्टर के लिए 'स्टेबल' आउटलुक बरकरार रखा है। एजेंसी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025-26 में भारतीय आईटी सेक्टर की रेवेन्यू में डॉलर के लिहाज से 2-3% की बढ़ोतरी होगी। यह वृद्धि FY25 में दर्ज की गई 2.9% वृद्धि से थोड़ी कम है।

यह धीमी रफ्तार अमेरिका में लगने वाले टैरिफ के कारण है, जिससे आईटी कंपनियों के बड़े ग्राहकों के बजट पर असर पड़ सकता है। ICRA के अनुसार, हाल के कुछ महीनों में ऑपरेटिंग इनकम में थोड़ा सुधार जरूर हुआ है, लेकिन FY26 में कोई बड़ी तेजी देखने को नहीं मिलेगी क्योंकि अमेरिका के टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितताएं बनी रहेंगी।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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