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Stock Market: IT, Auto समेत कई सेक्टर्स में प्रॉफिट बुकिंग, इन 4 वजहों से टूटा शेयर बाजार

Shubham Singh Thakur

3 min read | अपडेटेड December 26, 2025, 13:44 IST

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सारांश

Stock Market: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली जारी है। 24 दिसंबर को FIIs ने 1721 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए। यह लगातार तीसरा दिन है जब FIIs ने बिकवाली की है। इस महीने यानी दिसंबर की बात करें तो अब तक FIIs ने कुल 23,830.77 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं।

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Stock Market: मुनाफावसूली भी आज बाजार में गिरावट की एक बड़ी वजह रही।

Stock Market: भारतीय शेयर बाजार में आज 26 दिसंबर को जमकर बिकवाली हो रही है। आज के कारोबार में BSE Sensex में करीब 400 अंकों की गिरावट देखी गई और यह 85,010.99 के स्तर तक लुढ़क गया। दूसरी तरफ Nifty 50 भी 105 अंक टूटकर 26,037.10 के लेवल पर आ गया है। विदेशी निवेशकों (FIIs) की लगातार बिकवाली ने मार्केट सेंटीमेंट पर असर डाला है। इसके अलावा प्रॉफिट बुकिंग भी आज बाजार में गिरावट की एक बड़ी वजह है। यहां आज शेयर बाजार में गिरावट की बड़ी वजहें बताई गई है।
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FIIs की बिकवाली

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली जारी है। 24 दिसंबर को FIIs ने 1721 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए। यह लगातार तीसरा दिन है जब FIIs ने बिकवाली की है। इस महीने यानी दिसंबर की बात करें तो अब तक FIIs ने कुल 23,830.77 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिका की मजबूत आर्थिक ग्रोथ और वहां की कंपनियों की बेहतर कमाई के कारण विदेशी निवेशक फिलहाल भारतीय बाजार से दूरी बना रहे हैं।

मुनाफावसूली का दबाव

मुनाफावसूली भी बाजार में गिरावट की एक बड़ी वजह रही। आड बाजार में कई सेक्टर्स में प्रॉफिट बुकिंग देखी गई। शुक्रवार को कारोबार सुस्त रहने के बावजूद इस हफ्ते निफ्टी और सेंसेक्स करीब 0.4% चढ़े हैं। इसके साथ ही बाजार तीन हफ्तों की गिरावट का सिलसिला तोड़ने की ओर बढ़ रहा है।

रिपोर्ट लिखे जाने के समय Sensex के 30 में से 22 शेयर लाल निशान पर ट्रेड कर रहे थे। आज Nifty IT, Auto, Pharma समेत कई सेक्टर्स में प्रॉफिट बुकिंग हो रही है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि साल 2025 के आखिरी कुछ कारोबारी दिनों में अब बाजार में नई तेजी के लिए बड़े संकेतों की कमी है, इसलिए बाजार मौजूदा स्तरों के आसपास ही घूम सकता है।

रुपये में गिरावट

आज 26 दिसंबर को रुपया डॉलर के मुकाबले 23 पैसे टूटकर 89.94 पर आ गया। इसकी वजह विदेशी निवेशकों की बिकवाली, कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त और घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी रही। इसके अलावा, आयातकों की डॉलर मांग और ट्रेड डील को लेकर अनिश्चितता ने भी रुपये पर दबाव बनाया। इंटरबैंक बाजार में रुपया 89.84 पर खुला था, लेकिन दिन में फिसलकर 89.94 तक चला गया।

कच्चे तेल की कीमतों में तेजी

इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम बढ़े हैं। आज ब्रेंट क्रूड 0.4% बढ़कर 62.48 डॉलर प्रति बैरल और WTI क्रूड 0.4% चढ़कर 58.58 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिका द्वारा वेनेजुएला के तेल निर्यात पर सख्ती और नाइजीरिया में हवाई हमलों के बाद तेल महंगा हुआ। भारत अपनी ज्यादातर तेल जरूरतों के लिए दूसरे देशों पर निर्भर है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

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