मार्केट न्यूज़
3 min read | अपडेटेड April 11, 2025, 04:26 IST
सारांश
TCS Share: मार्च तिमाही में TCS का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 1.67% गिर गया और यह 12293 करोड़ रुपये पर आ गया है। वहीं टीसीएस की आमदनी 5.2% बढ़कर 64,479 करोड़ रुपये रही। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में टीसीएस का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 4.2 फीसदी बढ़कर 48,553 करोड़ रुपये हो गया।
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इस गिरावट के साथ TCS का मार्केट कैप घटकर 11.72 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है।
मार्च तिमाही में TCS का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 1.67% गिर गया और यह 12293 करोड़ रुपये पर आ गया है। वहीं टीसीएस की आमदनी 5.2% बढ़कर 64,479 करोड़ रुपये रही।
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में टीसीएस का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 4.2 फीसदी बढ़कर 48,553 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का कारोबार छह फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 2,55,324 करोड़ रुपये यानी लगभग 30 अरब डॉलर रहा।
TCS के MD और CEO के. कृतिवासन ने कहा, “हम वार्षिक रेवेन्यू में 30 अरब डॉलर को पार करने और लगातार दूसरी तिमाही में मजबूत ऑर्डर बुक हासिल कर खुश हैं।” कृतिवासन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि रेवेन्यू के मोर्चे पर चालू वित्त वर्ष, पिछले वित्त वर्ष (2024-25) से बेहतर रहेगा। हालांकि, उन्होंने मौजूदा चुनौतियों को भी स्वीकार किया।
उन्होंने कहा कि विवेकाधीन खर्च के मामले में निर्णय लेने में देरी होती है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कुछ प्रोजेक्ट्स में देरी भी हुई है। उन्होंने कहा कि किसी भी बड़े प्रोजेक्ट में देरी नहीं हुई है। CEO ने कहा कि चुनौतियों के बावजूद कंपनी ने 12.2 अरब डॉलर के नए प्रोजेक्ट हासिल किए, जो अब तक की दूसरी सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि ग्राहक डिजिटल परिवर्तन परियोजनाओं के लिए ऑर्डर देना जारी रखे हैं।
टाटा ग्रुप की कंपनी ने यह भी घोषणा की कि उसने टैरिफ के बीच कारोबारी अनिश्चितताओं के कारण अपने 6.07 लाख कर्मचारियों के लिए सैलरी हाइक को टाल दिया है। कंपनी के चीफ HR ऑफिसर मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि कारोबारी अनिश्चितताओं के कारण वार्षिक वेतनवृद्धि में देरी हुई है, जो आमतौर पर अप्रैल से शुरू होती है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि वेतनवृद्धि की घोषणा कब तक की जाएगी।
लक्कड़ ने कहा कि TCS ने वित्त वर्ष 2024-25 में कैंपस से 42,000 फ्रेशर्स को काम पर रखा और वित्त वर्ष 2025-26 में यह संख्या बरकरार रहेगी या इसमें सुधार होगा। उन्होंने कहा कि कंपनी छोड़कर जाने वालों की दर बढ़कर 13.3 फीसदी हो गई है।
इस बीच, TCS के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने कंपनी के एक रुपये मूल्य वाले प्रत्येक शेयर पर 30 रुपये का फाइनल डिविडेंड देने की सिफारिश की है। टीसीएस का चौथी तिमाही का परिणाम वैश्विक अर्थव्यवस्था पर छाए अनिश्चितता के बादलों के बीच आया है।
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