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TCS Q2 preview: कैसे रहेंगे सबसे बड़ी IT कंपनी के नतीजे? डिविडेंड पर क्या है अपडेट? नतीजों से पहले जान लें 5 बड़ी बातें

Shubham Singh Thakur

4 min read | अपडेटेड October 08, 2025, 07:56 IST

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सारांश

Tata Consultancy Services (TCS) का बोर्ड इस बार वित्त वर्ष 2025-26 के लिए दूसरा अंतरिम डिविडेंड घोषित करने पर भी विचार करेगा। स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि बोर्ड की बैठक गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025 को होगी। इस बैठक में कंपनी के सितंबर तिमाही के ऑडिटेड स्टैंडअलोन वित्तीय नतीजों को मंजूरी दी जाएगी।

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TCS का बोर्ड बोर्ड FY26 के लिए दूसरा अंतरिम डिविडेंड घोषित करने पर भी विचार करेगा।

TCS Q2 preview: देश में आईटी सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी Tata Consultancy Services (TCS) तिमाही नतीजों के ऐलान के लिए तैयार है। कंपनी FY26 की सितंबर तिमाही के नतीजे गुरुवार यानी 9 अक्टूबर 2025 को घोषित करेगी। तिमाही नतीजों के साथ ही बोर्ड FY26 के लिए दूसरा अंतरिम डिविडेंड घोषित करने पर भी विचार करेगा। एक्सपर्ट्स का मानना है कि सितंबर तिमाही में कंपनी की ग्रोथ पिछली जून तिमाही के मुकाबले सीमित या मामूली रहेगी। TCS के शेयरों में आज 07 अक्टूबर को 0.48 फीसदी की गिरावट आई है और यह स्टॉक BSE पर 2973.85 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।
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TCS के Q2 से क्या है उम्मीदें?

बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक एक्सपर्ट्स ने बताया कि TCS के रेवेन्यू में BSNL प्रोजेक्ट से आने वाला योगदान घट गया है, जिसका असर रिजल्ट पर दिखेगा। आंकड़ों के मुताबिक सितंबर तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू तिमाही आधार पर 2.7% बढ़कर ₹65150 करोड़ तक पहुंच सकता है।

इसके अलावा, ग्लोबल लेवल पर डिमांड में बढ़ती अनिश्चितता के बीच मुनाफा मामूली रूप से 0.32% घटकर ₹12,719 करोड़ रहने का अनुमान है। हालांकि, सालाना आधार पर यह लगभग 6.8% बढ़त दिखा सकता है। कंपनी की सितंबर तिमाही में टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू (TCV) $7–9 अरब (billion) के दायरे में रहने की उम्मीद है।

इन फैक्टर्स पर रहेगी नजर

एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि इस तिमाही में निवेशकों की नजर कई अहम बातों पर टिकी रहेंगी। इनमें कंपनी की रिस्ट्रक्चरिंग (पुनर्गठन) और उसके बिजनेस पर असर, अमेरिका में बढ़ती आर्थिक अनिश्चितता के बीच क्लाइंट खर्च के रुझान, लागत घटाने की पहल और BFSI (बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस) सेगमेंट पर कंपनी की टिप्पणी जैसे फैक्टर्स शामिल हैं। एक्सपर्ट्स का ध्यान इस बात पर रहेगा कि कंपनी आने वाले महीनों में खर्च घटाने, डील्स बढ़ाने और अमेरिकी बाजार में स्थिरता कैसे बनाए रखती है।

TCS डिविडेंड पर लेगी फैसला

TCS का बोर्ड इस बार वित्त वर्ष 2025-26 के लिए दूसरा अंतरिम डिविडेंड घोषित करने पर भी विचार करेगा। स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि बोर्ड की बैठक गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025 को होगी। इस बैठक में कंपनी के सितंबर तिमाही के ऑडिटेड स्टैंडअलोन वित्तीय नतीजों को मंजूरी दी जाएगी।

कंपनी ने बताया कि उसने दूसरे अंतरिम डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 15 अक्टूबर 2025 (बुधवार) तय की है। TCS ने कहा, “अगर डिविडेंड घोषित किया जाता है, तो यह उन शेयरधारकों को दिया जाएगा जिनके नाम कंपनी के शेयरधारक रजिस्टर या डिपॉजिटरी के रिकॉर्ड में 15 अक्टूबर 2025 तक दर्ज हैं।” बता दें कि कंपनी ने पिछली जून तिमाही में शेयरधारकों के लिए 11 रुपये के डिविडेंड का ऐलान किया था।

Q1 में कैसे रहे थे TCS के नतीजे?

FY26 की जून तिमाही में TCS का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट तिमाही आधार पर 4.38 फीसदी बढ़कर 12,760 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, सालाना आधार पर कंपनी का मुनाफा 5.98 फीसदी बढ़ा। इसके पहले FY25 की चौथी तिमाही में यह आंकड़ा 12,224 करोड़ रुपये था। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 1.3 फीसदी बढ़कर 63,437 करोड़ रुपये हो गया। TCS ने बाजार की उम्मीदों से बेहतर नतीजे जारी किए थे।

कैसा रहा TCS के शेयरों का प्रदर्शन

TCS के शेयरों में पिछले एक महीने में करीब 1.5 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं, पिछले 6 महीने में यह शेयर करीब 9 फीसदी टूट चुका है। इस साल अब तक इसके निवेशकों को 27 फीसदी का बड़ा नुकसान हुआ है। वहीं, पिछले एक साल में इसमें 30 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। इसके चलते कंपनी का मार्केट कैप घटकर 10.75 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है। इसका 52-वीक हाई 4,494 रुपये और 52-वीक लो 2,867.55 रुपये है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

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