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5 min read | अपडेटेड October 10, 2025, 13:39 IST
सारांश
RIL Q2 Preview: अप्रैल-जून तिमाही में Reliance Industries के नेट प्रॉफिट में 78 फीसदी का शानदार उछाल आया था। कंपनी ने इस अवधि में 26,994 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 15,138 करोड़ रुपये था।
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RIL ने 9 अक्टूबर को बाजार बंद होने के बाद ऐलान किया कि उसके बोर्ड की बैठक 17 अक्टूबर को होगी।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि RIL का Q2 में मुनाफा, रेवेन्यू और EBITDA में सालाना आधार पर अच्छी ग्रोथ देखने को मिलेगी। हालांकि, पिछली तिमाही के मुकाबले (QoQ) ये आंकड़े थोड़े कमजोर रह सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक RIL की नेट सेल्स सालाना आधार पर लगभग 11.3% से 6.5% तक बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा एडजस्टेड PAT में सालाना 10.3% से 22% तक की वृद्धि हो सकती है। इसके अलावा नए एनर्जी बिजनेस में ₹75,000 करोड़ के ऐलान, रिटेल स्टोर की वृद्धि और टेलीकॉम में प्राइसिंग से जुड़े कदम पर निवेशकों की नजर बनी रहेगी।
भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो 2026 की पहली छमाही तक अपना आईपीओ लाने की योजना बना रही है। एक्सपर्ट्स के अनुसार जियो भारत का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है। अगस्त 2025 में रिलायंस इंडस्ट्रीज की एनुअल शेयरहोल्डर्स की बैठक में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो का लक्ष्य जून 2026 तक लिस्ट होना है। इसके पहले हुंडई मोटर इंडिया का ₹27870 करोड़ का इश्यू अक्टूबर 2024 में आया था, जो कि अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है। इसने मई 2022 में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के ₹21,000 करोड़ के आईपीओ को पीछे छोड़ दिया था।
सितंबर 2025 में Reliance Intelligence नामक नया सब्सिडियरी स्थापित किया गया। यह पूरी तरह से RIL की स्वामित्व वाली कंपनी है और बड़े पैमाने पर AI इंफ्रास्ट्रक्चर को संभालेगी। AGM में अंबानी ने बताया कि कंपनी ने Meta और Google के साथ नए साझेदारी भी की हैं, ताकि AI और डिजिटल टेक्नोलॉजी में अपने संचालन को मजबूत किया जा सके।
Reliance Consumer Products Ltd (RCPL) ने Food Processing Ministry के साथ समझौता किया है, जिसके तहत पूरे भारत में इंटीग्रेटेड फूड मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी बनाई जाएंगी। यह निवेश एशिया के सबसे बड़े AI-ड्रिवन फूड पार्क बनाने की योजना का हिस्सा है। RCPL ने केवल तीन साल में ₹11000 करोड़ से अधिक का रेवेन्यू हासिल किया है।
अप्रैल-जून तिमाही में Reliance Industries के नेट प्रॉफिट में 78 फीसदी का शानदार उछाल आया था। कंपनी ने इस अवधि में 26,994 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 15,138 करोड़ रुपये था। हालांकि, RIL के मुनाफे में इस तेज उछाल की वजह पहली तिमाही में अन्य आय में हुई जबरदस्त वृद्धि थी। जून तिमाही में कंपनी की अन्य आय 280% बढ़कर ₹15,119 करोड़ हो गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह ₹3,983 करोड़ थी।
एशियन पेंट्स में हिस्सेदारी की बिक्री और कंज्यूमर बिजनेस के मजबूत प्रदर्शन का असर नेट प्रॉफिट में दिखा था। एशियन पेंट्स में हिस्सेदारी बिक्री से कंपनी को 8,924 करोड़ रुपये का एकमुश्त लाभ हुआ। हालांकि, अगर इस लाभ को हटा दिया जाए, तो भी मुनाफे में 25% की मजबूत बढ़ोतरी हुई है। इसका ऑपरेशन से कुल रेवेन्यू पिछले वर्ष की इसी तिमाही के ₹257,923 करोड़ की तुलना में 5.9% बढ़कर ₹273252 करोड़ हो गया। रिटेल सेगमेंट का रेवेन्यू पिछले वर्ष की इसी तिमाही के ₹75630 करोड़ की तुलना में 11% बढ़कर ₹84,172 करोड़ हो गया।
RIL के शेयरों में आज 10 अक्टूबर को 0.62 फीसदी की बढ़त है और यह 1386.50 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है। इसके साथ ही कंपनी का मार्कट कैप बढ़कर 18.76 लाख करोड़ रुपये हो गया है। स्टॉक का 52-वीक हाई 1,551 रुपये है, जिसे इसने 9 जुलाई 2025 को छू लिया था। इसके अलावा, 7 अप्रैल 2025 को यह 1115.5 रुपये के अपने 52-वीक लो पर था। पिछले एक महीने में RIL के शेयरों का प्रदर्शन फ्लैट रहा है। हालांकि, पिछले 6 महीने में इसने करीब 14 फीसदी का मजबूत रिटर्न दिया है। पिछले एक साल में इसके निवेशकों को महज 1 फीसदी का रिटर्न मिला है।
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