मार्केट न्यूज़
4 min read | अपडेटेड July 18, 2025, 09:04 IST
सारांश
Reliance Industries के बोर्ड की बैठक के बाद वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के प्रदर्शन पर चर्चा के लिए एक अर्निंग कॉल आयोजित करेगी। कंपनी ने शेयर बाजारों को सूचित किया, "कंपनी 30 जून, 2025 को समाप्त तिमाही के वित्तीय परिणामों पर चर्चा के लिए बोर्ड बैठक के बाद एक एनालिस्ट मीट आयोजित करेगी।"
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Reliance Industries शुक्रवार, 18 जुलाई को FY26 की पहली तिमाही के नतीजों का ऐलान करेगी।
RIL के निदेशक मंडल की बैठक के बाद वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के प्रदर्शन पर चर्चा के लिए एक अर्निंग कॉल आयोजित करेगी। कंपनी ने शेयर बाजारों को सूचित किया, "कंपनी 30 जून, 2025 को समाप्त तिमाही के वित्तीय परिणामों पर चर्चा के लिए बोर्ड बैठक के बाद एक एनालिस्ट मीट आयोजित करेगी।"
CLSA के एक्सपर्ट्स का मानना है कि वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए रोमांचक रहने वाली है। उन्हें अपने प्रमुख बिजनेस में KPI में सुधार की उम्मीद है। Citi का कहना है कि बाजार केवल टैरिफ बढ़ोतरी पर ध्यान दे रहा है, जबकि भारतीय टेलीकॉम सेक्टर, खासकर Jio, के पास आगे बढ़ने के और भी कई मजबूत कारण हैं।
Citi के मुताबिक, अगले 3 साल में Jio Platforms (JPL) की कमाई (EBITDA) में हर साल 16% की औसत बढ़ोतरी (CAGR) हो सकती है। कंपनी का वैल्यूएशन उन्होंने $135 बिलियन बताया है। इसमें से 6-7% की ग्रोथ सिर्फ टैरिफ नहीं, बल्कि दूसरे कारणों से होगी।
एक इंटरव्यू में, Mukesh Ambani ने McKinsey के Gautam Kumra से बात करते हुए कहा कि उनका सपना है कि Reliance एक ऐसी संस्था बने जो 100 साल से भी ज्यादा समय तक चले, और इसकी पहचान टेक्नोलॉजी और बदलाव के लिए हो। उन्होंने आगे कहा, “आज भी हम हर तीन, चार या पांच साल में अपनी कंपनी को दोबारा नया रूप देते हैं, जो काम हम करते हैं, उसमें बदलाव लाते रहते हैं।”
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जनवरी-मार्च तिमाही (वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही) में ₹19407 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के ₹18,951 करोड़ से 2.41 फीसदी अधिक है। मार्च तिमाही के अंत तक कंपनी का रेवेन्यू 10% बढ़कर ₹2,64,573 करोड़ हो गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह ₹2,40,715 करोड़ था।
RIL का ऑपरेटिंग प्रॉफिट पिछले वर्ष की इसी अवधि के ₹42,516 करोड़ से 3.1% बढ़कर ₹43,832 करोड़ हो गया। इसका ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन, जिसे EBITDA मार्जिन भी कहा जाता है, 17.66% से 110 आधार अंक (bps) घटकर 16.57% हो गया।
रिलायंस रिटेल का मार्च तिमाही का रेवेन्यू सालाना आधार पर 16% बढ़कर ₹88,620 करोड़ हो गया, और इसका EBITDA 14% बढ़कर ₹6,711 करोड़ हो गया। कंपनी ने इस तिमाही के दौरान 1,085 नए स्टोर खोले। रिलायंस के जियो प्लेटफॉर्म्स ने 18% की वार्षिक वृद्धि के साथ ₹39,853 करोड़ का तिमाही रेवेन्यू दर्ज किया। टैरिफ वृद्धि के कारण कंपनी का ARPU ₹203.30 से बढ़कर ₹206.20 हो गया।
Reliance Industries का कारोबार एनर्जी, पेट्रोकेमिकल्स, रिटेल, टेलीकम्युनिकेशन और मीडिया जैसे कई सेक्टर्स में फैला हुआ है। कंपनी के शेयरों में आज 16 जुलाई को 0.28 फीसदी की मामूली गिरावट है और यह 1,481.30 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है।
पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में 3 फीसदी की तेजी देखी गई। वहीं, पिछले 6 महीने में इसने करीब 17 फीदी का रिटर्न दिया है। इस साल अब तक कंपनी के शेयर 21 फीसदी चढ़े हैं। हालांकि, पिछले एक साल में यह स्टॉक 6 फीसदी टूट चुका है।
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