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  1. PhysicsWallah IPO: तेजी से बढ़ता स्टूडेंट बेस, लेकिन नुकसान में है कंपनी, निवेश से पहले समझ लें हर जरूरी बात

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PhysicsWallah IPO: तेजी से बढ़ता स्टूडेंट बेस, लेकिन नुकसान में है कंपनी, निवेश से पहले समझ लें हर जरूरी बात

Shubham Singh Thakur

4 min read | अपडेटेड November 11, 2025, 11:39 IST

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सारांश

PhysicsWallah रेवेन्यू के लिहाज से भारत की टॉप 5 एडटेक कंपनियों में से एक है। कंपनी कई तरह के कोर्स ऑफर करती है, जिनमें NEET, JEE, सरकारी परीक्षाओं की तैयारी और फाउंडेशन कोर्स शामिल हैं। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों में इसकी मजबूत पकड़ है।

PhysicsWallah IPO

PhysicsWallah रेवेन्यू के लिहाज से भारत की टॉप 5 एडटेक कंपनियों में से एक है।

भारत की लीडिंग एडटेक प्लेटफॉर्म PhysicsWallah का IPO आज 11 नवंबर को खुल गया है। कंपनी का इरादा पब्लिक इश्यू के जरिए 3,480 करोड़ रुपये जुटाने का है। अगर आप इस आईपीओ में निवेश की योजना बना रहे हैं तो कुछ जरूरी बातें आपको जान लेनी चाहिए। यहां हमने कंपनी की प्रमुख ताकतें और रिस्क फैक्टर्स के बारे में पूरी जानकारी दी है। इस आईपीओ के लिए 103-109 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है। आईपीओ के तहत 3,100 करोड़ रुपये के 28.44 करोड़ नए इक्विटी शेयर जारी किए जा रहे हैं। इसके अलावा 380 करोड़ रुपये के 3.49 करोड़ शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए की जा रही है।

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PhysicsWallah रेवेन्यू के लिहाज से भारत की टॉप 5 एडटेक कंपनियों में से एक है। कंपनी कई तरह के कोर्स ऑफर करती है, जिनमें NEET, JEE, सरकारी परीक्षाओं की तैयारी और फाउंडेशन कोर्स शामिल हैं। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों में इसकी मजबूत पकड़ है।

PhysicsWallah की ताकतें

1. तेजी से बढ़ता स्टूडेंट बेस

Physics Wallah (PW) के पास बहुत बड़ा और लगातार बढ़ता हुआ स्टूडेंट बेस है। FY25 में कंपनी के यानी 44.6 लाख पेड यूजर्स थे, और यह संख्या FY23–FY25 के बीच लगभग 59% की तेज रफ्तार से बढ़ी है। सिर्फ Q1FY26 में ही पेड यूजर्स 18.7 लाख से बढ़कर 24.3 लाख हो गए। इसका मतलब है कि कंपनी की “सस्ती फीस + स्टूडेंट-फर्स्ट” रणनीति बहुत अच्छा काम कर रही है। यह मजबूत आधार आगे भी कमाई बढ़ाने में मदद करेगा।

2. ऑनलाइन + ऑफलाइन + हाइब्रिड मॉडल

PW एक समय पर सिर्फ एक सब्जेक्ट पढ़ाने वाला प्लेटफॉर्म था, लेकिन अब यह 13 अलग-अलग कैटेगरी में पढ़ाई कराता है। इसमें JEE, NEET, UPSC, स्टेट एग्जाम, फाउंडेशन शामिल हैं। कंपनी ऑनलाइन पढ़ाती है, अपने सेंटर चलाती है और ऑनलाइन-ऑफलाइन मिलाकर हाइब्रिड क्लास भी चलाती है। जून 2025 तक कंपनी के 303 ऑफलाइन सेंटर्स थे, जो सिर्फ दो साल में बहुत तेजी से बढ़े हैं। Utkarsh Classes और Xylem जैसी कंपनियों की खरीद ने PW को नये क्षेत्रों में पैठ बनाने में मदद की है।

3. कम फीस + भरोसेमंद ब्रांड

PW की सबसे बड़ी ताकत है बहुत कम फीस में अच्छी शिक्षा। इसका JEE कोर्स ₹4500 रुपये का है। इसके अलावा NEET की फीस ₹4,800 रुपये और UPSC की फीस ₹18,000 रखी गई है। वहीं बाकी बड़े कोचिंग इंस्टीट्यूट ₹60,000 से ₹1,10,000 तक फीस लेते हैं। इस किफायती मॉडल ने PW को लाखों छात्रों के बीच भरोसेमंद ब्रांड बना दिया है। YouTube पर भी इसके 9.88 करोड़ सब्सक्राइबर हैं और यानी 2285 करोड़ व्यूज हैं।

4. AI और टेक्नोलॉजी का जबरदस्त इस्तेमाल

PW की टेक टीम (548 लोग) ने कई AI आधारित टूल्स विकसित किए हैं। AI Guru पर हर महीने 28 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों के सवालों के जवाब दिए गए हैं। Smart Doubt Engine के जरिए क्लास में तुरंत डाउट सॉल्व हो जाते हैं। AI Grader के जरिए लाखों लिखित उत्तरों की जांच की जाती है। इससे सीखने की गुणवत्ता और छात्र अनुभव बेहतर होता है।

PhysicsWallah के क्या हैं रिस्क फैक्टर्स

1. नुकसान में कंपनी

FY25 और जून 2025 की तिमाही में कंपनी को काफी नुकसान हुआ है। कंपनी की नेट वर्थ और EBITDA भी निगेटिव है। नुकसान के पीछे मुख्य कारण हैं- फैकल्टी और कर्मचारियों पर ज्यादा खर्च, ESOP लागत, और मार्केटिंग में भारी खर्च। अगर कंपनी खर्च को कंट्रोल नहीं कर पाई, तो वित्तीय हालत पर दबाव बढ़ सकता है।

2. ऑफलाइन बिजनेस कुछ शहरों पर निर्भर

PhysicsWallah की ऑफलाइन कमाई कुछ चुनिंदा शहरों पर ज्यादा निर्भर है, जिनमें दिल्ली NCR, पटना और कैलिकट शामिल हैं। अगर किसी शहर में डिमांड गिरती है या कोई बड़ी लोकल कोचिंग कंपटीशन में आ जाती है, तो PW की कमाई पर झटका लग सकता है। जैसे कोटा में उनके छात्रों की संख्या 27,158 से गिरकर 11,540 हो गई, जो चिंता का संकेत है।

3. कुछ चुनिंदा कोर्स पर ज्यादा निर्भरता

PW के ऑनलाइन स्टूडेंट्स में से ज्यादा हिस्सा कुछ कोर्सों से आता है, जिनमें NEET, JEE, Govt Exams और Foundation Courses शामिल हैं। अगर इन क्षेत्रों में स्टूडेंट्स की डिमांड कम होती है, तो कंपनी की ग्रोथ धीमी हो सकती है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

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