return to news
  1. Nifty IT Stocks: H-1B वीजा पर नरम पड़े ट्रंप, TCS, Tech Mahindra समेत कई शेयरों में आज लगातार तीसरे दिन रैली

मार्केट न्यूज़

Nifty IT Stocks: H-1B वीजा पर नरम पड़े ट्रंप, TCS, Tech Mahindra समेत कई शेयरों में आज लगातार तीसरे दिन रैली

Shubham Singh Thakur

4 min read | अपडेटेड November 12, 2025, 13:10 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

आज के कारोबार में Tech Mahindra के शेयरों में सबसे अधिक 3.41 फीसदी की रैली है। LTIMindtree के शेयर भी 3 फीसदी से अधिक उछल गए हैं। इसके अलावा Mphasis में 2.67 फीसदी, TCS में 2.30 फीसदी, Persistent Systems में 2.01 फीसदी और OFSS में 1.92 फीसदी की तेजी है।

शेयर सूची

IT Stocks

IT Stocks: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का रुख भारत पर अब नरम होता दिख रहा है।

IT Stocks: आईटी शेयरों में आज 12 नवंबर को लगातार तीसरे कारोबारी दिन शानदार तेजी नजर आ रही है। इसके चलते Nifty IT इंडेक्स करीब 2 फीसदी उछलकर 36833.25 के स्तर पर पहुंच गया है। पिछले 3 दिनों में यह इंडेक्स 1721 प्वॉइंट्स या 4.90 फीसदी बढ़ा है। आज की बात करें तो इंडेक्स में शामिल सभी शेयर हरे निशान पर ट्रेड कर रहे हैं। सबसे ज्यादा तेजी Tech Mahindra, LTIMindtree और Mphasis जैसे शेयरों में है। इसके अलावा TCS और Infosys के शेयरों में भी आज मजबूती दिख रही है।
Open FREE Demat Account within minutes!
Join now

इन IT शेयरों में तेजी

आज के कारोबार में Tech Mahindra के शेयरों में सबसे अधिक 3.41 फीसदी की रैली है। LTIMindtree के शेयर भी 3 फीसदी से अधिक उछल गए हैं। इसके अलावा Mphasis में 2.67 फीसदी, TCS में 2.30 फीसदी, Persistent Systems में 2.01 फीसदी, OFSS में 1.92 फीसदी, Wipro में 1.66 फीसदी, HCL Tech में 1.55 फीसदी, Infosys में 1.35 फीसदी और Coforge में 1.23 फीसदी की बढ़त है।

H-1B वीजा पर डोनाल्ड ट्रंप का नरम रुख

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का रुख भारत पर अब नरम होता दिख रहा है। उन्होंने कहा है कि अमेरिका को विदेशों से कुशल कामगारों की जरूरत है, भले ही उनकी सरकार वीजा नियमों को सख्त बना रही हो, जिससे कई ग्लोबल टेक कंपनियां प्रभावित हो रही हैं। H-1B वीजा पर पूछे गए एक सवाल पर ट्रंप ने कहा, "अमेरिका में हर प्रकार की प्रतिभा नहीं है। आप बेरोजगार लोगों को सीधे फैक्ट्री में भेजकर यह नहीं कह सकते कि अब हम मिसाइल बनाएंगे।”

भारत की आईटी कंपनियां जैसे इंफोसिस, टीसीएस, विप्रो और एचसीएल टेक्नोलॉजीज अपने इंजीनियरों को H-1B वीजा के जरिए अमेरिका भेजती हैं। अमेरिका इन कंपनियों के लिए सबसे बड़ा बाजार है। अगर अमेरिका की सरकार कुशल विदेशी कर्मचारियों के प्रति थोड़ी भी नरमी दिखाती है, तो यह भारतीय आईटी कंपनियों के शेयरों के लिए एक पॉजिटिव संकेत माना जाता है।

क्या है पूरा वीजा विवाद?

डोनाल्ट ट्रंप की सरकार ने इस साल की शुरुआत में H-1B वीजा पर $100,000 की आवेदन फीस लगा दी थी। इसके चलते भारतीय बाजार में आईटी शेयरों में गिरावट देखी गई थी। इस फैसले के खिलाफ यू.एस. चैंबर ऑफ कॉमर्स ने मुकदमा दायर किया था।

ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में उनकी सरकार ने गैरकानूनी प्रवासियों को निकालने की कार्रवाई तेज कर दी है। उन्होंने सेना को भी बड़े शहरों में तैनात किया है ताकि इमिग्रेशन अधिकारियों की मदद की जा सके। इससे अमेरिकी कंपनियों में लेबर की कमी की चिंता बढ़ी है। कई नियोक्ता अब अंतरराष्ट्रीय छात्रों को वर्क वीजा स्पॉन्सर करने से भी हिचकिचा रहे हैं, जिससे कंपनियों के लिए नए टैलेंट की कमी हो रही है।

शटडाउन आज ही खत्म होने की उम्मीद

पिछले कुछ दिनों में IT शेयरों में रैली की एक और अहम वजह ऐसी खबरें भी हैं जिनमें अमेरिका में शटडाउन जल्द खत्म होने की उम्मीद जताई गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक देश के इतिहास का यह सबसे लंबा शटडाउन आज गुरुवार को ही समाप्त हो सकता है। अमेरिकी संसद के निचले सदन (House of Representatives) में उस बिल पर वोटिंग होने वाली है जिसे Senate (उच्च सदन) पहले ही मंजूरी दे चुका है। रिपब्लिकन पार्टी का हाउस में बहुमत है।

अगर सारी प्रक्रियाएं समय पर पूरी हो गईं, तो आज ही सरकार दोबारा शुरू हो सकती है। हालांकि, कुछ देरी भी हो सकती है क्योंकि बिल पर बहस लंबी चल सकती है। और बिल पास होने के बाद उसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्ताक्षर से ही कानून बनाया जाएगा।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
SIP
टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
promotion image

लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

अगला लेख