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  1. जिस कंपनी के शेयर ने 6 महीने में 3 गुना कर दिए पैसे, अब वह देश के अंदर AI Infra को और करेगी मजबूत, हो गई बड़ी डील

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जिस कंपनी के शेयर ने 6 महीने में 3 गुना कर दिए पैसे, अब वह देश के अंदर AI Infra को और करेगी मजबूत, हो गई बड़ी डील

विकास तिवारी

3 min read | अपडेटेड October 09, 2025, 10:47 IST

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सारांश

Netweb Technologies Share: नेटवेब और बड इकोसिस्टम की पार्टनरशिप का मकसद AI को भारत में आम बनाना है । वे मिलकर एक 'AI-in-a-Box' सिस्टम बनाएंगे , जो वहां भी काम करेगा जहां इंटरनेट धीमा है । इसका फायदा स्कूल, अस्पताल और खेती जैसे कामों में मिलेगा ।

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NETWEB
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नेटवेब टेक्नोलॉजीज और बड इकोसिस्टम ने हाथ मिला लिया है।

Netweb Technologies Share: भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को सभी तक पहुंचाने की कोशिश में एक अच्छी खबर आई है। देश की जानी-मानी कंप्यूटर बनाने वाली कंपनी, नेटवेब टेक्नोलॉजीज (Netweb) ने बेंगलुरु की AI कंपनी, बड इकोसिस्टम (Bud) के साथ एक बड़ी डील की है। दोनों का मकसद मिलकर भारत के लिए सस्ता और यहीं का बना AI सिस्टम तैयार करना है। आज नेटवेब टेक के शेयर में हल्की गिरावट देखने को मिल रही है। लेकिन यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि इस कंपनी के शेयर ने पिछले 6 महीने में 198 फीसदी तक का रिटर्न दिया है।

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इस पार्टनरशिप का खास मकसद क्या है?

इस डील का खास मकसद नेटवेब की बेहतरीन कंप्यूटर हार्डवेयर बनाने की ताकत और बड इकोसिस्टम के स्मार्ट AI सॉफ्टवेयर को एक साथ लाना है । दोनों कंपनियां मिलकर ऐसे AI सिस्टम बनाएंगी जो तुरंत इस्तेमाल के लिए तैयार हों । ये सिस्टम स्कूल, अस्पताल, दुकान, खेती और छोटे बिजनेस जैसे कई कामों में मदद करेंगे । यह पार्टनरशिप AI अपनाने में आने वाली मुश्किलों, जैसे कि महंगा सिस्टम, इंटरनेट की दिक्कत और डेटा की सुरक्षा जैसी समस्याओं को हल करेगी ।

क्या है ये 'AI-in-a-Box'?

इस डील के तहत एक खास चीज बनाई जाएगी, जिसका नाम है 'AI-in-a-Box'। यह एक तरह का डिब्बा होगा जिसमें AI चलाने के लिए जरूरी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर पहले से ही सेट करके दिए जाएंगे । इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि यह उन जगहों पर भी काम करेगा जहां इंटरनेट ठीक से नहीं चलता या तकनीकी जानकारी कम है । इन सिस्टम को बाद में अपग्रेड करना भी आसान होगा। मतलब, ग्राहक छोटे CPU सिस्टम से शुरू करके बाद में अपनी जरूरत के हिसाब से पावरफुल GPU सिस्टम लगवा सकते हैं ।

भारत को इस डील से क्या फायदा होगा?

यह डील भारत के लिए बहुत फायदेमंद है। इससे AI को कहीं भी लगाना आसान होगा, यह बिना इंटरनेट के भी काम कर सकेगा और देश का डेटा देश में ही सुरक्षित रहेगा । इससे कंपनियां कम खर्च में AI का इस्तेमाल कर पाएंगी । इस सिस्टम में पहले से ही कई चीजें होंगी, जैसे कि तुरंत काम करने वाले AI सिस्टम, खास तौर पर बनाए गए भाषा मॉडल (LLMs और SLMs), कई भाषाओं को समझने वाले मॉडल और तेज काम करने वाले इंजन । यह पार्टनरशिप AI को आम लोगों तक पहुंचाने और 'मेक इन इंडिया' और 'इंडियाएआई' जैसे सरकारी मिशन को आगे बढ़ाने में मदद करेगी ।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

विकास तिवारी
Vikash Tiwary is a finance journalist with 6+ years of newsroom experience. He is currently growing Upstox Hindi, crafting data-driven stories on stocks, personal finance, mutual funds, and global markets, while exploring how AI can simplify finance. His work spans Zee Business, TV9 Bharatvarsh, ABP News, India TV, and Inshorts. He also holds NISM certification.

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