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LIC Q2 Results: सितंबर तिमाही में 32% उछला नेट प्रॉफिट, नेट प्रीमियम इनकम में 5.5% की बढ़ोतरी

Shubham Singh Thakur

3 min read | अपडेटेड November 06, 2025, 17:42 IST

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सारांश

LIC Q2 Results: सितंबर तिमाही के दौरान LIC की नेट प्रीमियम इनकम 5.5 फीसदी बढ़कर 1.26 लाख करोड़ रुपये हो गई। सॉल्वेंसी रेशियो 1.98 फीसदी से बढ़कर 2.13 फीसदी हो गया, जबकि पॉलिसीधारकों के फंड की एसेट क्वालिटी में सुधार हुआ।

LIC q2

LIC के शेयरों में आज 1.21 फीसदी की गिरावट आई और यह 895.45 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।

LIC Q2 Results: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने आज 06 नवंबर को FY26 की दूसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान कर दिया है। जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 32 फीसदी बढ़ गया है। कंपनी ने इस अवधि में 10,053.39 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 7620.86 करोड़ रुपये था। LIC के शेयरों में आज 1.21 फीसदी की गिरावट आई और यह 895.45 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।
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LIC की नेट प्रीमियम इनकम 5.5 फीसदी बढ़ी

सितंबर तिमाही के दौरान LIC की नेट प्रीमियम इनकम 5.5 फीसदी बढ़कर 1.26 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में ₹120,326 लाख करोड़ थी। सॉल्वेंसी रेशियो 1.98 फीसदी से बढ़कर 2.13 फीसदी हो गया, जबकि पॉलिसीधारकों के फंड की एसेट क्वालिटी में सुधार हुआ। 30 सितंबर 2025 को समाप्त छमाही में PAT ₹21040 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में दर्ज ₹18082 करोड़ से 16.36% अधिक है।

AUM में 3.31 फीसदी की बढ़त

तिमाही के दौरान LIC का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 3.31 फीसदी बढ़कर 57.23 लाख करोड़ रुपये हो गया। हालांकि, प्रॉफिट आफ्टर टैक्स यानी PAT वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के 10957 करोड़ रुपये की तुलना में 8 फीसदी कम रहा। पॉलिसीधारकों के फंड का नेट एनपीए सितंबर तिमाही में घटकर 3.94 करोड़ रुपये रह गया, जबकि FY25 की दूसरी तिमाही में यह 6.17 प्रतिशत था।

LIC का फर्स्ट ईयर प्रीमियम सितंबर तिमाही में 10,884 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में यह 7,566 करोड़ रुपये और एक साल पहले इसी अवधि में 11,245 करोड़ रुपये था। रिन्यूअल प्रीमियम सितंबर तिमाही में 65,320 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 60,179 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में 62,236 करोड़ रुपये था। सिंगल प्रीमियम 50882 करोड़ रुपये रहा, जो FY26 की पहली तिमाही के 52008 करोड़ रुपये से क्रमिक रूप से कम रहा, लेकिन वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के 46,997 करोड़ रुपये से अधिक रहा।

Group Business APE में भी बढ़ोतरी हुई है। यह 20.30% बढ़कर ₹11,864 करोड़ तक पहुंच गया। कुल मिलाकर कंपनी का कुल APE (Annual Premium Equivalent) 3.60% बढ़कर ₹29,034 करोड़ हुआ है। इसका मतलब है कि कंपनी की नए प्रीमियम वाले बिजनेस की कुल बिक्री में सुधार जारी है।

LIC के VNB में 12.30% की बढ़ोतरी

कंपनी की VNB (Value of New Business) भी अच्छा बढ़ा है। यह 12.30% बढ़कर ₹5,111 करोड़ हो गया। वहीं VNB मार्जिन 140 बेसिस पॉइंट बढ़कर 17.6% हो गया है। यह दिखाता है कि कंपनी हर नए उत्पाद से पहले की तुलना में ज्यादा मुनाफा कमा रही है। कंपनी ने खर्चों पर भी बेहतर नियंत्रण किया है। इसका कुल खर्च अनुपात H1 FY25 में 12.74% था, जो H1 FY26 में घटकर 11.28% रह गया। यानी 146 बेसिस पॉइंट की कमी। इसका सीधा मतलब है कि कंपनी अब कम खर्च में ज्यादा कमाई कर रही है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

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