return to news
  1. LG Electronics के IPO ने मचाया धमाल, लेकिन Tata Capital की लिस्टिंग रही सुस्त, आखिर क्या हैं बड़े कारण

मार्केट न्यूज़

LG Electronics के IPO ने मचाया धमाल, लेकिन Tata Capital की लिस्टिंग रही सुस्त, आखिर क्या हैं बड़े कारण

Shubham Singh Thakur

3 min read | अपडेटेड October 14, 2025, 13:50 IST

Twitter Page
Linkedin Page
Whatsapp Page

सारांश

Tata Capital के शेयर 13 अक्टूबर को लिस्टिंग डे पर 1.23% प्रीमियम के साथ 330 रुपये के भाव पर खुले थे। वहीं आज LG Electronics के शेयरों ने लिस्टिंग पर 50 फीसदी का बंपर लिस्टिंग गेन दिया। यह दोनों हाल के दिनों में लिस्ट होने वाली बड़ी कंपनियां हैं।

IPO

आज LG Electronics के शेयरों ने लिस्टिंग पर 50 फीसदी का बंपर लिस्टिंग गेन दिया।

Tata Capital और LG Electronics India के मेगा IPOs की शेयर बाजार में लिस्टिंग हो चुकी है। एक तरफ जहां टाटा कैपिटल के शेयरों की लगभग फ्लैट लिस्टिंग हुई, वहीं दूसरी तरफ एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने अपने निवेशकों को बंपर मुनाफा कराया। टाटा कैपिटल के शेयर 13 अक्टूबर को लिस्टिंग डे पर 1.23% प्रीमियम के साथ 330 रुपये के भाव पर खुले थे। वहीं आज एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों ने लिस्टिंग पर 50 फीसदी का बंपर लिस्टिंग गेन दिया। इसके शेयर NSE पर 1710.10 रुपये में लिस्ट हुए हैं, जबकि इश्यू प्राइस 1140 रुपये प्रति शेयर था।

Open FREE Demat Account within minutes!
Join now

LG Electronics और Tata Capital IPOs के वैल्यूएशन में अंतर

LG Electronics India का IPO यानी ₹11,607 करोड़ का आईपीओ निवेशकों और एक्सपर्ट्स के लिए काफी आकर्षक साबित हुआ। कंपनी ने अपने शेयर ₹1140 प्रति शेयर की कीमत पर जारी किए, जो इंडस्ट्री के अन्य बड़े खिलाड़ियों जैसे Havells, Blue Star और Voltas के मुकाबले काफी कम है। इसका मतलब है कि निवेशकों को कंपनी के मजबूत प्रदर्शन और मुनाफे के बीच सस्ता निवेश मौका मिला।

IPO के आधार पर, LG Electronics का P/E रेशियो लगभग 35x है, जबकि इसके कंपटीटर्स 63-68x पर ट्रेड कर रहे हैं। यानी LG का शेयर अपने उद्योग के औसत की तुलना में काफी डिस्काउंट पर उपलब्ध है। कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन भी मजबूत है।

दूसरी तरफ Tata Capital के आईपीओ को लेकर एक्सपर्ट्स की राय मिली-जुली रही। इसके वैल्यूएशन के आधार पर निवेशकों को तुरंत बड़े लाभ की संभावना कम थी। IPO के अपर प्राइस रेंज पर कंपनी का पोस्ट-इश्यू बुक वैल्यू मल्टीपल 4.2–4.3x था, जो उद्योग के अन्य खिलाड़ियों जैसे Bajaj Finance और HDB Financial के समान है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि मजबूत वित्तीय स्थिति और स्थिर कमाई जैसी सकारात्मक बातें पहले ही प्राइसिंग में शामिल हैं।

सब्सक्रिप्शन में भी LG Electronics आगे

सब्सक्रिप्शन स्टेटस की बात करें तो LG Electronics के IPO को निवेशकों की शानदार प्रतिक्रिया मिली। यह आईपीओ कुल 54.02 गुना सब्सक्राइब हो गया। IPO को 4.39 लाख करोड़ रुपये की बोलियां मिलीं, जो अब तक किसी भी भारतीय IPO में सबसे ज्यादा है। इसमें सबसे ज्यादा दांव क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) ने लगाया है और उनके लिए रिजर्व हिस्सा कुल 166.51 गुना सब्सक्राइब हो गया। इसके अलावा, नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NIIs) के लिए रिजर्व हिस्सा 22.44 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल निवेशकों के हिस्से को 3.54 गुना और एम्प्लॉयीज के हिस्से को 7.62 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है।

दूसरी तरफ टाटा कैपिटल का आईपीओ कुल 1.95 गुना ही सब्सक्राइब हुआ। इसमें QIBs के हिस्से को 3.42 गुना, NIIs के हिस्से को 1.98 गुना और रिटेल निवेशकों के हिस्से को 1.10 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। एम्प्लॉयीज के लिए रिजर्व हिस्सा 2.92 गुना सब्सक्राइब हुआ। यह LG Electronics की तुलना में काफी कम है।

GMP में भी दिखा अंतर

LG Electronics IPO के ग्रे मार्केट मार्केट प्रीमियम (GMP) से भी यही अंदाजा लग रहा था कि इसकी बंपर लिस्टिंग होगी। LG Electronics के शेयर अनलिस्टेड मार्केट में करीब 40 फीसदी प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे थे, जबकि इसकी लिस्टिंग 50 फीसदी प्रीमियम पर हुई। यानी इसने उम्मीद से भी बेहतर प्रदर्शन किया। दूसरी तरफ Tata Capital के शेयर ग्रे मार्केट में मामूली बढ़त के साथ या लगभग फ्लैट ट्रेड कर रहे थे।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
SIP
टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
promotion image

लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

अगला लेख