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Wipro को छोड़कर सभी IT शेयर लुढ़के, अमेरिका में महंगाई बढ़ने की आशंका से बिगड़ा सेंटीमेंट

Upstox

3 min read | अपडेटेड June 19, 2025, 14:50 IST

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सारांश

आईटी शेयरों में गिरावट की वजह से निफ्टी आईटी इंडेक्स 0.78 फीसदी लुढ़क गया है। आज के कारोबार में Wipro को छोड़कर अन्य सभी आईटी स्टॉक्स में बिकवाली हो रही है। विप्रो में करीब 1.50 फीसदी की बढ़त है। हालांकि, Oracle Financial Services Software, Coforge के शेयरों में बिकवाली दिख रही है।

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IT stocks

IT stocks: अमेरिका में महंगाई की चिंता बढ़ रही है, जिसका असर आईटी कंपनियों पर दिख सकता है।

IT Stocks: आज 19 जून को आईटी शेयरों में जमकर बिकवाली हो रही है। दरअसल, अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। वहीं, अमेरिका में महंगाई की चिंता बढ़ रही है, जिसका असर आईटी कंपनियों पर दिख सकता है। इसके अलावा, आशंका जताई जा रही है कि ईरान और इजरायल के बीच जारी जंग में अमेरिका सीधे तौर पर शामिल हो सकता है। इन वजहों से आज आईटी शेयरों पर दबाव दिखा।
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Wipro को छोड़कर सभी IT शेयर टूटे

आईटी शेयरों में गिरावट की वजह से निफ्टी आईटी इंडेक्स 0.78 फीसदी लुढ़क गया है। आज के कारोबार में Wipro को छोड़कर अन्य सभी आईटी स्टॉक्स में बिकवाली हो रही है। विप्रो में करीब 1.50 फीसदी की बढ़त है।

हालांकि, Oracle Financial Services Software, Coforge और Persistent Systems के शेयरों में बिकवाली दिख रही है। ये शेयर करीब 3 फीसदी तक लुढ़क गए हैं। इसके अलावा, Tech Mahindra, Mphasis, TCS और Infosys के शेयर भी दबाव में दिख रहे हैं।

अमेरिका में महंगाई बढ़ने की आशंका

अमेरिकी केंद्रीय बैंक के फैसले की घोषणा करते हुए फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने कहा कि उन्हें आगे बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि आयात पर ट्रंप प्रशासन द्वारा भारी टैरिफ के कारण लोगों को वस्तुओं को खरीदने के लिए अधिक भुगतान करना होगा।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने आगे कहा, "मेरे जानने वाले सभी लोग टैरिफ से आने वाले महीनों में महंगाई में बढ़ोतरी का अनुमान लगा रहे हैं। किसी को तो टैरिफ का भुगतान करना होगा, मैन्युफैक्चरर, एक्सपोर्टर, इंपोर्टर, रिटेलर...लोग कोशिश करेंगे कि वे लागत वहन न करें। हालांकि, टैरिफ की लागत का भुगतान करना होगा और इसका कुछ हिस्सा अंतिम कंज्यूमर पर पड़ेगा।"

घट सकती है डिस्क्रेशनरी डिमांड

अमेरिका में लगातार बढ़ रही महंगाई की वजह से डिस्क्रेशनरी डिमांड घट सकती है। इसका असर भारतीय IT कंपनियों पर पड़ सकता है, क्योंकि इन कंपनियों की कमाई का बड़ा हिस्सा अमेरिका से आता है। दरों में कोई कटौती न होने और उसके बाद अमेरिका में डिस्क्रेशनरी डिमांड में कमी आने से इन आईटी फर्मों पर असर पड़ सकता है।

अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने इस बार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है, लेकिन इस साल के अंत तक आधा प्रतिशत कटौती की उम्मीद जताई है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि निकट भविष्य में कोई कटौती नहीं होगी, क्योंकि महंगाई के आंकड़े अच्छे नहीं हैं।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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टाइमिंग पर भारी पड़ती है निरंतरता
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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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