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  1. Hindustan Unilever Q2 नतीजों के बाद 5% तक क्यों टूटा? मैनेजमेंट ने ऐसा क्या कह दिया? एक्सपर्ट्स की क्या है राय?

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Hindustan Unilever Q2 नतीजों के बाद 5% तक क्यों टूटा? मैनेजमेंट ने ऐसा क्या कह दिया? एक्सपर्ट्स की क्या है राय?

Shubham Singh Thakur

3 min read | अपडेटेड October 24, 2025, 12:45 IST

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सारांश

HUL के CFO रितेश तिवारी ने कहा कि आने वाले तिमाहियों में कंपनी को लो-सिंगल-डिजिट प्राइस ग्रोथ की उम्मीद है, खासकर उन प्रोडक्ट कैटेगरी में जिन पर GST में कटौती का फायदा नहीं मिला। उन्होंने कहा कि अब कंपनी का फोकस वॉल्यूम ग्रोथ पर रहेगा, न कि कीमतें बढ़ाने पर।

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Hindustan Unilever

Hindustan Unilever ने ₹19 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड भी घोषित किया है।

Hindustan Unilever: हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) के शेयरों में आज 24 अक्टूबर को करीब 5 फीसदी की गिरावट आई है। यह शेयर आज BSE पर 2475.20 रुपये के भाव तक लुढ़क गया। दरअसल, FY26 की सितंबर तिमाही के नतीजों पर मैनेजमेंट की टिप्पणियों के बाद निवेशक सतर्क हो गए हैं। आज की गिरावट के साथ कंपनी का मार्केट कैप घटकर 5,90,217.33 करोड़ रुपये पर आ गया है। स्टॉक का 52-वीक हाई 2,779.70 रुपये और 52-वीक लो 2,136 रुपये है।
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HUL के CFO ने नतीजों पर क्या कहा?

HUL के CFO रितेश तिवारी ने कहा कि आने वाले तिमाहियों में कंपनी को लो-सिंगल-डिजिट प्राइस ग्रोथ की उम्मीद है, खासकर उन प्रोडक्ट कैटेगरी में जिन पर GST में कटौती का फायदा नहीं मिला। उन्होंने कहा कि अब कंपनी का फोकस वॉल्यूम ग्रोथ पर रहेगा, न कि कीमतें बढ़ाने पर।

रितेश तिवारी ने बताया कि कंपनी के कुल कारोबार का लगभग 40% हिस्सा GST से प्रभावित है, जबकि 60% कारोबार पर GST का कोई असर नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी कमोडिटी की कीमतें स्थिर हैं, इसलिए कंपनी आगे कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं करेगी और मौजूदा प्राइस लेवल को मार्केट में स्थिर करने पर ध्यान देगी।

HUL के तिमाही नतीजे

HUL का नेट प्रॉफिट 3.6% बढ़कर ₹2,685 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह ₹2591 करोड़ था। इसका रेवेन्यू 2.1% बढ़कर ₹16034 करोड़ पहुंचा, जो पिछले साल ₹15,703 करोड़ था। हालांकि, कंपनी का EBITDA 1.3% घटकर ₹3,522 करोड़ रह गया। मार्जिन भी 22.73% से घटकर 21.97% पर आ गया।

कंपनी ने ₹19 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड भी घोषित किया है, जिसका रिकॉर्ड डेट 7 नवंबर 2025 और पेमेंट डेट 20 नवंबर 2025 रखी गई है। कंपनी ने बताया कि उसका प्रॉफिट टैक्स से जुड़ी पुरानी अंतरराष्ट्रीय टैक्स विवादों के सुलझने से बढ़ा है। वहीं, तिमाही प्रदर्शन पर GST में अस्थायी बदलाव और लंबे मानसून का असर पड़ा, जिससे बिक्री और मार्जिन पर दबाव रहा।

एक्सपर्ट्स की राय

Goldman Sachs ने कहा कि HUL की ग्रोथ दूसरी छमाही में बेहतर हो सकती है, लेकिन रफ्तार सीमित रहेगी। नई CEO प्रिया नायर के नेतृत्व में कंपनी वॉल्यूम-आधारित ग्रोथ पर ध्यान दे रही है। CLSA ने रिपोर्ट में लिखा कि कंपनी अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को बेहतर बनाने और बिक्री बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। ब्यूटी और स्किनकेयर सेगमेंट में प्रदर्शन मजबूत रहा, जबकि पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स की वॉल्यूम थोड़ी घटी। Morgan Stanley का मानना है कि आने वाले महीनों में कंपनी का डिस्ट्रीब्यूशन चैनल सामान्य हो जाएगा और ग्रामीण व शहरी दोनों बाजारों में मांग स्थिर बनी रहेगी।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

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