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  1. तो क्या इसलिए आज रफ्तार भर रहा है ये PSU स्टॉक, झोली में आया है ₹6,650 करोड़ का मेगा ऑर्डर

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तो क्या इसलिए आज रफ्तार भर रहा है ये PSU स्टॉक, झोली में आया है ₹6,650 करोड़ का मेगा ऑर्डर

Upstox

2 min read | अपडेटेड November 07, 2025, 13:42 IST

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सारांश

BHEL को NTPC से ओडिशा में 800 मेगावाट का अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल यूनिट बनाने का ठेका मिला है। यह ऑर्डर 6,650 करोड़ रुपये (टैक्स छोड़कर) का है। BHEL इस प्लांट के लिए डिजाइन, इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग, सप्लाई और कमीशनिंग का काम संभालेगी।

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BHEL ओडिशा के तालचर में NTPC के लिए 800 मेगावाट की थर्मल यूनिट का निर्माण करेगी।

बिजली उत्पादन उपकरण बनाने वाली भारत की सबसे बड़ी कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) को एक बड़ा सरकारी कॉन्ट्रैक्ट हाथ लगा है। इसका असर आज शेयर पर भी देखने को मिल रहा है। वह हरे निशान में ट्रेड कर रहा है। BHEL को यह ऑर्डर नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (NTPC) से मिला है। यह ठेका 6,650 करोड़ रुपये का है। इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत BHEL ओडिशा में 800 मेगावाट की एक थर्मल यूनिट का निर्माण करेगी।

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क्या है यह पूरा प्रोजेक्ट?

BHEL को मिला यह ऑर्डर NTPC के तालचर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, फेज-III के लिए है। यह प्रोजेक्ट ओडिशा के अंगुल जिले में स्थित है। BHEL यहां 800 मेगावाट की अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल यूनिट-3 का निर्माण करेगी। NTPC इस तालचर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, फेज-III के तहत 1,600 मेगावाट (800 मेगावाट की दो यूनिट) का विकास कर रहा है। BHEL को इसमें से एक यूनिट (यूनिट 3) बनाने का जिम्मा मिला है।

BHEL के जिम्मे होगा क्या-क्या काम?

इस 6,650 करोड़ रुपये के कॉन्ट्रैक्ट में BHEL के पास कई बड़ी जिम्मेदारियां होंगी। कंपनी इस यूनिट के मेन प्लांट पैकेज (BTG) के लिए डिजाइन, इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग (निर्माण), सप्लाई (आपूर्ति), इरेक्शन (स्थापना) और कमीशनिंग (शुरू करने) तक का सारा काम देखेगी। मेन प्लांट पैकेज में बॉयलर, टरबाइन और जनरेटर (BTG) शामिल होते हैं, जो किसी भी थर्मल प्लांट के सबसे अहम हिस्से हैं।

कहां बनेंगे प्लांट के उपकरण?

BHEL इस प्रोजेक्ट के लिए जरूरी मुख्य उपकरण अपने ही प्लांट्स में बनाएगी। इस यूनिट के लिए बॉयलर का निर्माण BHEL के त्रिची प्लांट में किया जाएगा। वहीं, टरबाइन और जनरेटर कंपनी के हरिद्वार प्लांट में तैयार किए जाएंगे। BHEL देश में बिजली उत्पादन उपकरण बनाने वाली सबसे बड़ी निर्माता कंपनी है।

4 साल का लगेगा समय

इस 800 मेगावाट की यूनिट-3 को पूरा करने और चालू करने के लिए 48 महीने (यानी 4 साल) की समयसीमा तय की गई है। यह NTPC के लिए एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है, जो भारत की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड पावर यूटिलिटी कंपनी है। BHEL पहले से ही इसी साइट पर तालचर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, स्टेज-II (2x660 मेगावाट) के लिए बीटीजी पैकेज का काम कर रही है। अब फेज-III का यह नया ऑर्डर BHEL की स्थिति को और मजबूत करेगा।

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लेखकों के बारे में

Upstox
Upstox Hindi News Desk पत्रकारों की एक टीम है जो शेयर बाजारों, अर्थव्यवस्था, वस्तुओं, नवीनतम व्यावसायिक रुझानों और व्यक्तिगत वित्त को उत्साहपूर्वक कवर करती है।

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