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Axis Bank Q2 Results: सितंबर तिमाही में 26% घटा मुनाफा, वन-टाइम प्रोविजन से लगा झटका

Shubham Singh Thakur

3 min read | अपडेटेड October 15, 2025, 16:25 IST

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सारांश

Axis Bank Q2 Results: एक्सिस बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 1.9% बढ़कर ₹13744 करोड़ हो गई। वन-टाइम प्रोविजन के कारण बैंक के मुनाफे पर असर पड़ा है। सितंबर तिमाही में एसेट क्वालिटी जून तिमाही की तुलना में स्थिर रही।

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Axis Bank Q2

Axis Bank Q2: जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक के नेट प्रॉफिट में 26.42 फीसदी की बड़ी गिरावट आई है।

Axis Bank Q2 Results: प्राइवेट सेक्टर लेंडर एक्सिस बैंक ने आज 15 अक्टूबर को FY26 की दूसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा कर दी है। जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक के नेट प्रॉफिट में 26.42 फीसदी की बड़ी गिरावट आई है। बैंक ने इस अवधि के दौरान 5090 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 6,917.57 करोड़ रुपये था। बैंक के नतीजे बाजार के अनुमान से कमजोर रहे।
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NII में करीब 2% की बढ़ोतरी

एक्सिस बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 1.9% बढ़कर ₹13744 करोड़ हो गई। वन-टाइम प्रोविजन के कारण बैंक के मुनाफे पर असर पड़ा है। सितंबर तिमाही में एसेट क्वालिटी जून तिमाही की तुलना में स्थिर रही। एक्सिस बैंक के शेयरों में आज 0.37 फीसदी की गिरावट रही और यह स्टॉक NSE पर 1,172.50 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।

बैंक के कुल लोन (Advances) सालाना 11.7% बढ़कर ₹11.16 लाख करोड़ हो गए हैं। वहीं, कुल जमा (Deposits) 10.7% बढ़कर ₹12.03 लाख करोड़ पहुंच गई, जो पिछले साल ₹10.86 लाख करोड़ थी।

Axis Bank का मुनाफा क्यों घटा?

Axis Bank ने सितंबर 2025 तिमाही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की सलाह के बाद ₹1231 करोड़ का वन-टाइम प्रोविजन किया है। यह प्रोविजन बैंक की दो डिस्काउंटेड क्रॉप लोन वेरिएंट्स के लिए किया गया है। बैंक ने कहा कि जब तक इन योजनाओं के सभी बकाया लोन वसूल या सामान्य रूप से बंद नहीं हो जाते, तब तक यह राशि अलग रखी जाएगी। यह प्रक्रिया 31 मार्च 2028 तक पूरी होने की उम्मीद है। Axis Bank के प्रोविजन एक साल पहले की समान अवधि के ₹2,204 करोड़ से 61% बढ़कर ₹3,547 करोड़ हो गए।

Axis Bank की एसेट क्वालिटी स्टेबल

इस वन-टाइम प्रोविजन से बैंक के मुनाफे पर दबाव पड़ा है। हालांकि, बैंक की एसेट क्वालिटी जून तिमाही के मुकाबले स्थिर रही है। सितंबर तिमाही के अंत में बैंक का ग्रॉस NPA घटकर 1.46% रह गया, जो जून में 1.57% था। वहीं नेट NPA मामूली घटकर 0.44% रहा, जो पिछली तिमाही में 0.45% था।

राशि के हिसाब से, सितंबर तिमाही में ग्रॉस NPA ₹17,308 करोड़ रहा, जो जून में ₹17,764 करोड़ था। नेट NPA ₹5,114 करोड़ रहा, जो जून तिमाही के ₹5,065 करोड़ से थोड़ा ज्यादा है। बैंक ने बताया कि RBI की वार्षिक जांच में किसी तरह की गड़बड़ी या अंतर नहीं पाया गया।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)
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लेखकों के बारे में

Shubham Singh Thakur
Shubham Singh Thakur is a business journalist with a focus on stock market and personal finance. An alumnus of the Indian Institute of Mass Communication (IIMC), he is passionate about making financial topics accessible and relevant for everyday readers.

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