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3 min read | अपडेटेड February 20, 2025, 13:10 IST
सारांश
FASTag New Rules: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय और NHAI, दोनों ने दावा किया है कि नए नियम वाहन चालकों के लिए टोल प्लाजा पर ट्रांजैक्शन आसान करने के लिए लाए गए हैं।
FASTag एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है, जिससे प्रीपेड या बैंक अकाउंट से लिंक ऑटोमैटिक टोल पेमेंट किए जा सकते हैं।
अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highway Authority of India) ने आश्वासन दिया है कि FASTag में किए गए बदलाव से वाहन चालकों को कोई दिक्कत नहीं होगी बल्कि इन्हें लोगों की परेशानियां और बैंकों के बीच विवाद कम करने के लिए लाया गया है।
NHAI ने सफाई दी है कि FASTag ट्रांजैक्शन डिक्लाइन होने को लेकर लाए गए नए नियम लागू होने से राजमार्गों के टोल प्लाजा पर परेशानी नहीं बढ़ेगी। NPCI के मुताबिक NPCI का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि FASTag ट्रांजैकशन गाड़ियों के टोल प्लाजा से गुजरने के सही समय के अंदर ही निपट जाएं, ताकि ग्राहकों को इस प्रोसेस के दौरान परेशानी का सामना न करना पड़े।
NHAI के मुताबिक नए नियम यह सुनिश्चित करने के लिए लाए गए हैं कि गाड़ियों के टोल प्लाजा से गुजरने के दौरान FASTag को लेकर कोई दिक्कत होती है, तो उसे हल करने के लिए दो बैंकों (अधिग्रहणकर्ता बैंक और जारीकर्ता बैंक) के बीच कोई विवाद न पैदा हो।
वहीं, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने भी उन अटकलों को खारिज किया है जिनके मुताबिक टोल प्लाजा पर पहुंचने के 60 मिनट पहले तक या वहां से निकलने के 10 मिनट तक अगर FASTag इनैक्टिव रहता है, तो ट्रांजैक्शन डिक्लाइन हो जाएगा।
मंत्रालय ने सफाई दी है कि राष्ट्रीय राजमार्ग के सभी टोल प्लाजा ICD 2.5 प्रोटोकॉल के तहत ऑपरेट करते हैं, जिससे रियल टाइम टैग स्टेटस मिलता है। इसलिए यूजर्स अपना FASTag टोल प्लाजा पर पहुंचने के किसी भी वक्त के अंदर रीचार्ज किया जा सकता है।
हालांकि, मंत्रालय ने माना है कि कुछ राज्यों के राजमार्ग के टोल प्लाजा पर अभी भी ICD 2.4 प्रोटोकॉल चलता है जिसमें समय-समय पर टैग स्टेटस अपडेट करना होता है। इन्हें भी जल्द ही ICD 2.5 प्रोटोकॉल में शिफ्ट किया जाएगा।
मंत्रालय ने FASTag यूजर्स से अपने वॉलेट UPI, करंट या सेविंग्स अकाउंट से लिंक करने को कहा है जहां से ऑटो रीचार्ज हो सके और खुद बार-बार रीचार्ज करने की परेशानी खत्म हो। FASTag को अलग-अलग पेमेंट मोड्स के जरिए प्लाजा पर पहुंचने के पहले रीचार्ज किया जा सकता है।
FASTag एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है, जिसे राज्यमार्गों पर लगाया गया है। इससे प्रीपेड या बैंक अकाउंट से लिंक ऑटोमैटिक टोल पेमेंट किए जा सकते हैं। ऐसा करने से टोल बूथ पर वाहनों की भीड़ कम होती है और गाड़ियां तेजी से अपना पेमेंट कर निकल सकती हैं। इससे सिस्टम में पारदर्शिता भी आती है।
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